सूरजपुर: लॉकडाउन के दौरान सरगुजा के अजीर्मा से 5 मजदूर उत्तर प्रदेश जाने के लिए पैदल निकले थे. सरगुजा की सीमा पार कर सूरजपुर के नगर पंचायत जरही में पहुंचने के बाद भूख से बेहाल हो रहे थे. जिला प्रशासन को सूचना मिलते ही सभी मजदूरों को जरही के राहत शिविर ले जाया गया. साथ ही उनके खाने-पीने की व्यवस्था की गई.
सूरजपुर प्रशासन व्यवस्था में लगा
सूरजपुर जिले में दूसरे राज्यों के फंसे हुए लगभग 700 मजदूरों को लॉकडाउन के शुरू होने के बाद से ही राहत शिविर में रखा गया है. यहां उनके रहने खाने के साथ ही प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रख रहा है. लॉकडाउन के दूसरे चरण में अब दूसरे राज्य और जिले में फंसे हुए मजदूरों का संयम टूटता हुआ नजर आ रहा है.
भूख ने तोड़ा संयम
मजदूर अमरजीत का कहना है कि उत्तर प्रदेश के मयूरपुर से मजदूरी के लिए अपने 5 साथियों के साथ सरगुजा आया था. इसके बाद लॉकडाउन ने उनका काम छीन लिया. पहले चरण में उनका राशन खत्म हो गया था. वहां के सरपंच-सचिव से राशन की मांग की तो उन्हें केवल 5 दिन का ही राशन दिया गया. इसके बाद उन्हें कहा गया कि, अब राशन नहीं मिलेगा. भूखे-प्यासे मजदूर सरगुजा से यूपी जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े.