सूरजपुर: जिले में हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं. बारिश से बाढ़ जैसे हालात है, अप्रिय घटनाओं की खबरें आई हैं. कही मकान ढह गए तो किसी की जान चली गई. बावजूद इसके उफनती नदी को खराब स्टीमर से पार कराया जा रहा है. ऐसे में गुरुवार को महान नदी में एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया.
प्रतापपुर-अंबिकापुर मार्ग पर महान नदी में जिला प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराई गई मोटर-बोट बीच मझधार में बंद हो गई. जिससे मोटर-बोट में सवार 15 लोगों की जान आफत में फंस गई. मामले की जानकारी लगते ही खड़गवां चौकी प्रभारी विमलेश सिंह सहित पूरा अमला मौके पर पहुंचा और नगर सैनिक सहित आसपास के लोगों की मदद से सभी लोगों को बड़ी मुश्किल से सुरक्षित निकाला गया. इस घटना के बाद चौकी प्रभारी ने सुरक्षागत कारणों से मोटर-बोट से आवागमन को पूरी तरह से बंद करा दिया है.
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महान नदी के रपटे पर बाढ़ का पानी होने के कारण पिछले दो दिनों से आवागमन पूरी तरह से बंद है. इसके कारण नदी पर मोटर-बोट के माध्यम से खड़गवां पुलिस ने यातायात जारी रखा था. लेकिन कुछ दिन पहले मोटर-बोट का इंजन खराब होने के कारण यह सुविधा बंद कर दी गई थी. इसके बाद जिला प्रशासन की पहल पर मोटर-बोट के लिए दूसरा इंजन मंगाया गया, लेकिन यह भी बीच-बीच में रुक जा रही थी. बोट का परिचालन जारी रहा लेकिन गुरुवार को बोट फिर बीच मझधार में खराब हो गई. अच्छी बात यह रही की सभी को सकुसल बचा लिया गया. 3 नगर सैनिक सहित 12 ग्रामीण बोट पर सवार थे.
बाल-बाल बची जान
मोटर-बोट के बीच मझधार में बंद होने और नदी के तेज बहाव के कारण बड़ी घटना हो सकती थी, जिसे पुलिस, नगर सैनिक और ग्रामीणों के प्रयास से टाल दिया गया. लेकिन भविष्य में मोटर-बोट संचालन के लिए सुरक्षा मानकों का ध्यान रखकर ही इसका परिचालन कराना उचित होगा. इस संबंध में प्रतापपुर एसडीएम सीएस पैकरा ने बताया कि स्टीमर की मशीन अभी हाल ही में बदली गई थी. फिर भी समस्या आ रही है तो तत्काल जानकारी लेकर मशीन को रिपेयर कराया जाएगा.