सूरजपुर: प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बारी के तहत लाखों रुपए के गौठान बनाए जा रहे हैं. लेकिन इस काम में कई तरह की शिकायतें मिल रही है. ग्राम पंचायत मौजा में ग्रामीणों ने सरपंच-सचिव पर मनमानी करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने इसके विरोध में केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह के बंगले के सामने विरोध प्रदर्शन किया है.
ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच-सचिव ने बिना समूह का गठन किए अपने करीबी लोगों को फायदा दिलाने के लिए प्रबंधन समिति का सदस्य बना दिया जबकि उसी पंचायत में 22 रजिस्टर्ड समूह है.
सरकारी जमीन का निजी काम में इस्तेमाल
ग्रामीणों ने बताया कि सरकार ने चारागाह के निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन आवंटित की है, लेकिन सरपंच सचिव द्वारा केवल 1 एकड़ जमीन पर ही चारागाह बनाया गया है. बाकि के चार एकड़ जमीन को निजी काम के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. पंचायत सचिव चारागाह के नाम पर सरकरी जमीन पर मक्का, मूंगफली और आलू की फसल लगा रहा है.
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ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन
ग्रामीणों ने सामूहिक बैठक बुलाकर इसकी शिकायत जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और प्रेमनगर ऑफिसर से की है. बावजूद इसके इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया. इसके विरोध में गुरुवार को ग्रामीणों ने केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह के बंगले के सामने विरोध प्रदर्शन किया है.
रेणुका सिंह ने दिए जांच के आदेश
ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जनपद पंचायत रामानुजनगर के सीईओ को मौके पर बुलाया गया. इस दौरान रेणुका सिंह ने CEO को जमकर फटकार लगाई है और जांच के बाद कार्रवाई करने के आदेश दिए. रेणुका सिंह के आश्वाशन के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ.