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SPECIAL: लॉकडाउन ने दिया मौका तो सुन ली मन की आवाज, लिख दिया 'अंर्तनाद'

सूरजपुर में सरकारी सरकारी स्कूल के 13 शिक्षकों ने मिलकर कविताओं की एक किताब लिख डाली, जिसे नाम दिया 'अंतर्नाद-काव्य सरिता'. इस पुस्तक का प्रकाशन हरियाणा के पंचकूला में इंडियन वर्डस्मिथ प्रकाशक से कराया जा रहा है, जहां प्रकाशन का काम जारी है.

teachers of surajpur
सूरजपुर के शिक्षकों ने लिखी काव्य सरिता
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Published : Jun 4, 2020, 6:47 PM IST

सूरजपुर: कोरोना संकट ने जहां एक तरफ पूरी दुनिया में हाहाकार मचाया है, वहीं लोगों की प्रतिभाएं भी सामने आईं. सूरजपुर में इस लॉकडाउन के दौरान 13 शिक्षकों ने मिलकर कविताओं की एक किताब लिख डाली. ये सभी शिक्षक जिले के अलग-अलग सरकारी स्कूलों में कार्यरत हैं, जिन्होंने अपनी कला को नया रूप दिया है. इन्होंने अपनी काव्य कृति को 'अंतर्नाद-काव्य सरिता' का नाम दिया है. इस पुस्तक का प्रकाशन हरियाणा के पंचकूला में इंडियन वर्डस्मिथ पब्लिकेशन से कराया जा रहा है, जहां प्रकाशन का काम जारी है.

सूरजपुर के शिक्षकों ने लिखी काव्य सरिता

यह काव्य रचना 144 पेज की है, जो ऑनलाइन स्टोर के अलावा गूगल बुक और गूगल प्ले स्टोर पर भी उपलब्ध रहेगी. पुस्तक के संकलन और समन्वय की जिम्मेदारी निभाने वाले हैं प्रधान पाठक और शिक्षक सीमांचल त्रिपाठी. वे कहते हैं कि इस विपरित परिस्थिति का सदुपयोग कर सभी 13 शिक्षकों के कविता लेखन का कार्य किया और सभी के साझा प्रयास से 'अंतर्नाद-काव्य सरिता' को स्वरूप मिल गया.

surajpur teachers written poem book
सीमांचल त्रिपाठी को मिले हुए अवॉर्ड्स

शिक्षा विभाग से विमोचन कराने की तैयारी

सीमांचल त्रिपाठी ने बताया कि काव्य सरिता में लोगों को कोरोना वायरस महामारी से संबंधित जानकारी और इस दौरान हुए तीज-त्योहारों के दृश्यों को जानने का मौका मिलेगा. ये कोशिश है कि पुस्तक का विमोचन शिक्षा विभाग की तरफ से कराया जाए.

antarnaad poem book surajpur
शिक्षिका ऋचा गिरि भारती

कविता लेखन में शामिल शिक्षिका ऋचा गिरि भारती ने बताया कि किताब लेखन की शैली उनके पास पहले से ही थी, लेकिन लॉकडाउन ने उनको एक अच्छा अवसर दे दिया. जिसका फायदा उठाकर सभी 13 शिक्षकों ने लोगों के सामने अच्छी लेखनी रखने की कोशिश की, जो एक किताब के रूप में सबके सामने होगी.

शिक्षक से शिक्षक को मिली प्रेरणा

शिक्षक गोवर्धन सिंह ने बताया कि उन्होंने अपना पूरा समय कविता लेखन में ही लगा दिया. वे कहते हैं कि इस पुस्तक में लोगों को 13 शिक्षकों के मनोभाव और विचारों को पढ़ने का मौका मिलेगा. सभी शिक्षकों की प्रेरणा से उन्हें भी लिखने का अवसर मिला है. उन्होंने अपनी लिखी हुई कविताओं की किताब बनने की बात में खुशी जाहिर की और बताया कि जल्द ही काव्य रचनाएं प्रकाशित होकर लोगों के बीच पहुंचेगी.

antarnaad poem book surajpur
शिक्षक गोवर्धन सिंह

पढ़ें- सूरजपुर शिक्षक संघ ने अनोखे तरीके से की वेतन बढ़ाने की मांग

सभी 13 शिक्षक बेमेतरा विकासखंड के अलग-अलग सरकारी स्कूलों में कार्यरत हैं.

विकासखंडवार शिक्षकों की संख्या

  • भैयाथान से- 2
  • रामानुजनगर से- 4
  • प्रतापपुर से- 3
  • प्रेमनगर से- 2
  • सूरजपुर से- 2

सूरजपुर: कोरोना संकट ने जहां एक तरफ पूरी दुनिया में हाहाकार मचाया है, वहीं लोगों की प्रतिभाएं भी सामने आईं. सूरजपुर में इस लॉकडाउन के दौरान 13 शिक्षकों ने मिलकर कविताओं की एक किताब लिख डाली. ये सभी शिक्षक जिले के अलग-अलग सरकारी स्कूलों में कार्यरत हैं, जिन्होंने अपनी कला को नया रूप दिया है. इन्होंने अपनी काव्य कृति को 'अंतर्नाद-काव्य सरिता' का नाम दिया है. इस पुस्तक का प्रकाशन हरियाणा के पंचकूला में इंडियन वर्डस्मिथ पब्लिकेशन से कराया जा रहा है, जहां प्रकाशन का काम जारी है.

सूरजपुर के शिक्षकों ने लिखी काव्य सरिता

यह काव्य रचना 144 पेज की है, जो ऑनलाइन स्टोर के अलावा गूगल बुक और गूगल प्ले स्टोर पर भी उपलब्ध रहेगी. पुस्तक के संकलन और समन्वय की जिम्मेदारी निभाने वाले हैं प्रधान पाठक और शिक्षक सीमांचल त्रिपाठी. वे कहते हैं कि इस विपरित परिस्थिति का सदुपयोग कर सभी 13 शिक्षकों के कविता लेखन का कार्य किया और सभी के साझा प्रयास से 'अंतर्नाद-काव्य सरिता' को स्वरूप मिल गया.

surajpur teachers written poem book
सीमांचल त्रिपाठी को मिले हुए अवॉर्ड्स

शिक्षा विभाग से विमोचन कराने की तैयारी

सीमांचल त्रिपाठी ने बताया कि काव्य सरिता में लोगों को कोरोना वायरस महामारी से संबंधित जानकारी और इस दौरान हुए तीज-त्योहारों के दृश्यों को जानने का मौका मिलेगा. ये कोशिश है कि पुस्तक का विमोचन शिक्षा विभाग की तरफ से कराया जाए.

antarnaad poem book surajpur
शिक्षिका ऋचा गिरि भारती

कविता लेखन में शामिल शिक्षिका ऋचा गिरि भारती ने बताया कि किताब लेखन की शैली उनके पास पहले से ही थी, लेकिन लॉकडाउन ने उनको एक अच्छा अवसर दे दिया. जिसका फायदा उठाकर सभी 13 शिक्षकों ने लोगों के सामने अच्छी लेखनी रखने की कोशिश की, जो एक किताब के रूप में सबके सामने होगी.

शिक्षक से शिक्षक को मिली प्रेरणा

शिक्षक गोवर्धन सिंह ने बताया कि उन्होंने अपना पूरा समय कविता लेखन में ही लगा दिया. वे कहते हैं कि इस पुस्तक में लोगों को 13 शिक्षकों के मनोभाव और विचारों को पढ़ने का मौका मिलेगा. सभी शिक्षकों की प्रेरणा से उन्हें भी लिखने का अवसर मिला है. उन्होंने अपनी लिखी हुई कविताओं की किताब बनने की बात में खुशी जाहिर की और बताया कि जल्द ही काव्य रचनाएं प्रकाशित होकर लोगों के बीच पहुंचेगी.

antarnaad poem book surajpur
शिक्षक गोवर्धन सिंह

पढ़ें- सूरजपुर शिक्षक संघ ने अनोखे तरीके से की वेतन बढ़ाने की मांग

सभी 13 शिक्षक बेमेतरा विकासखंड के अलग-अलग सरकारी स्कूलों में कार्यरत हैं.

विकासखंडवार शिक्षकों की संख्या

  • भैयाथान से- 2
  • रामानुजनगर से- 4
  • प्रतापपुर से- 3
  • प्रेमनगर से- 2
  • सूरजपुर से- 2
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