सूरजपुर: देश भर में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगी है. इसके लिए तमाम जिलों में जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है, लेकिन छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में इस अभियान का कोई फायदा होते नहीं दिख रहा है. जिला प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी यहां धड़ल्ले से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग हो रहा है.
सूरजपुर को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए कई साल से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. जिला प्रशासन इस अभियान में करोड़ों रुपये खर्च करने का दावा कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आ रहा है. जागरूकता अभियान के बावजूद जिले के ज्यादातर दुकानदार और फुटकर व्यापारी धड़ल्ले से सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रहे हैं.
जागरुक नहीं हो रही जनता!
मामले में जब ETV भारत की टीम ने सूरजपुर जिला पंचायत के सीईओ अश्वनी देवांगन से बात की तो उन्होंने बताया, 'प्लास्टिक मुक्त जिला बनाने के लिए शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों में जागरूकता लाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा शहर में एसएलआरएम सेंटर भी बनाए गए हैं, जहां प्लास्टिक की छंटनी भी की जा रही है, लेकिन अभी लोगों में जागरूकता नहीं आई है.'
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