ETV Bharat / state

सूरजपुर में SECL भटगांव ने पौधारोपण कर मनाया वनोत्सव - secl bhatgaon celebrated vanotsav in Chhattisgarh

सूरजपुर में रविवार को वन महोत्सव (Van Mahotsav on Sunday in Surajpur) मनाया गया. इस दौरान एसईसीएल (SECL) में अधिकारियों और कर्मचारियों ने पौधा रोपण किया. वहीं जिले में 65 हजार पौधारोपण करने का लक्ष्य रखा गया है.

celebrated vanotsav in surajpur
सूरजपुर में मनाया वनोत्सव
author img

By

Published : Aug 22, 2021, 6:15 PM IST

Updated : Aug 22, 2021, 8:08 PM IST

सूरजपुर: एसईसीएल (Secl) में वन महोत्सव (Forest Festival) मनाया गया. एक बार फिर सूरजपुर में पौधारोपण के नए कीर्तिमान रचे जा रहे हैं. पिछले तीन सालों में एसईसीएल भटगांव (SECL Bhatgaon) ने दो लाख से ज्यादा पेड़ लगाकर उनकी देखरेख करने का काम कर रहा है. इस साल 65 हजार पौधों का रोपण करने का लक्ष्य रखा गया है.

सूरजपुर में SECL भटगांव ने पौधारोपण कर मनाया वनोत्सव


दरअसल, पर्यावरण के संतुलन के लिए वृक्षों की जरुरत कोरोना काल ने हर किसी को समझा दिया है. ऐसे में पेड़ों के महत्व को लोग समझ चुके हैं, लेकिन कई बार वन महोत्सव जैसे कार्यक्रम केवल दिखावा मात्र साबित हो रहे हैं. वहीं सूरजपुर जिले का कोयलांचल क्षेत्र पिछले कई वर्षो से पौधारोपण को लेकर कीर्तिमान रच रहा है. जहां पिछले तीन सालों में एसईसीएल भटगांव ने ही दो लाख से ज्यादा पेड़ लगाकर रिकॉर्ड बनाया है.

हैप्पी रक्षाबंधन : पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधकर देते हैं पर्यावरण संरक्षण का वचन, एक दशक से चली आ रही अनोखी परंपरा

इस साल 65 हजार पौधों का रोपण करने का लक्ष्य रखा गया है. जहां एसईसीएल भटगांव के महाप्रबंधक एसएम झा (SM Jha, General Manager, SECL Bhatgaon) ने बताया कि, एसईसीएल जितना कोयला उत्पादन करता है उससे ज्यादा पौधा रोपण कर प्रकृति के संतुलन बनाने की जिम्मेदारी भी उठा रहा है. ऐसे में प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में पौधारोपण किया जा रहा है. अब तो फलदार वृक्षों (fruit trees) पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. जिससे कि आने वाले दिनों में ग्रामीणों को इन फलदार पौधो से आमदनी भी हो सकेगी.

सूरजपुर जिले में एसईसीएल कंपनी (SECL Company) विकास से लेकर पर्यावरण संतुलन बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाती है. जिले का वन विभाग भी कोल कंपनी की पौधारोपण में अहमियत की तारीफ करते नहीं चुकते. बहरहाल, सूरजपुर जिले में पौधारोपण अभियान तो कई चलाए जाते हैं.

सूरजपुर: एसईसीएल (Secl) में वन महोत्सव (Forest Festival) मनाया गया. एक बार फिर सूरजपुर में पौधारोपण के नए कीर्तिमान रचे जा रहे हैं. पिछले तीन सालों में एसईसीएल भटगांव (SECL Bhatgaon) ने दो लाख से ज्यादा पेड़ लगाकर उनकी देखरेख करने का काम कर रहा है. इस साल 65 हजार पौधों का रोपण करने का लक्ष्य रखा गया है.

सूरजपुर में SECL भटगांव ने पौधारोपण कर मनाया वनोत्सव


दरअसल, पर्यावरण के संतुलन के लिए वृक्षों की जरुरत कोरोना काल ने हर किसी को समझा दिया है. ऐसे में पेड़ों के महत्व को लोग समझ चुके हैं, लेकिन कई बार वन महोत्सव जैसे कार्यक्रम केवल दिखावा मात्र साबित हो रहे हैं. वहीं सूरजपुर जिले का कोयलांचल क्षेत्र पिछले कई वर्षो से पौधारोपण को लेकर कीर्तिमान रच रहा है. जहां पिछले तीन सालों में एसईसीएल भटगांव ने ही दो लाख से ज्यादा पेड़ लगाकर रिकॉर्ड बनाया है.

हैप्पी रक्षाबंधन : पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधकर देते हैं पर्यावरण संरक्षण का वचन, एक दशक से चली आ रही अनोखी परंपरा

इस साल 65 हजार पौधों का रोपण करने का लक्ष्य रखा गया है. जहां एसईसीएल भटगांव के महाप्रबंधक एसएम झा (SM Jha, General Manager, SECL Bhatgaon) ने बताया कि, एसईसीएल जितना कोयला उत्पादन करता है उससे ज्यादा पौधा रोपण कर प्रकृति के संतुलन बनाने की जिम्मेदारी भी उठा रहा है. ऐसे में प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में पौधारोपण किया जा रहा है. अब तो फलदार वृक्षों (fruit trees) पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. जिससे कि आने वाले दिनों में ग्रामीणों को इन फलदार पौधो से आमदनी भी हो सकेगी.

सूरजपुर जिले में एसईसीएल कंपनी (SECL Company) विकास से लेकर पर्यावरण संतुलन बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाती है. जिले का वन विभाग भी कोल कंपनी की पौधारोपण में अहमियत की तारीफ करते नहीं चुकते. बहरहाल, सूरजपुर जिले में पौधारोपण अभियान तो कई चलाए जाते हैं.

Last Updated : Aug 22, 2021, 8:08 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.