सूरजपुर: प्रतापपुर के दवनकरा समिति के प्रबंधक संतोष नाविक के खिलाफ साल 2018-19 में बंजर भूमि के नाम से धान बेचने की शिकायत मिली थी. जिसके बाद जांच के आदेश दिए गए थे. जांच के दौरान आरोप सिद्ध होने के बाद भी आरोपी प्रबंधक पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इसे लेकर ग्रामीण चंद्रिका कुशवाहा ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
संतोष नाविक दवनकरा में समिति प्रबंधक के पद पर लंबे समय से कार्यरत है. ग्राम पंचायत केवरा में उसकी साढ़े चार हेक्टेयर जमीन है जो बंजर है, बावजूद इसके साल 2018-19 में उसने अपने नाम से 119.88 क्विंटल धान समिति में बेचा था. जनचौपाल के दौरान चंद्रिका कुशवाहा के इसकी शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की थी, जिसके बाद मामले में जांच के आदेश दिए गए थे. आरोप प्रमाणित होने के बाद भी आज तक प्रबंधक पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
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आवेदक ने की ये मांग
चंद्रिका कुशवाहा का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों के मिलीभगत के कारण प्रबंधक पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. आवेदक चंद्रिका कुशवाहा ने ज्ञापन के माध्य से कलेक्टर से प्रबंधक संतोष नाविक के खिलाफ केस दर्ज करने, धान की पूरी कीमत लेने और उसे संरक्षण देने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. अब देखने वाली बात होगी की इस मामले में कब तक कार्रवाई की जाती है.