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लिपिक को रिहा करने लिपिक संघ ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

प्रतापपुर तहसील में पदस्थ लिपिक की गिरफ्तारी को लेकर लिपिक संघ ने इस कार्रवाई का विरोध किया है. संघ ने लिपिक को रिहा करने की मांग की है. साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.

clerk association submits memorandum to tehsildar to release clerk
तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
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Published : Feb 9, 2021, 1:25 AM IST

सूरजपुर: प्रतापपुर तहसील में पदस्थ लिपिक महेंद्र राजवाड़े की गिरफ्तारी और बैकुंठपुर पुलिस की कार्रवाई को लेकर लिपिक संघ में आक्रोश है. नियम विरुद्ध कार्रवाई का आरोप लगाते हुए संघ ने निंदा प्रस्ताव पारित किया. लिपिक संघ ने सूरजपुर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर गिरफ्तार लिपिक को रिहा करने की मांग की है. मांग नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी भी दी गई है.

बिना सूचना दिए गिरफ्तारी का आरोप

लिपिक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष अमित कश्यप के नेतृत्व में कलेक्टर के नाम एसडीएम प्रतापपुर को दिए ज्ञापन में संघ ने कहा है कि, तहसील में पदस्थ कर्मचारी महेंद्र राजवाड़े (सहायक ग्रेड 02) को शमसेर खान और मुजाफर खान के मृत्यु प्रमाण पत्र पर विवाद के संबंध में, मृत्यु प्रमाण पत्र का प्रकरण तैयार किये जाने को लेकर बयान दर्ज करने के लिए बैकुंठपुर पुलिस ने किसी को बिना सूचना दिए 5 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया था. इसकी सूचना न तो कार्यालय प्रमुख तहसीलदार को थी, न ही अनुविभागीय अधिकारी को.

पढ़ें: कृषि कानून और पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस ने खोला मोर्चा

संघ ने दिया नियमों का हवाला

संघ का कहना है कि नियम के मुताबिक ऐसी शिकायतों में जहां संज्ञेय अपराध प्रकट होने या न होने के बारे में संदेह है, या भ्रष्टाचार का आरोप है, इस प्रारंभिक जांच करने का प्रावधान है. ऐसे प्रकरणों में संबंधित लोक सेवक के नियंत्रक अधिकारी और जिला दण्डाधिकारी से विस्तृत जानकारी लेकर प्रारंभिक जांच कर यह सुनिश्चित कर लें कि संज्ञेय अपराध घटित होना पाया गया था या नहीं. यदि संज्ञेय अपराध प्रकट होता है तब अपराध पंजीबद्ध किया जाता है. यदि संज्ञेय अपराध घटित नहीं होना पाया जाता है तो शिकायतकर्ता सहित संबंधित लोक सेवक के नियंत्रक अधिकारी जिला दण्डाधिकारी को पुलिस अधीक्षक के माध्यम से सूचित किया जाता है.

आंदोलन की चेतावनी

संघ का कहना है कि बैकुंठपुर पुलिस ने सभी नियमों को शिथल करते हुए नियम विपरित कार्रवाई की है. संघ ने कहा कि अगर 3 दिन में उनकी रिहाई नहीं होती है तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे.

सूरजपुर: प्रतापपुर तहसील में पदस्थ लिपिक महेंद्र राजवाड़े की गिरफ्तारी और बैकुंठपुर पुलिस की कार्रवाई को लेकर लिपिक संघ में आक्रोश है. नियम विरुद्ध कार्रवाई का आरोप लगाते हुए संघ ने निंदा प्रस्ताव पारित किया. लिपिक संघ ने सूरजपुर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर गिरफ्तार लिपिक को रिहा करने की मांग की है. मांग नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी भी दी गई है.

बिना सूचना दिए गिरफ्तारी का आरोप

लिपिक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष अमित कश्यप के नेतृत्व में कलेक्टर के नाम एसडीएम प्रतापपुर को दिए ज्ञापन में संघ ने कहा है कि, तहसील में पदस्थ कर्मचारी महेंद्र राजवाड़े (सहायक ग्रेड 02) को शमसेर खान और मुजाफर खान के मृत्यु प्रमाण पत्र पर विवाद के संबंध में, मृत्यु प्रमाण पत्र का प्रकरण तैयार किये जाने को लेकर बयान दर्ज करने के लिए बैकुंठपुर पुलिस ने किसी को बिना सूचना दिए 5 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया था. इसकी सूचना न तो कार्यालय प्रमुख तहसीलदार को थी, न ही अनुविभागीय अधिकारी को.

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संघ ने दिया नियमों का हवाला

संघ का कहना है कि नियम के मुताबिक ऐसी शिकायतों में जहां संज्ञेय अपराध प्रकट होने या न होने के बारे में संदेह है, या भ्रष्टाचार का आरोप है, इस प्रारंभिक जांच करने का प्रावधान है. ऐसे प्रकरणों में संबंधित लोक सेवक के नियंत्रक अधिकारी और जिला दण्डाधिकारी से विस्तृत जानकारी लेकर प्रारंभिक जांच कर यह सुनिश्चित कर लें कि संज्ञेय अपराध घटित होना पाया गया था या नहीं. यदि संज्ञेय अपराध प्रकट होता है तब अपराध पंजीबद्ध किया जाता है. यदि संज्ञेय अपराध घटित नहीं होना पाया जाता है तो शिकायतकर्ता सहित संबंधित लोक सेवक के नियंत्रक अधिकारी जिला दण्डाधिकारी को पुलिस अधीक्षक के माध्यम से सूचित किया जाता है.

आंदोलन की चेतावनी

संघ का कहना है कि बैकुंठपुर पुलिस ने सभी नियमों को शिथल करते हुए नियम विपरित कार्रवाई की है. संघ ने कहा कि अगर 3 दिन में उनकी रिहाई नहीं होती है तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे.

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