ETV Bharat / state

बंजर भूमि के दस्तावेज दिखाकर बेचा धान, शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई

प्रतापपुर के दवनकरा समिति के प्रबंधक संतोष नाविक पर जांच प्रमाणित होने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने को लेकर आवेदक चंद्रिका कुशवाहा ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. चंद्रिका कुशवाहा का आरोप है कि अधिकारियों की मिलीभगत के कारण अब तक नाविक की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.

memorandum submitted against Committee manager in surajpur
धान खरीदी में भ्रष्टाचार
author img

By

Published : Dec 1, 2020, 2:40 PM IST

सूरजपुर: प्रतापपुर के दवनकरा समिति के प्रबंधक संतोष नाविक के खिलाफ साल 2018-19 में बंजर भूमि के नाम से धान बेचने की शिकायत मिली थी. जिसके बाद जांच के आदेश दिए गए थे. जांच के दौरान आरोप सिद्ध होने के बाद भी आरोपी प्रबंधक पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इसे लेकर ग्रामीण चंद्रिका कुशवाहा ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.

संतोष नाविक दवनकरा में समिति प्रबंधक के पद पर लंबे समय से कार्यरत है. ग्राम पंचायत केवरा में उसकी साढ़े चार हेक्टेयर जमीन है जो बंजर है, बावजूद इसके साल 2018-19 में उसने अपने नाम से 119.88 क्विंटल धान समिति में बेचा था. जनचौपाल के दौरान चंद्रिका कुशवाहा के इसकी शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की थी, जिसके बाद मामले में जांच के आदेश दिए गए थे. आरोप प्रमाणित होने के बाद भी आज तक प्रबंधक पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

पढ़ें: रायगढ़: ओडिशा का धान खपाने की तैयारी, 40 क्विंटल धान जब्त

आवेदक ने की ये मांग

चंद्रिका कुशवाहा का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों के मिलीभगत के कारण प्रबंधक पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. आवेदक चंद्रिका कुशवाहा ने ज्ञापन के माध्य से कलेक्टर से प्रबंधक संतोष नाविक के खिलाफ केस दर्ज करने, धान की पूरी कीमत लेने और उसे संरक्षण देने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. अब देखने वाली बात होगी की इस मामले में कब तक कार्रवाई की जाती है.

सूरजपुर: प्रतापपुर के दवनकरा समिति के प्रबंधक संतोष नाविक के खिलाफ साल 2018-19 में बंजर भूमि के नाम से धान बेचने की शिकायत मिली थी. जिसके बाद जांच के आदेश दिए गए थे. जांच के दौरान आरोप सिद्ध होने के बाद भी आरोपी प्रबंधक पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इसे लेकर ग्रामीण चंद्रिका कुशवाहा ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.

संतोष नाविक दवनकरा में समिति प्रबंधक के पद पर लंबे समय से कार्यरत है. ग्राम पंचायत केवरा में उसकी साढ़े चार हेक्टेयर जमीन है जो बंजर है, बावजूद इसके साल 2018-19 में उसने अपने नाम से 119.88 क्विंटल धान समिति में बेचा था. जनचौपाल के दौरान चंद्रिका कुशवाहा के इसकी शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की थी, जिसके बाद मामले में जांच के आदेश दिए गए थे. आरोप प्रमाणित होने के बाद भी आज तक प्रबंधक पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

पढ़ें: रायगढ़: ओडिशा का धान खपाने की तैयारी, 40 क्विंटल धान जब्त

आवेदक ने की ये मांग

चंद्रिका कुशवाहा का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों के मिलीभगत के कारण प्रबंधक पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. आवेदक चंद्रिका कुशवाहा ने ज्ञापन के माध्य से कलेक्टर से प्रबंधक संतोष नाविक के खिलाफ केस दर्ज करने, धान की पूरी कीमत लेने और उसे संरक्षण देने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. अब देखने वाली बात होगी की इस मामले में कब तक कार्रवाई की जाती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.