ETV Bharat / state

सूरजपुर: नहीं बना रपटा, 4 गांव के किसानों के सामने धान बेचने की समस्या

जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर ओड़गी के रेण नदी में अधुरे रपटा की वजह से किसानों को धान बेचने के लिए आवागमन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

पुल न होने से ग्रामीण परेशान
author img

By

Published : Nov 25, 2019, 12:08 PM IST

Updated : Nov 25, 2019, 1:14 PM IST

सूरजपुर: ओड़गी के रेण नदी में अधुरे रपटा पुल की वजह से किसानों को आवागमन में परेशानी आ रही है. मामले में प्रशासन कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है. रपटा पुल से 4 गांवों के किसानों के सामने धान बेचने की समस्या खड़ी हो गई है.

रेण नदी में अधुरे रपटा की वजह से किसानों को धान बेचने में परेशानी हो रही है

सूरजपुर जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत लालजीत, मयूर धक्की, चिकनी और कुप्पा के ग्रामीण रेण नदी में बने पुल से परेशान हैं. पिछले तीन साल से कृष्णा कुप्पा पुल के बहने के बाद प्रशासन की ओर से रपटा पुल बनवाया जा रहा था, लेकिन इस बार रपटा पुल के बह जाने के बाद उसका निर्माण नहीं किया गया, जिससे गांव वालों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

पुल की वजह आ रही धान बेचने में परेशानी
ग्रामीणों को धान बेचने में समस्या आ रही है. नदी में पानी का बहाव तेज है और नदी पार कर धान बिक्री करने ओड़गी जाना पड़ता है. ये किसानों उसके लिए बड़ी चुनौती है. यहां स्कूली बच्चों सहित किसानों को भी नाव के सहारे नदी को पार करना पड़ता है. वहीं किसानों के धान परिवहन में भी काफी परेशानी हो रही है. रपटा पुल न होने से इस साल किसानों को यह चिंता है कि वे अपना धान कैसे ब्लॉक में लाकर बेचेंगे.

पढ़ें-आज से छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र, धान खरीदी पर गरमाएगा सदन

जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि जानकारी के बाद रपटा पुल का निर्माण कर दिया जाएगा. जिससे आवागमन बाधित न हो और पुल के लिए टेंडर कर दिया गया है. जल्द ही पुल का भी निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा.

सूरजपुर: ओड़गी के रेण नदी में अधुरे रपटा पुल की वजह से किसानों को आवागमन में परेशानी आ रही है. मामले में प्रशासन कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है. रपटा पुल से 4 गांवों के किसानों के सामने धान बेचने की समस्या खड़ी हो गई है.

रेण नदी में अधुरे रपटा की वजह से किसानों को धान बेचने में परेशानी हो रही है

सूरजपुर जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत लालजीत, मयूर धक्की, चिकनी और कुप्पा के ग्रामीण रेण नदी में बने पुल से परेशान हैं. पिछले तीन साल से कृष्णा कुप्पा पुल के बहने के बाद प्रशासन की ओर से रपटा पुल बनवाया जा रहा था, लेकिन इस बार रपटा पुल के बह जाने के बाद उसका निर्माण नहीं किया गया, जिससे गांव वालों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

पुल की वजह आ रही धान बेचने में परेशानी
ग्रामीणों को धान बेचने में समस्या आ रही है. नदी में पानी का बहाव तेज है और नदी पार कर धान बिक्री करने ओड़गी जाना पड़ता है. ये किसानों उसके लिए बड़ी चुनौती है. यहां स्कूली बच्चों सहित किसानों को भी नाव के सहारे नदी को पार करना पड़ता है. वहीं किसानों के धान परिवहन में भी काफी परेशानी हो रही है. रपटा पुल न होने से इस साल किसानों को यह चिंता है कि वे अपना धान कैसे ब्लॉक में लाकर बेचेंगे.

पढ़ें-आज से छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र, धान खरीदी पर गरमाएगा सदन

जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि जानकारी के बाद रपटा पुल का निर्माण कर दिया जाएगा. जिससे आवागमन बाधित न हो और पुल के लिए टेंडर कर दिया गया है. जल्द ही पुल का भी निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा.

Intro:जिला मुख्यालय सूरजपुर के ब्लॉक ओड़गी तेरे नदी पर वर्षों से पुल वह हुआ है लेकिन प्रशासन अभी तक कोई पहल नहीं किया है वही नहीं बना रपटा
4 गांव के किसानों के सामने धान बेचने की समस्याBody:सूरजपुर जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर विकासखंड के ग्राम पंचायत लालजीत ,मयूर धक्की, चिकनी, व कृष्णा रे नदी के कारण पहुंच वीहीनता का दंश झेल रहे हैं 3 वर्ष पूर्व कृष्णा कुप्पा पुल के बहने के बाद बारिश थमते ही प्रशासन द्वारा रपटा पुल का निर्माण करा जाता है लेकिन इस बार रपटा नहीं बनने से ग्रामीणों के समक्ष समस्या उत्पन्न हो गई है की धान कहां बेचेंगे इसे लेकर उत्पन्न समस्याओं के निराकरण के लिए प्रशासन स्तर पर कोई पहन नहीं हो रही है नदी में पानी का बहाव तेज है और नदी पार कर धान बिक्री करने ओड़गी जाना पड़ता है ये किसानों को उनके लिए बहुत बड़ी चुनौती है लंबी प्रतीक्षा के बाद रे नदी कुप्पा घाट पर बड़े पुल का निर्माण करा दिया गया था 3 वर्ष पूर्व भारी बारिश के बाद पुल बह गया था इसके बाद से ही बारिश के सीजन में नदी के उस पार स्थित लालजीत मयूर धक्की चिकनी व कुप्पा गांव पहुंच विहीन हो गए थे बारिश बंद होने के बाद प्रशासन द्वारा कृष्णा घाट से रपटा का निर्माण कराया जाता था ताकि आवागमन के साथ ही शासन के दूसरी योजनाओं का बेहतर तरीके से ग्रामीणों को मिल सके लेकिन आज तक इस नदी पर रपटा पुल भी ना बन सका जिसके कारण स्कूली बच्चों सहित किसानों को भी नाव के सहारे नदी पार करना पड़ता है जिससे काफी परेशानी एवं जान जोखिम में डालकर इस नदी को नाव के सहारे पार करते हैं वही किसानों को धान परिवहन में भी काफी दिक्कत हो रही है रपटा पुल ना बनने से इस वर्ष किसानों को यह चिंता सता रही है कि किस तरह वे अपने धान को ओड़गी ब्लॉक में लाकर बेचेंगे वही जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि जानकारी के बाद रपटा पुल का निर्माण कर दिया जाएगा जिससे आवागमन बाधित ना हो और पुल के लिए टेंडर कर दिया गया है जल्द ही पुल का भी निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगाConclusion:वही प्रशासन की उदासीनता के कारण अभी तक पुल का निर्माण नहीं हो सका और ना ही रपटे का ही निर्माण हो पाया है अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन इन किसानों की सूत कब लेता है और कब रपटे निर्माण हो पाता है और कब यह किसान अपनी धान मंडी तक ले जा पाते हैं यह तो देखने वाली बात होगी

बाईट - राजेश जायसवाल,,,,, ग्रामीण
बाईट - अश्वनी देवांगन,,,,, सीईओ जिला पंचायत सूरजपुर
Last Updated : Nov 25, 2019, 1:14 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.