सूरजपुर : जिले में बंजा के एकलव्य विद्यालय में क्वॉरेंटाइन किए गए 7 प्रवासी मजदूर खिड़की तोड़कर भाग गए. इससे पहले भी 6 महिलाएं क्वॉरेंटाइन सेंटर से भाग चुकी हैं. बता दें कि दूसरे क्वॉरेंटाइन सेंटर से भी 16 लोगों ने भागने का प्रयास किया था. इसके बावजूद जिला प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया और सुरक्षा में ढील कर दी.
शुक्रवार को ही इस क्वॉरेंटाइन सेंटर से 3 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. इसकी पुष्टि मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरएस सिंह ने की थी. उससे ठीक एक दिन पहले एकलव्य विद्यालय में अव्यवस्था से नाराज लोगों ने क्वॉरेंटाइन सेंटर में जमकर हंगामा मचाया था. जिस तरह से क्वॉरेंटाइन किए गए युवक भागे हैं, सूरजपुर जिला प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठना शुरू हो गया है.
23 जून को 6 महिलाओं के भागने के बाद 7 मजदूर और भाग गए हैं. जानकारी के मुताबिक ये सभी मजदूर एक ही खिड़की को तोड़ कर पैदल ही भाग निकले. इस दूसरी घटना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है, इस क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद बंजा के इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया था. यहां 170 से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को रखा गया है.
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पंचायत सचिव और पटवारी पर कार्रवाई
घटना की जानकारी लगते ही कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंचे और मजदूरों को खोजने का प्रयास किया जा रहा है. प्रवासी मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के बैढंन के बताए जा रहे हैं. प्रसाशनिक लापरवाही उजागर होने पर कलेक्टर ने 2 पंचायत सचिव, 1 पटवारी और एक संविदा डॉक्टर पर निलंबन की कार्रवाई की है. वहीं सुरक्षा में तैनात एक पुलिस कर्मी पर भी गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है.