सूरजपुर: सूरजपुर में रायगढ़ तहसीलदार वकील विवाद का असर देखने को मिल रहा (Effect of Raigarh Tehsildar lawyer dispute in Surajpur) है. पिछले 3 दिनों से प्रदेश के सभी तहसीलदार हड़ताल पर हैं. जिससे किसान, छात्र सहित अन्य लोगों को काफी समस्याओं करना पड़ रहा है. सूरजपुर तहसील कार्यालय बंद होने के बाद स्थानीय लोगों को काफी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है.
सूरजपुर तहसील कैंपस में कामकाज बंद
मौजूदा परिदृश्य पर अगर गौर किया जाय तो सूरजपुर तहसील कैंपस में कर्मचारी मौज मस्ती कर रहे हैं. किसानों और छात्रों सहित आम लोगों का काम बंद पड़ गया है. किसानों को अपनी जमीन के नामांतरण, खसरा सहित तमाम कार्यों के लिए कई दिनों से भटकना पड़ रहा है. छात्र भी इस हड़ताल को लेकर परेशान हैं. छात्रों के लिए कई वैकेंसी निकली हुई हैं. परीक्षा के लिए फॉर्म जमा करना है लेकिन इस हड़ताल की वजह से छात्रों का ना तो निवास प्रमाण पत्र बन पा रहा है. ना ही किसी भी तरह का प्रमाण पत्र मिल पा रहा है. इस हड़ताल की वजह से जहां एक ओर किसानों की खेती प्रभावित हो रही है. तो वहीं दूसरी ओर छात्रों का भविष्य अधर में लटकता दिख रहा है. अब सभी पीड़ित तहसीलदार और प्रशासन से यह गुहार लगा रहे हैं कि जल्दी हड़ताल खत्म किया जाए.
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निजी कर्मचारियों की भी हालत खस्ता
तहसीलदारों के इस हड़ताल से जहां एक ओर छात्र और किसान प्रभावित हो रहे हैं. तो वहीं दूसरी ओर इस कार्यालय में काम करने वाले प्राइवेट कर्मचारियों की भी स्थिति काफी दयनीय है. यह कर्मचारी प्रतिदिन कमाते हैं, जिसकी वजह से इनका परिवार चलता है. लेकिन पिछले कुछ दिनों से हड़ताल की वजह से कार्यालय का काम पूरी तरह बंद है. अब इन कर्मचारियों के सामने भी इनकी रोजी-रोटी की समस्या आ गई है. यह कर्मचारी भी चाहते हैं कि जल्दी इस मसले का समाधान हो ताकि उनका रोजगार भी सुचारू रूप से चल सके.