सुकमा: बुधवार को 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण (11 Naxalites Surrender) किया है. 11 नक्सलियों में दो 2 महिला नक्सली भी शामिल हैं. सुकमा पुलिस (Sukma Police) की तरफ से चलाये जा रहे पूना नर्कोम अभियान (Poona Narkom Campaign) के तहत नक्सलियों ने सरेंडर किया है. जानकारी के मुताबिक सभी नक्सली गादीरास इलाके में सक्रिय थे. लेकिन नक्सलियों ने सरकार की पुनर्वास नीति (Government Rehabilitation Policy) से प्रभावित होकर सरेंडर किया है.
अपने संगठन के बड़े नक्सली लीडरों की प्रताड़ना से तंग आकर और राज्य सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सुकमा में 11 नक्सलियों ने सीआरपीएफ और जिला पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. समर्पण करने वाले नक्सलियों में दो महिला और 9 पुरुष नक्सली शामिल है. ये सभी नक्सली काफी लंबे समय से नक्सलियों के संगठन में जुड़े हुए थे और सुकमा जिले के गादीरास इलाके में सक्रिय थे और नक्सली द्वारा घटित किये गये कई वारदातों में शामिल थे. आज इन सभी 11 नक्सलियों ने सुकमा CRPF पुलिस से संपर्क कर अपने हथियार डाल दिए और सरकार की मुख्यधारा से जुड़ गए. इधर CRPF के कमांडेड ने सरेंडर किये नक्सलियों को 10-10 हजार की राशि देकर प्रोत्साहित किया.
लोन वर्रा टू अभियान
दंतेवाड़ा पुलिस की ओर से चलाए जा रहे लोन वर्रा टू अभियान (Lone Verratu Campaign) के तहत सुकमा जिले में भी पूना नर्कोम अभियान पुलिस के द्वारा चलाया जा रहा है और इस अभियान के तहत बड़ी संख्या में नक्सली सुकमा पुलिस के समक्ष सरेंडर कर रहे हैं. बीते 26 सितंबर को बड़ी संख्या में नक्सलियों द्वारा सरेंडर किए जाने के बाद आज सीआरपीएफ कमांडेंट के समक्ष 11 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. वहीं आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सली स्थाई वारंटी नक्सली हैं और सभी के खिलाफ गादीरास थाना समेत विभिन्न थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. ये सभी सरेंडर नक्सली लंबे समय से नक्सलियों के संगठन में शामिल थे और कई वारदातों को अंजाम भी दे चुके हैं.