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सूरजपुर: शिक्षा और मेडिकल सुविधाओं को बढ़ाने की मांग

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Published : Feb 5, 2021, 5:06 PM IST

Updated : Feb 5, 2021, 7:31 PM IST

सूरजपुर में सामाजिक कार्यकर्ता दीपक कर ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने ज्ञापन के जरिए शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में हो रही परेशानी को लेकर अवगत करवाया है. साथ ही इन समस्याओं के जल्द निराकरण की मांग की है.

deepak kar
दीपक कर

सूरजपुर: पूर्व छात्र नेता और सामाजिक कार्यकर्ता दीपक कर ने मुख्यमंत्री के नाम जिला क्लेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने ज्ञापन सौंपकर जिले में व्याप्त शिक्षा और चिकित्सा से संबंधित समस्याओं को अवगत करवाया है. उनका कहना है कि शिक्षा और चिकित्सा से जुड़ी विभिन्न प्रकार की समस्याएं जिलेवासी झेल रहे हैं. पूर्व सरकार ने भी इन समस्याओं के निराकरण के लिए कुछ नहीं किया था. उन्होंने सीएम भूपेश से मांग की है कि जिले में व्याप्त समस्याओं का जल्द से जल्द निराकरण हो.

सामाजिक कार्यकर्ता दीपक कर ने निम्नलिखित बातों को लेकर ज्ञापन सौंपा है-

1. सूरजपुर जिले में एक भी कन्या महाविद्यालय नहीं है. जिसके चलते छात्रों को समस्या का सामना करना पड़ता है. कई साल से लगातार कन्या महाविद्यालय की मांग की जा रही है. लेकिन अब तक शासन ने इस और कोई कदम नहीं उठाया है.

2. सूरजपुर जिले में LLB की कक्षाओं नहीं होने के कारण संभाग के छात्रों को जिले से बाहर जाना पड़ता है. जिले में अगर LLB का कोर्स खुल जाए तो छात्रों को काफी सुविधा होगी. उन्हें बाहर जाकर पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

3. सूरजपुर जिले में नशे का कारोबार बढ़ रहा है. जिसका शिकार जिले के युवा से लेकर बच्चे तक हो रहे हैं. नशे की बुरी लत के चपेट में कई युवा और बच्चे आ रहे हैं. राज्य सरकार को नए शिक्षा सत्र में नशे के दुष्परिणाम को जोड़ना चाहिए. जिससे छात्रों में जागरूकता बढ़ सके.

पढ़ें- बिलासपुर एयरपोर्ट को 4-सी लाइसेंस देने की मांग

4. वर्तमान समय में राजनीतिक फायदे को लेकर कई लोग राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में गलत जानकारी फैला रहे हैं. सोशल मीडिया में लगातार गांधी जी के बारे में गलत प्रचार किया जा रहा है, जिसका प्रभाव आज की पीढ़ी पर पड़ रहा है. युवा वर्ग इन गलत जानकारी से प्रभावित हो सकता है. इसलिए नए शिक्षा सत्र में बापू के विषय में अधिक बातें छात्रों को पढ़ाया जाए.

5. सूरजपुर के जिला चिकित्सालय में मुक्तांजलि शव वाहन सिर्फ 1 ही है. जिसकी वजह से मृतकों के परिजनों को शव को ले जाने तक की उचित व्यवस्था नहीं रहती. दूर से आने वाले परिजनों को शव ले जाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है. कई बार प्रशासन को इस समस्या को लेकर अवगत कराया गया है, बावजूद इसके प्रशासन ने कोई उचित कदम नहीं उठाया है.

सामाजिक कार्यकर्ता दीपक कर ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए इन समस्याओं के जल्द निराकरण की मांग की है.

सूरजपुर: पूर्व छात्र नेता और सामाजिक कार्यकर्ता दीपक कर ने मुख्यमंत्री के नाम जिला क्लेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने ज्ञापन सौंपकर जिले में व्याप्त शिक्षा और चिकित्सा से संबंधित समस्याओं को अवगत करवाया है. उनका कहना है कि शिक्षा और चिकित्सा से जुड़ी विभिन्न प्रकार की समस्याएं जिलेवासी झेल रहे हैं. पूर्व सरकार ने भी इन समस्याओं के निराकरण के लिए कुछ नहीं किया था. उन्होंने सीएम भूपेश से मांग की है कि जिले में व्याप्त समस्याओं का जल्द से जल्द निराकरण हो.

सामाजिक कार्यकर्ता दीपक कर ने निम्नलिखित बातों को लेकर ज्ञापन सौंपा है-

1. सूरजपुर जिले में एक भी कन्या महाविद्यालय नहीं है. जिसके चलते छात्रों को समस्या का सामना करना पड़ता है. कई साल से लगातार कन्या महाविद्यालय की मांग की जा रही है. लेकिन अब तक शासन ने इस और कोई कदम नहीं उठाया है.

2. सूरजपुर जिले में LLB की कक्षाओं नहीं होने के कारण संभाग के छात्रों को जिले से बाहर जाना पड़ता है. जिले में अगर LLB का कोर्स खुल जाए तो छात्रों को काफी सुविधा होगी. उन्हें बाहर जाकर पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

3. सूरजपुर जिले में नशे का कारोबार बढ़ रहा है. जिसका शिकार जिले के युवा से लेकर बच्चे तक हो रहे हैं. नशे की बुरी लत के चपेट में कई युवा और बच्चे आ रहे हैं. राज्य सरकार को नए शिक्षा सत्र में नशे के दुष्परिणाम को जोड़ना चाहिए. जिससे छात्रों में जागरूकता बढ़ सके.

पढ़ें- बिलासपुर एयरपोर्ट को 4-सी लाइसेंस देने की मांग

4. वर्तमान समय में राजनीतिक फायदे को लेकर कई लोग राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में गलत जानकारी फैला रहे हैं. सोशल मीडिया में लगातार गांधी जी के बारे में गलत प्रचार किया जा रहा है, जिसका प्रभाव आज की पीढ़ी पर पड़ रहा है. युवा वर्ग इन गलत जानकारी से प्रभावित हो सकता है. इसलिए नए शिक्षा सत्र में बापू के विषय में अधिक बातें छात्रों को पढ़ाया जाए.

5. सूरजपुर के जिला चिकित्सालय में मुक्तांजलि शव वाहन सिर्फ 1 ही है. जिसकी वजह से मृतकों के परिजनों को शव को ले जाने तक की उचित व्यवस्था नहीं रहती. दूर से आने वाले परिजनों को शव ले जाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है. कई बार प्रशासन को इस समस्या को लेकर अवगत कराया गया है, बावजूद इसके प्रशासन ने कोई उचित कदम नहीं उठाया है.

सामाजिक कार्यकर्ता दीपक कर ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए इन समस्याओं के जल्द निराकरण की मांग की है.

Last Updated : Feb 5, 2021, 7:31 PM IST
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