सूरजपुर: कुछ दिनों पहले तक कोरोना संक्रमण की दर में ऊपर रहने वाला सूरजपुर जिला अब धीरे-धीरे कोरोना पर काबू पाता हुआ नजर आ रहा है. जहां एक ओर जिले में प्रतिदिन 700 से 800 मामले दर्ज किए जा रहे थे, वहीं पिछले लगभग 1 सप्ताह से यह आंकड़ा 100 के नीचे पहुंच गया है. साथ ही मौत की रफ्तार पर भी ब्रेक लग गया है.
पिछले 3 दिनों में एक भी मरीज की मौत नहीं होने से प्रशासन और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है. सूरजपुर में संक्रमण दर कुछ दिनों पहले तक काफी थी, मौत के आंकड़े भी लोगों को डरा रहे थे. यही वजह है कि 13 अप्रैल से लेकर 10 जून तक के लिए जिले में संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई, बावजूद इसके लॉकडाउन के दौरान संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या और मौत के आंकड़े प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का सबब बने हुए थे, हालांकि प्रशासन की सख्ती, जागरूकता अभियान और स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता आखिरकार रंग लाई और अब धीरे-धीरे जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ती जा रही है.
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कम होता संक्रमण
मंगलवार के आंकड़ों के अनुसार, जिले में मंगलवार को 67 संक्रमित मरीज मिले, तो वहीं 170 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर गए. वहीं एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है. अब देखने वाली बात यह होगी कि 10 जून के बाद जिला प्रशासन के द्वारा लॉकडाउन में कितनी छूट देखने को मिलती है.
प्रदेश में 71.51 लाख लोगों को लगा टीका
प्रदेश में पहली और दूसरी डोज को मिलाकर अब तक 71.51 लाख टीके लगाए गए. प्रदेश में कोरोना से बचाव के टीके की पहली और दूसरी डोज को मिलाकर अब तक (7 जून तक) कुल 71 लाख 50 हजार 985 टीके लगाए जा चुके हैं. राज्य में 45 वर्ष से अधिक के 77 प्रतिशत लोगों को इसका पहला टीका लगाया जा चुका है. वहीं शत-प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स और 90 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मियों को पहली खुराक दी जा चुकी है. 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 8 लाख 63 हजार 508 युवाओं का टीकाकरण किया जा चुका है. इनमें से 1 लाख 7 हजार 492 अंत्योदय परिवारों के, 3 लाख 49 हजार 36 बीपीएल परिवारों के, 3 लाख 26 हजार 659 एपीएल श्रेणी के और 80 हजार 321 फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं.