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सूरजपुर: दूषित पानी पीकर एक ही गांव के 40 लोग हुए डायरिया के शिकार

बंशीपुर गांव के लोग गंदे डबरी का दूषित पानी पी-पीकर गंभीर बीमारी के चपेट में आ गए हैं. इससे एक ही गांव के तकरीबन 40 से ज्यादा ग्रामीण पिछले दो दिनों से डायरिया के चपेट में है.

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Published : Jun 15, 2019, 8:53 PM IST

सूरजपुर: प्रदेश इन दिनों पानी की किल्लत से गुजर रहा है, चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है, एक घड़ा पानी के लिए लोग पूरा दिन गवां देते हैं. सरकार भले ही पानी को लेकर लाख दावे कर ले लेकिन किए गए वादे खोखले नजर आते हैं. इसका जीता-जागता उदाहरण बन गया है बंशीपुर गांव जहां के लोग साफ पानी के लिए तरस गए और दूषित पानी पी-पीकर तीन दर्जन से ज्यादा लोग डायरिया की चपेट में आ गए हैं.

दूषित पानी पीकर एक ही गांव के 40 लोग हुए डायरिया के शिकार

अस्पताल की चौखट में 3 दर्जन से ज्यादा लोग
सरकार बनने से पहले नेताओं में गरीबों को लेकर हमदर्दी की बाढ़ आ जाती है, लेकिन समस्या आते ही उसी बाढ़ की तरह नेता 5 साल के लिए बह जाते हैं, हजारों झूठ बोलते हैं. गरीबों के मसीहा बनते हैं, लेकिन वोट लेते ही दूर-दूर तक नजर नहीं आते हैं, जिससे लोगों को मुकम्मल सुविधाएं नहीं मिलती है, लोग दूषित पानी पीते हैं, जिससे आज 3 दर्जन से ज्यादा लोग अस्पताल की चौखट में कराह रहे हैं.

डायरिया के चपेट में 40 से ज्यादा ग्रामीण
बता दें कि बंशीपुर गांव के लोग गंदे डबरी का दूषित पानी पी-पीकर गंभीर बीमारी के चपेट में आ गए हैं. इससे एक ही गांव के तकरीबन 40 से ज्यादा ग्रामीण पिछले दो दिनों से डायरिया के चपेट में है. वहीं ग्रामीणों के उल्टी-दस्त की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय स्वास्थ्य विभाग और एसईसीएल प्रबंधन की स्वास्थ्य टीम गांव मे पहुंच कैंप लगाकर ग्रामीणों के इलाज में जुटी हुई है.

पानी की समस्या से वर्षों से जूझ रहे ग्रामीण
गौरतलब है कि इस क्षेत्र में एसईसीएल का कोयला खदान होने के कारण यहां जलस्तर नीचे चला गया है. इस कारण ग्रामीण पानी की समस्या से वर्षों से जूझ रहे हैं. बीमार मरीजों को घर से लाकर कैंप में इलाज के लिए भर्ती किया गया है.

सूरजपुर: प्रदेश इन दिनों पानी की किल्लत से गुजर रहा है, चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है, एक घड़ा पानी के लिए लोग पूरा दिन गवां देते हैं. सरकार भले ही पानी को लेकर लाख दावे कर ले लेकिन किए गए वादे खोखले नजर आते हैं. इसका जीता-जागता उदाहरण बन गया है बंशीपुर गांव जहां के लोग साफ पानी के लिए तरस गए और दूषित पानी पी-पीकर तीन दर्जन से ज्यादा लोग डायरिया की चपेट में आ गए हैं.

दूषित पानी पीकर एक ही गांव के 40 लोग हुए डायरिया के शिकार

अस्पताल की चौखट में 3 दर्जन से ज्यादा लोग
सरकार बनने से पहले नेताओं में गरीबों को लेकर हमदर्दी की बाढ़ आ जाती है, लेकिन समस्या आते ही उसी बाढ़ की तरह नेता 5 साल के लिए बह जाते हैं, हजारों झूठ बोलते हैं. गरीबों के मसीहा बनते हैं, लेकिन वोट लेते ही दूर-दूर तक नजर नहीं आते हैं, जिससे लोगों को मुकम्मल सुविधाएं नहीं मिलती है, लोग दूषित पानी पीते हैं, जिससे आज 3 दर्जन से ज्यादा लोग अस्पताल की चौखट में कराह रहे हैं.

डायरिया के चपेट में 40 से ज्यादा ग्रामीण
बता दें कि बंशीपुर गांव के लोग गंदे डबरी का दूषित पानी पी-पीकर गंभीर बीमारी के चपेट में आ गए हैं. इससे एक ही गांव के तकरीबन 40 से ज्यादा ग्रामीण पिछले दो दिनों से डायरिया के चपेट में है. वहीं ग्रामीणों के उल्टी-दस्त की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय स्वास्थ्य विभाग और एसईसीएल प्रबंधन की स्वास्थ्य टीम गांव मे पहुंच कैंप लगाकर ग्रामीणों के इलाज में जुटी हुई है.

पानी की समस्या से वर्षों से जूझ रहे ग्रामीण
गौरतलब है कि इस क्षेत्र में एसईसीएल का कोयला खदान होने के कारण यहां जलस्तर नीचे चला गया है. इस कारण ग्रामीण पानी की समस्या से वर्षों से जूझ रहे हैं. बीमार मरीजों को घर से लाकर कैंप में इलाज के लिए भर्ती किया गया है.

Intro:एंकर- सूरजपुर जिले मे तपती गर्मी मे तो पानी कि समस्या दुर नही हो सकी,,,लेकिन अब ग्रामिण क्षेत्रो मे पानी कि समस्या से ग्रामिणो का जीना बेहाल हो गया है,,,जहां सूरजपुर के बंशीपुर गांव मे दुषित पानी पीने से चालिस से ज्यादा लोग डायरिया के चपेट मे है,,,



Body:वी.ओ.-1-पानी कि समस्या तो पुरे प्रदेश मे ही हाहाकार मचा दिया है,,,जहां शासन के लाख दावो के बाद भी हालात नही सूधरे ,,,ऐसे मे बंशीपुर गांव के लोग गंदे डबरी का दुषित पानी पीकर गंभीर बीमारी के चपेट मे है ,,,जहां लगभग चालिस से ज्यादा ग्रामिण पिछले दो दिनो से डायरिया के चपेट मे है,,,वही ग्रामिणो के उल्टी दस्त कि जानकारी मिलने के साथ ही स्थानिय स्वास्थ्य विभाग और एस ई सी एल प्रबंधन कि स्वास्थ्य टीम गांव मे पहुंच कैंप लगाकर ग्रामिणो के ईलाज मे जुटी हुई है,,,गौरतलब है कि यह क्षेत्र एस ई सी एल के कोयला खदान के कारण पानी का जलस्तर नही है,,,जिस कारण ग्रामिण पानी कि समस्या से वर्षो से जुझ रहे है,,,

वी.ओ.-2- दुषित पानी पीने से डायरिया जैसी गंभीर बीमारी कि चपेट मे आए ग्रामिणो कि जानकारी क्षेत्र मे लगते ही स्थानिय नेताओ कि भीङ गांव मे पहुंच मदद के लिए जुट गए,,,जहां बीमार मरीजो को घर से लाकर कैंप मे इलाज के लिए भर्ती किया गया है,,,तो वही एस ई सी एल के नेता पानी कि व्यवस्था कराने मे जुटे हुए है,,,,,,
Conclusion:वी.ओ.-3- बहरहाल दुषित पानी से गांव मे फैले डायरिया के मरीजो के इलाज के लिए तो कैंप लगाकर स्वास्थ्य विभाग कि टीम डटी हुई है,,,लेकिन प्रशासन जागरुक होकर पानी कि समस्या का निराकरण पहले कर देता तो शायद गांव के हालात बदतर नही होते,,,,


बाईट--आर एस सिंह,,,बी एम ओ सूरजपुर
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