सूरजपुर: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने विश्वभर में लोगों को को घर में रहने पर मजबूर कर दिया है, लेकिन आज भी कुछ लोग प्रकृति को नुकसान पहुंचाने से नहीं चूक रहे हैं. नगरपालिका सूरजपुर में शुक्रवार को कई साल पुराना आम का पेड़ उसके मालिक ने काट दिया, जिससे पेड़ में घोसला बनाकर रह रहे कई बगुलों का आशियाना छीन गया. इस घटना के बाद डीएफओ ने जांच के आदेश दिए हैं.
नगरपालिका सूरजपुर के कॉलेज रोड में कई साल पुराना पेड़ लगा हुआ था. उस पेड़ पर बड़ी तादाद में बगुले अपना घोंसला बनाकर रह रहे थे, जिससे पेड़ के मालिक को परेशानी हो रही थी. पेड़ पर चिड़िया का घोंसला होने की वजह से जगह-जगह गंदगी फैल रही थी, जिससे परेशान होकर पेड़ के मालिक ने उसे काट दिया. पेड़ कटने की वजह से घोंसलों में मौजूद अंडे और बगुले के बच्चे सड़क पर गिर गए.
दोषियों पर होगी कार्रवाई: DFO
शासन के नियम के मुताबिक किसी भी पेड़ को बिना अनुमति के काटना गैरकानूनी है. लेकिन इंसान अपने सुख सुविधाओं में इतना अंधा हो गया है कि उसे न ही बेजुबान पक्षियों का दर्द नजर आ रहा है और न ही कानून का खौफ. इसकी सूचना जब डीएफओ जेआर भगत को मिली तो उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही है.
पढ़ें: SPECIAL: पक्षियों के 'विश्वकर्मा' बया के आगे फेल आर्किटेक्ट, बारिश से पहले बनाए खूबसूरत घोंसले
वैश्विक महामारी कोरोना ने पिछले कई महीनों से लोगों को घर में कैद कर रखा है. महामारी के इस दौर में जहां लोग एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें न तो पर्यावरण की परवार है न ही बेजुबानों की जान की.