ETV Bharat / state

सूरजपुर में SECL के खिलाफ संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने खोला मोर्चा

एसईसीएल (South Eastern Coalfields) पर ग्रामीणों का शोषण किए जाने का आरोप लगाते हुए सुरजपुर में संसदीय सचिव और सामरी विधायक चिंतामणि महाराज (Chintamani Maharaj) कोयला खदान के मुख्य गेट पर धरने में बैठ गए हैं. उनका आरोप है कि कोयला खदान के लिए जिन ग्रामीणों की जमीन का अधिग्रहण किया गया था, उन्हें मुआवजा और नौकरी नहीं मिली.

parliamentary-secretary-chintamani-maharaj-demonstrated-against-secl-in-surajpur
चिंतामणि महाराज ने दिया धरना
author img

By

Published : Aug 7, 2021, 1:24 PM IST

सूरजपुर: एसईसीएल पर ग्रामीणों का शोषण किए जाने का आरोप लगाते हुए सुरजपुर में संसदीय सचिव और सामरी विधायक चिंतामणि महाराज (Chintamani Maharaj) कोयला खदान के मुख्य गेट पर धरने में बैठ गए हैं. संसदीय सचिव के साथ बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधि और ग्रामीण भी इस धरने में शामिल रहे.

चिंतामणि महाराज ने दिया धरना

सामरी विधायक चिंतामणि महाराज ने एसईसीएल (South Eastern Coalfields) प्रबंधक पर आरोप लगाया कि कोयला खदान के लिए जिन ग्रामीणों की जमीन का अधिग्रहण किया गया था. उन्हें इसके एवज में मुआवजा के साथ ही नौकरी देने का प्रावधान है, लेकिन एसईसीएल प्रबंधन द्वारा इन ग्रामीणों को नौकरी नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एसईसीएल प्रबंधन को आसपास के गांव के विकास के लिए सीएसआर फंड दिया जाता है, ताकि कोयला खदान इलाके के आसपास के गांवों में विकास कार्य किए जा सके, लेकिन यह भी नहीं हो रहा है.

कोरबा में कहां से आया '10 का मुर्गा...' नारा, क्या है इसके पीछे की कहानी और चुनावों से कनेक्शन

चिंतामणि महाराज का आरोप है कि इसके लिए उन्होंने कई बार प्रबंधन से बातचीत की थी और उन्हें कार्रवाई का आश्वासन भी दिया गया था, लेकिन एसईसीएल प्रबंधन के द्वारा अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. जिसको लेकर संसदीय सचिव मंत्री नाराज हो गए और वह आज अपने समर्थकों के साथ कोयला खदान के मुख्य गेट पर धरने में बैठ गए.

चिंतामणि महाराज के धरने पर बैठने के बाद एसईसीएल प्रबंधन और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया था. आनन-फानन में एसईसीएल के जीएम, एसडीएम, तहसीलदार सहित सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंच कर चिंतामणि महाराज को मनाने में जुट गए थे. हालांकि सभी अधिकरियों ने चिंतामणि महाराज को मनाने की तमाम कोशिशें की लेकिन वह अपनी मांग पर अड़े रहे.

सूरजपुर: एसईसीएल पर ग्रामीणों का शोषण किए जाने का आरोप लगाते हुए सुरजपुर में संसदीय सचिव और सामरी विधायक चिंतामणि महाराज (Chintamani Maharaj) कोयला खदान के मुख्य गेट पर धरने में बैठ गए हैं. संसदीय सचिव के साथ बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधि और ग्रामीण भी इस धरने में शामिल रहे.

चिंतामणि महाराज ने दिया धरना

सामरी विधायक चिंतामणि महाराज ने एसईसीएल (South Eastern Coalfields) प्रबंधक पर आरोप लगाया कि कोयला खदान के लिए जिन ग्रामीणों की जमीन का अधिग्रहण किया गया था. उन्हें इसके एवज में मुआवजा के साथ ही नौकरी देने का प्रावधान है, लेकिन एसईसीएल प्रबंधन द्वारा इन ग्रामीणों को नौकरी नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एसईसीएल प्रबंधन को आसपास के गांव के विकास के लिए सीएसआर फंड दिया जाता है, ताकि कोयला खदान इलाके के आसपास के गांवों में विकास कार्य किए जा सके, लेकिन यह भी नहीं हो रहा है.

कोरबा में कहां से आया '10 का मुर्गा...' नारा, क्या है इसके पीछे की कहानी और चुनावों से कनेक्शन

चिंतामणि महाराज का आरोप है कि इसके लिए उन्होंने कई बार प्रबंधन से बातचीत की थी और उन्हें कार्रवाई का आश्वासन भी दिया गया था, लेकिन एसईसीएल प्रबंधन के द्वारा अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. जिसको लेकर संसदीय सचिव मंत्री नाराज हो गए और वह आज अपने समर्थकों के साथ कोयला खदान के मुख्य गेट पर धरने में बैठ गए.

चिंतामणि महाराज के धरने पर बैठने के बाद एसईसीएल प्रबंधन और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया था. आनन-फानन में एसईसीएल के जीएम, एसडीएम, तहसीलदार सहित सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंच कर चिंतामणि महाराज को मनाने में जुट गए थे. हालांकि सभी अधिकरियों ने चिंतामणि महाराज को मनाने की तमाम कोशिशें की लेकिन वह अपनी मांग पर अड़े रहे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.