रायपुर: मुंबई में आयोजित छत्तीसगढ़ के ‘निवेशक संपर्क बैठक’ के दूसरे चरण में भारत और विदेश के उद्योगपतियों ने राज्य में निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के साथ चर्चा की. छत्तीसगढ़ को प्लास्टिक, कपड़ा, आईटी और खाद्य प्रसंस्करण सहित विभिन्न क्षेत्रों की अग्रणी कंपनियों से 6,000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. सीएम साय ने स्वास्थ्य, शिक्षा, आईटी और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में राज्य में निवेश की संभावनाओं पर अमेरिकी महावाणिज्य दूत माइक हैंकी और रूस के महावाणिज्य दूत इवान वाई फेटिसोव के साथ भी चर्चा की.
6000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव मिला: राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि भारत और विदेश के व्यापारिक नेताओं के साथ चर्चा में संभावित निवेश की खोज पर ध्यान केंद्रित किया गया, जो राज्य के औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगा और हजारों रोजगार के अवसर पैदा करेगा. राज्य को प्लास्टिक, कपड़ा, आईटी और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने वाली अग्रणी कंपनियों से 6,000 करोड़ रुपये के प्रस्ताव मिले हैं.
आज मुंबई में आयोजित " छत्तीसगढ़ इन्वेस्टर कनेक्ट" मीट में गोदरेज समूह की कार्यकारी निदेशक तान्या डुबाश जी से मुलाकात हुई।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) January 23, 2025
इस अवसर पर उनसे छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक विकास नीति और राज्य में उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण के विषय में चर्चा हुई। उन्होंने छत्तीसगढ़ में रासायनिक उर्वरक,… pic.twitter.com/CBY6OhJJRQ
अंबुजा सीमेंट से मिला प्रस्ताव: सबसे अधिक 2,367 करोड़ का निवेश प्रस्ताव अंबुजा सीमेंट से आया है. पिछले साल नवंबर में अपनी नई औद्योगिक नीति के शुभारंभ के बाद सीएम साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने रायपुर, दिल्ली और मुंबई में आयोजित निवेशकों की बैठकों के माध्यम से 1 लाख करोड़ रुपये के संभावित निवेश को आकर्षित किया है.
राज्य की 2024-30 की नई औद्योगिक नीति ने 'न्यूनतम शासन, अधिकतम प्रोत्साहन' के आदर्श वाक्य को अपनाया है. इस दृष्टिकोण के तहत अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्राप्त करने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया गया है. एकल खिड़की प्रणाली के माध्यम से मंजूरी की प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है. नई प्रक्रिया से निवेशकों को काफी राहत मिल रही है. राज्य ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता, रोबोटिक्स, कंप्यूटिंग और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे उभरते उद्योगों में आकर्षक प्रावधान पेश किए हैं - विष्णु देव साय, मुख्यंमत्री
नगरनार में लगेगा उद्योग: सीएम ने नवा रायपुर में एक नए डेटा सेंटर के शुभारंभ की भी घोषणा की है. डेटा सेंटर से शहर को सूचना और प्रौद्योगिकी केंद्र में बदलने में और मदद मिलेगी. सरकार की ओर से कहा गया है कि कई आईटी कंपनियों ने पहले ही क्षेत्र में परिचालन शुरू कर दिया है. साय के अनुसार, बस्तर में नगरनार स्टील प्लांट के पास नियानार गांव में 118 एकड़ में नया औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने की योजना है. विज्ञप्ति में ये भी कहा गया है कि इससे बड़े पैमाने पर लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्यमों के विकास के अवसर पैदा होंगे.मुख्यमंत्री की ओर से कहा गया है कि औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन के लिए बस्तर और सरगुजा को सर्वोच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के रूप में नामित किया गया है.
प्लास्टिक और टेक्सटाइल में बड़ा निवेश: प्लास्टिक और टेक्सटाइल क्षेत्र की अग्रणी कंपनी वेलस्पन ग्रुप ने छत्तीसगढ़ में 500 करोड़ निवेश करने की योजना साझा की है, जबकि ड्रूल्स कंपनी ने पालतू पशुओं के भोजन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए राजनांदगांव जिले में 625 करोड़ के निवेश की घोषणा की है. क्रिटेक टेक्नोलॉजीज ने आईटी क्षेत्र में 600 करोड़ निवेश करने का प्रस्ताव दिया है. बॉम्बे हॉस्पिटल ट्रस्ट ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में 700 करोड़ निवेश करने की पेशकश की है.
आदित्य बिड़ला ग्रुप: सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि अन्य प्रस्तावों में नैनटेक्स मशीनरी 45 करोड़, नैनटेक्स इंडस्ट्रीज 39.50 करोड़, पिडिलाइट इंडस्ट्रीज 80 करोड़े और विजन प्लस सिक्योरिटी 50 करोड़ निवेश करने की योजना बना रही है. आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की और राज्य में अपने उद्योगों के विस्तार पर चर्चा की. कंपनी की ओर से बयान में कहा गया है कि समूह ने छत्तीसगढ़ में कपड़ा, पेंट और आभूषण में निवेश की संभावना जताई है. ऊर्जा, इस्पात और लॉजिस्टिक्स में प्रमुख खिलाड़ी एस्सार समूह के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. हसीब द्राबू ने छत्तीसगढ़ में ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, इस्पात और खनन जैसे क्षेत्रों में निवेश की संभावना जताई है.
(पीटीआई)