सुरजपुर: जिले का झिलमिली थाना एक फिर क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है. झिलमिली थाना पुलिस पर स्थानीय ग्रामीण को प्रताड़ित करने का आरोप है. जिसे लेकर लोगों ने गुरुवार को एसपी ऑफिस का घेराव कर दिया. लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आखिरकार एसपी से जांच का आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने अपना प्रदर्शन खत्म किया.
ग्रामीणों का आरोप है कि झिलमिली थाना क्षेत्र के बरसाना गांव में पिछले कई सालों से अवैध कोयले का कारोबार चल रहा है. बीते बुधवार को कुछ कोयला तस्कर दो ट्रैक्टर अवैध कोयला लेकर जा रहे थे. जिसे स्थानीय लोगों ने रोका और झिलमिली थाने को इसकी जानकारी दी. जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. लेकिन आरोपियों पर कार्रवाई करने की बजाय स्थानीय लोगों के साथ मारपीट करते हुए वहां के सरपंच पति पर ही अवैध कोयला चोरी का मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया.
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ग्रामीणों ने दिया 8 दिन का समय
इसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए. जिसके विरोध में आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई और निर्दोष ग्रामीण की रिहाई की मांग को लेकर एसपी ऑफिस का घेराव किया गया. इसके बाद ग्रामीणों का एक पैनल एसपी से मिला जहां सूरजपुर एसपी ने एडिशनल एसपी को पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया. जिसके बाद ग्रामीणों ने 8 दिन का समय देते हुए अपना आंदोलन खत्म किया.
झिलमिली को मिला है उत्कृष्ट थाना सम्मान
गृह मंत्रालय भारत सरकार ने वर्ष 2020 के 'उत्कृष्ट थाना सम्मान' में सूरजपुर जिले के झिलमिली थाने को पूरे देश में चौथा स्थान दिया है. इसके लिए पुलिसकर्मियों का सम्मान भी किया गया था.