सूरजपुर: नगर पंचायत प्रतापपुर में बस स्टैंड के अभाव से शहरवासी परेशान हैं. प्रशासनिक उदासीनता के कारण लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ानी पड़ रही है.
11 साल पहले बना था बस स्टैंड
दरअसल ऐसा नहीं है कि इस नगर पंचायत में बस स्टैंड नहीं है. 11 साल पहले करीब 17 लाख रुपए की लागत से नए बस स्टैंड का निर्माण कराया गया था, लेकिन मामले मे हैरान करने वाली बात ये है कि आज तक इसका शुभारंभ ही नहीं किया गया, जिससे बिना उपयोग के ही बस स्टैंड खस्ताहाल हो गया. अब हालत ये है कि ये बस स्टैंड मवेशियों के रहने के काम आ रहा है.
कई बार उठ चुकी है बस स्टैंड शुरू करने की मांग
यहां से रोजाना सैकड़ों यात्री उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, झारखंड समेत दूसरे राज्यों और जिलों का सफर करते हैं. ऐसे में बस स्टैंड के अभाव में यात्री सड़कों के किनारे बस का इंतजार करते रहते हैं. शहरवासी कई बार बस स्टैंड शुरू करने की मांग भी कर चुके हैं, लेकिन नगर पंचायत की उदासीनता के कारण बस स्टैंड शुरू ही नहीं हो सका है. जिससे बस स्टैंड में बनी दुकानें भी जर्जर हो चुकी हैं.
शहर के बाहर बनाया गया बस स्टैंड
नगर पंचायत के नवनिर्वाचित अध्यक्ष कंचन सोनी ने बताया कि शहर से बस स्टैंड की दूरी ज्यादा होने के कारण यहां के व्यापारी और दुकानदार नवनिर्मित बस स्टैंड में जाना नहीं चाहते हैं. कंचन सोनी की मानें तो दुकानदारों को डर बना हुआ है कि नए बस स्टैंड में उनका व्यापार होगा या नहीं. उन्होंने बताया कि पुराने बस स्टैंड के अतिक्रमण को हटाकर उसका नवीनीकरण किया जाएगा और वहां सभी व्यापारियों को दुकानें दी जाएंगी. दुकानें उन्हीं को दी जाएंगी, जो पहले से वहां काबिज हैं. बाकी बची दुकानें शासन के नियमानुसार नीलाम की जाएगी.