ETV Bharat / state

यूरिया की कालाबाजारी रोकने BJYM कार्यकर्ताओं ने SDM को सौंपा ज्ञापन

author img

By

Published : Aug 12, 2020, 3:17 PM IST

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण ने जहां जनजीवन को प्रभावित किया है, वहीं अब व्यापारी मुनाफा कमाने के लिए खाद की कालाबाजारी करने में लग गए हैं. कोरोना की वजह से किए गए लॉकडाउन के कारण किसानों को पहले ही काफी नुक्सान पहुंचा है. ऐसे में व्यापारी भी किसानों को लूटने में लगे हुए हैं, जिससे ग्रामीण परेशान हैं.

memorendum to sdm
SDM को ज्ञापन

सूरजपुर: कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन लगाया गया था. अनलॉक 0.3 में प्रदेश के सभी दुकानों को कुछ गाइडलाइन के साथ खोलने की इजाजत दी गई है. कोरोना संक्रमण के कारण दुकानों के खुलने और बंद होने की सीमा तय है., लेकिन व्यापारी बंद शटर की आड़ में खाद की कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं.

कोरोना की वजह से किए गए लॉकडाउन के कारण किसानों को पहले ही काफी नुक्सान पहुंचा है. ऐसे में व्यापारी भी किसानों को लूटने में लगे हुए हैं, जिससे ग्रामीण परेशान हैं. व्यापारी 266 रुपए की यूरिया बोरी को 500 रुपए में बेच रहे हैं. कोई विकल्प नहीं होने के कारण किसान व्यापारियों की मनमानी सहने को मजबूर हैं. किसानों का कहना है कि अगर वे यूरिया की खरीदी नहीं करते है तो उनकी फसल बर्बाद हो जाएगी.

पढ़ें: कोरोना काल में मची लूट, सेविंग-कटिंग के रेट बढ़ाए जाने पर आम लोगों ने जताया विरोध

SDM ने कार्रवाई करने की कही बात

जिला कलेक्टर ने यूरिया की कालाबाजारी रोकने के लिए कृषि अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं, फिर भी व्यवसायी मुनाफाखोरी से बाज नहीं आ रहे हैं. दुकान बंद है, लेकिन गोदामों से किसानों को खाद बेचकर दो गुना मुनाफा वसूला जा रहा है. किसानों ने इसकी शिकायत भाजयुमों नेताओं से की है. शिकायत के बाद भाजयुमों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने यूरिया की कालाबजारी करने वालों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. भाजयुमों के कार्यकर्ताओं ने इसकी शिकायत SDM प्रकाश राजपूत से की है. शिकायत के बाद SDM ने जांच कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.

सूरजपुर: कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन लगाया गया था. अनलॉक 0.3 में प्रदेश के सभी दुकानों को कुछ गाइडलाइन के साथ खोलने की इजाजत दी गई है. कोरोना संक्रमण के कारण दुकानों के खुलने और बंद होने की सीमा तय है., लेकिन व्यापारी बंद शटर की आड़ में खाद की कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं.

कोरोना की वजह से किए गए लॉकडाउन के कारण किसानों को पहले ही काफी नुक्सान पहुंचा है. ऐसे में व्यापारी भी किसानों को लूटने में लगे हुए हैं, जिससे ग्रामीण परेशान हैं. व्यापारी 266 रुपए की यूरिया बोरी को 500 रुपए में बेच रहे हैं. कोई विकल्प नहीं होने के कारण किसान व्यापारियों की मनमानी सहने को मजबूर हैं. किसानों का कहना है कि अगर वे यूरिया की खरीदी नहीं करते है तो उनकी फसल बर्बाद हो जाएगी.

पढ़ें: कोरोना काल में मची लूट, सेविंग-कटिंग के रेट बढ़ाए जाने पर आम लोगों ने जताया विरोध

SDM ने कार्रवाई करने की कही बात

जिला कलेक्टर ने यूरिया की कालाबाजारी रोकने के लिए कृषि अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं, फिर भी व्यवसायी मुनाफाखोरी से बाज नहीं आ रहे हैं. दुकान बंद है, लेकिन गोदामों से किसानों को खाद बेचकर दो गुना मुनाफा वसूला जा रहा है. किसानों ने इसकी शिकायत भाजयुमों नेताओं से की है. शिकायत के बाद भाजयुमों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने यूरिया की कालाबजारी करने वालों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. भाजयुमों के कार्यकर्ताओं ने इसकी शिकायत SDM प्रकाश राजपूत से की है. शिकायत के बाद SDM ने जांच कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.