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सूरजपुर: वाॅलीबॉल खिलाड़ी अंबर कुमार पांडेय का DLW वाराणसी में चयन

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Published : Jul 20, 2020, 7:20 AM IST

Updated : Jul 20, 2020, 9:02 AM IST

सूरजपुर जिले के वॉलीबॉल खिलाड़ी अंबर कुमार पांडेय का चयन डीजल लोकोमोटिव वर्क्स वाराणसी में ग्रुप सी में हुआ है. अंबर ने कई राज्यों में प्रदेश के लिए प्रतिनिधित्व करते हुए वॉलीबॉल खेला है.

Volleyball player Ambar Kumar Pandey
अंबर का डीएलडब्ल्यू बनारस में चयन

सूरजपुर: कहते हैं कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती. सच्ची लगन और कड़ी मेहनत से इंसान अपनी मंजिल को पा सकता है. इस बात को सही साबित कर दिखाया है सूरजपुर के 24 वर्षीय वाॅलीबॉल खिलाडी अंबर कुमार पाण्डेय ने. अंबर का चयन अपनी खेल प्रतिभा के माध्यम से सरकारी नौकरी के लिए डीएलडब्ल्यू बनारस में ग्रुप सी के लिए हुआ है.

साल 2020 में यह उपलब्धि हासिल करने वाले राज्य के पहले वाॅलीबॉल खिलाड़ी हैं, जो ट्रायल के माध्यम से चयनित हुए हैं. मध्यम परिवार में पले-बढे़ अंबर कुमार पाण्डेय चोपड़ा काॅलोनी बिश्रामपुर के रहने वाले हैं. उनके पिता प्रेमशंकर पांडेय ठेकेदार हैं. परिवार में उनकी मां अर्चना पांडेय और छोटा भाई आकाश है.

यूथ नेशनल में किया कई बार राज्य का प्रतिनिधित्व

उनके पिता प्रेमशंकर पांडेय ने बताया कि अंबर ने अपने खेल सफर की शुरुआत जूनियर वर्ग से की थी. अंबर ने छत्तीसगढ़ टीम की ओर से खेलते हुए जूनियर नेशनल 2014 देहरादून (उत्तराखंड), यूथ नेशनल 2014 रामपुर (उत्तर प्रदेश), यूथ नेशनल 2015 नागपुर (महाराष्ट्र) में राज्य का प्रतिनिधित्व किया. इसके बाद उसका चयन सीनियर प्लेयर के रूप में हुआ. जिसमें अंबर ने छत्तीसगढ़ टीम की ओर से सीनियर नेशनल 2016 चेन्नई (तमिलनाडु), सीनियर नेशनल 2017 केरल, सीनियर नेशनल 2018 चेन्नई (तमिलनाडु), सीनियर नेशनल 2019 ओडिशा जैसे राज्यों मे अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाया.

कई बार ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में लिया भाग

अंबर के करियर में रोचक मोड़ तब आया, जब उसकी प्रतिभा से आकर्षित होकर छत्तीसगढ़ वाॅलीबॉल संघ के सचिव मो. अनवर खान ने खुद प्रशिक्षण दिया. प्रशिक्षण के दौरान छत्तीसगढ़ सीनियर वाॅलीबॉल टीम के कप्तान दीपेश सिन्हा का साथ मिलने से उनके खेल में और निखार आया. यहां अंबर साल 2014 से 2016 तक रहे. इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण के लिए चयन ट्रायल दिया. जिसमें उनका सेलेक्शन तमिलनाडु यूनिवर्सिटी में होने के बाद साल 2016 से 2019 तक श्री कृष्णा आर्ट्स एंड साइंस महाविद्यालय कोयंबटूर (तमिलनाडु) में अपनी महाविद्यालय की पढ़ाई की. अंबर ने भारतीय कोच से खेल का प्रशिक्षण लिया.

Ambar Pandey lives in Surajpur
सूरजपुर का रहने वाला है अंबर

इस दौरान अंबर कुमार पाण्डेय ने तमिलनाडु यूनिवर्सिटी की ओर से खेलना जारी रखा. जिसमें उन्होंने ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप 2017 जबलपुर (मध्यप्रदेश), ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप 2018 कानपुर (उत्तर प्रदेश) में भाग लिया. इस चैंपियनशिप के दौरान सेलेक्टर्स की नजर अंबर पर पड़ी. क्योंकि इन दोनों चैंपियनशिप में तमिलनाडु यूनिवर्सिटी की टीम तीसरे स्थान पर रही. जिसमें अंबर की महत्वपूर्ण भूमिका थी.

इंटर डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप में भी हुए कई बार चयनित

इसके अलावा ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप 2020 ओडिशा में पंजाब की लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी की टीम का भी प्रतिनिधित्व किया. इसी साल खेलो इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी 2020 ओडिशा में भी सम्मिलित हुए. राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के दौरान भी अंबर कुमार पांडेय इंटर डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप में चयनित होते रहे. इसमें उन्होंने रायपुर की टीम से खेलते हुए इंटर डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप 2016 रायगढ़, इंटर डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप 2018 सूरजपुर और इंटर डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप 2020 बलौदाबाजार में भाग लेते हुए सभी चैंपियनशिप में रायपुर की टीम को द्वितीय स्थान दिलाया.

Volleyball player Ambar Kumar Pandey
छत्तीसगढ़ के लिए कई बार अंबर ने किया प्रतिनिधित्व

अपने कोच की बदौलत आज इस मुकाम पर

अंबर कुमार पांडेय ने बताया कि उनके इस मुकाम तक पहुंचने की नींव रखी उनके कोच और गुरू सोमनाथ दास ने, जो खुद एस.ई.सी.एल. से पूर्व वाॅलीबॉल खिलाड़ी रह चुके हैं. उनके कोच सोमनाथ दास गुप्ता 2013 से जब अंबर सिर्फ 17 साल का था, तब से ही उसे निःशुल्क वाॅलीबॉल का प्रशिक्षण देकर बारीकियां सिखाते आ रहे हैं. जिसकी बदौलत आज अंबर इस मुकाम पर पहुंचे हैं और अपने परिवार, जिला और राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं.

आर्थिक तंगी का किया सामना, लेकिन कई लोगों से मिली मदद

अंबर कुमार पांडेय बताते हैं कि इस दौरान उन्हें कई बार आर्थिक और शारीरिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ा. मानसिक तौर पर पढ़ाई के साथ-साथ खेल को भी बराबर समय देना पड़ता था. वे महीने में कई बार राज्य से बाहर खेलने जाते थे. इसी बीच उनके पास पैसों की कमी रहती थी. जिसके कारण उनका मनोबल कम होने लगता था. घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए ज्यादा पैसा मांगना भी उचित नहीं समझते थे. वे बताते हैं कि इन मुश्किल परिस्थितियों में भी कई जगह से उन्हें काफी मदद मिली. जिसकी बदौलत उनकी राह आसान होती गई. इसमें उनके कोच और संघ ने भी आर्थिक रूप से काफी मदद की. रामपुर से प्रतियोगिता जीतकर आने पर जिला प्रशासन सूरजपुर में तत्कालीन कलेक्टर जी आर चुरैन ने भी प्रोत्साहन राशि भेंट कर सम्मानित किया था.

जब पिता की हुई थी दिल्ली एम्स में हार्ट की सर्जरी

वे आगे बताते हैं कि उनके जीवन में सबसे कठिन समय तब आया, जब उनके पिता की हार्ट सर्जरी दिल्ली एम्स में होनी थी और वे तमिलनाडु में अंतिम ट्रायल में थे. इस छोटी सी उम्र में ये परिस्थिति उनके लिए काफी भयावह थी, लेकिन सभी के सहयोग से उनके पिताजी की हार्ट सर्जरी सफल हुई और इसी ट्रायल में छत्तीसगढ़ से एकमात्र खिलाड़ी अंबर कुमार पाण्डेय का चयन भी हुआ.

इंडियन सीनियर वाॅलीबॉल टीम में खेलने का है सपना

अंबर कहते हैं कि सरकारी नौकरी में आने के बाद सबसे पहला उनका लक्ष्य है कि अपने घर की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना और अपने खेल को आगे बढ़ाना, जिससे वे इंडियन सीनियर वाॅलीबॉल टीम की ओर से खेलकर भारत का प्रतिनिधित्व करने का अपना सपना पूरा कर सकें.

माता-पिता और कोच को दिया सफलता का श्रेय

अंबर ने अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता, परिवारजन, कोच सोमनाथ, अपने साथीगण, जिला खेल अधिकारी शबाब हुसैन, जिला वाॅलीबॉल संघ सूरजपुर के अध्यक्ष अजय गोयल, उपाध्यक्ष रामश्रृंगार यादव, संघ के सभी सदस्य, जिला प्रशासन एवं खेल विभाग सूरजपुर को दिया है. जिले और राज्य का नाम रोशन करने पर सभी ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए इस उपलब्धि पर बधाई दी है.

सूरजपुर: कहते हैं कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती. सच्ची लगन और कड़ी मेहनत से इंसान अपनी मंजिल को पा सकता है. इस बात को सही साबित कर दिखाया है सूरजपुर के 24 वर्षीय वाॅलीबॉल खिलाडी अंबर कुमार पाण्डेय ने. अंबर का चयन अपनी खेल प्रतिभा के माध्यम से सरकारी नौकरी के लिए डीएलडब्ल्यू बनारस में ग्रुप सी के लिए हुआ है.

साल 2020 में यह उपलब्धि हासिल करने वाले राज्य के पहले वाॅलीबॉल खिलाड़ी हैं, जो ट्रायल के माध्यम से चयनित हुए हैं. मध्यम परिवार में पले-बढे़ अंबर कुमार पाण्डेय चोपड़ा काॅलोनी बिश्रामपुर के रहने वाले हैं. उनके पिता प्रेमशंकर पांडेय ठेकेदार हैं. परिवार में उनकी मां अर्चना पांडेय और छोटा भाई आकाश है.

यूथ नेशनल में किया कई बार राज्य का प्रतिनिधित्व

उनके पिता प्रेमशंकर पांडेय ने बताया कि अंबर ने अपने खेल सफर की शुरुआत जूनियर वर्ग से की थी. अंबर ने छत्तीसगढ़ टीम की ओर से खेलते हुए जूनियर नेशनल 2014 देहरादून (उत्तराखंड), यूथ नेशनल 2014 रामपुर (उत्तर प्रदेश), यूथ नेशनल 2015 नागपुर (महाराष्ट्र) में राज्य का प्रतिनिधित्व किया. इसके बाद उसका चयन सीनियर प्लेयर के रूप में हुआ. जिसमें अंबर ने छत्तीसगढ़ टीम की ओर से सीनियर नेशनल 2016 चेन्नई (तमिलनाडु), सीनियर नेशनल 2017 केरल, सीनियर नेशनल 2018 चेन्नई (तमिलनाडु), सीनियर नेशनल 2019 ओडिशा जैसे राज्यों मे अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाया.

कई बार ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में लिया भाग

अंबर के करियर में रोचक मोड़ तब आया, जब उसकी प्रतिभा से आकर्षित होकर छत्तीसगढ़ वाॅलीबॉल संघ के सचिव मो. अनवर खान ने खुद प्रशिक्षण दिया. प्रशिक्षण के दौरान छत्तीसगढ़ सीनियर वाॅलीबॉल टीम के कप्तान दीपेश सिन्हा का साथ मिलने से उनके खेल में और निखार आया. यहां अंबर साल 2014 से 2016 तक रहे. इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण के लिए चयन ट्रायल दिया. जिसमें उनका सेलेक्शन तमिलनाडु यूनिवर्सिटी में होने के बाद साल 2016 से 2019 तक श्री कृष्णा आर्ट्स एंड साइंस महाविद्यालय कोयंबटूर (तमिलनाडु) में अपनी महाविद्यालय की पढ़ाई की. अंबर ने भारतीय कोच से खेल का प्रशिक्षण लिया.

Ambar Pandey lives in Surajpur
सूरजपुर का रहने वाला है अंबर

इस दौरान अंबर कुमार पाण्डेय ने तमिलनाडु यूनिवर्सिटी की ओर से खेलना जारी रखा. जिसमें उन्होंने ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप 2017 जबलपुर (मध्यप्रदेश), ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप 2018 कानपुर (उत्तर प्रदेश) में भाग लिया. इस चैंपियनशिप के दौरान सेलेक्टर्स की नजर अंबर पर पड़ी. क्योंकि इन दोनों चैंपियनशिप में तमिलनाडु यूनिवर्सिटी की टीम तीसरे स्थान पर रही. जिसमें अंबर की महत्वपूर्ण भूमिका थी.

इंटर डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप में भी हुए कई बार चयनित

इसके अलावा ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप 2020 ओडिशा में पंजाब की लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी की टीम का भी प्रतिनिधित्व किया. इसी साल खेलो इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी 2020 ओडिशा में भी सम्मिलित हुए. राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के दौरान भी अंबर कुमार पांडेय इंटर डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप में चयनित होते रहे. इसमें उन्होंने रायपुर की टीम से खेलते हुए इंटर डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप 2016 रायगढ़, इंटर डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप 2018 सूरजपुर और इंटर डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप 2020 बलौदाबाजार में भाग लेते हुए सभी चैंपियनशिप में रायपुर की टीम को द्वितीय स्थान दिलाया.

Volleyball player Ambar Kumar Pandey
छत्तीसगढ़ के लिए कई बार अंबर ने किया प्रतिनिधित्व

अपने कोच की बदौलत आज इस मुकाम पर

अंबर कुमार पांडेय ने बताया कि उनके इस मुकाम तक पहुंचने की नींव रखी उनके कोच और गुरू सोमनाथ दास ने, जो खुद एस.ई.सी.एल. से पूर्व वाॅलीबॉल खिलाड़ी रह चुके हैं. उनके कोच सोमनाथ दास गुप्ता 2013 से जब अंबर सिर्फ 17 साल का था, तब से ही उसे निःशुल्क वाॅलीबॉल का प्रशिक्षण देकर बारीकियां सिखाते आ रहे हैं. जिसकी बदौलत आज अंबर इस मुकाम पर पहुंचे हैं और अपने परिवार, जिला और राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं.

आर्थिक तंगी का किया सामना, लेकिन कई लोगों से मिली मदद

अंबर कुमार पांडेय बताते हैं कि इस दौरान उन्हें कई बार आर्थिक और शारीरिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ा. मानसिक तौर पर पढ़ाई के साथ-साथ खेल को भी बराबर समय देना पड़ता था. वे महीने में कई बार राज्य से बाहर खेलने जाते थे. इसी बीच उनके पास पैसों की कमी रहती थी. जिसके कारण उनका मनोबल कम होने लगता था. घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए ज्यादा पैसा मांगना भी उचित नहीं समझते थे. वे बताते हैं कि इन मुश्किल परिस्थितियों में भी कई जगह से उन्हें काफी मदद मिली. जिसकी बदौलत उनकी राह आसान होती गई. इसमें उनके कोच और संघ ने भी आर्थिक रूप से काफी मदद की. रामपुर से प्रतियोगिता जीतकर आने पर जिला प्रशासन सूरजपुर में तत्कालीन कलेक्टर जी आर चुरैन ने भी प्रोत्साहन राशि भेंट कर सम्मानित किया था.

जब पिता की हुई थी दिल्ली एम्स में हार्ट की सर्जरी

वे आगे बताते हैं कि उनके जीवन में सबसे कठिन समय तब आया, जब उनके पिता की हार्ट सर्जरी दिल्ली एम्स में होनी थी और वे तमिलनाडु में अंतिम ट्रायल में थे. इस छोटी सी उम्र में ये परिस्थिति उनके लिए काफी भयावह थी, लेकिन सभी के सहयोग से उनके पिताजी की हार्ट सर्जरी सफल हुई और इसी ट्रायल में छत्तीसगढ़ से एकमात्र खिलाड़ी अंबर कुमार पाण्डेय का चयन भी हुआ.

इंडियन सीनियर वाॅलीबॉल टीम में खेलने का है सपना

अंबर कहते हैं कि सरकारी नौकरी में आने के बाद सबसे पहला उनका लक्ष्य है कि अपने घर की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना और अपने खेल को आगे बढ़ाना, जिससे वे इंडियन सीनियर वाॅलीबॉल टीम की ओर से खेलकर भारत का प्रतिनिधित्व करने का अपना सपना पूरा कर सकें.

माता-पिता और कोच को दिया सफलता का श्रेय

अंबर ने अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता, परिवारजन, कोच सोमनाथ, अपने साथीगण, जिला खेल अधिकारी शबाब हुसैन, जिला वाॅलीबॉल संघ सूरजपुर के अध्यक्ष अजय गोयल, उपाध्यक्ष रामश्रृंगार यादव, संघ के सभी सदस्य, जिला प्रशासन एवं खेल विभाग सूरजपुर को दिया है. जिले और राज्य का नाम रोशन करने पर सभी ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए इस उपलब्धि पर बधाई दी है.

Last Updated : Jul 20, 2020, 9:02 AM IST
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