सुकमा: छिंदगढ़ के पुजारीपाल गांव में शुक्रवार शाम को अचानक आए आंधी-तूफान ने इलाके में तबाही मचा दी. इससे लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. आंधी-तूफान की वजह से 40 से ज्यादा घर क्षतिग्रस्त हो गए. कही घरों की सीट उड़े गई, तो कहीं दर्जनों से ज्यादा सागौन, आम और इमली के पेड़ धराशाई हो गए.
प्रशासन ने पहुंचाई राहत
आंधी-तूफान के कहर से पूजारीपाल गांव समेत आस-पास के इलाकों में बिजली के पोल गिर गए हैं. इससे इलाके में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप है. आंधी-तूफान की सूचना मिलते ही देर शाम कलेक्टर चंदन कुमार ने प्रभावित गांव का दौरा किया और जल्द से जल्द पीड़ितों को राहत पहुंचाने के निर्देश राजस्व अमला को दिए. इसके बाद कलेक्टर समेत राजस्व अमला प्रभावित गांव का दौरा कर ग्रामीणों को हुए नुकसान का जायजा लिया.
उजड़े आशियानों के सुधार में जुटे ग्रामीण
रात भर हुई बारिश से घर में रखा सारा सामान खराब हो गया. शनिवार को ETV भारत प्रभावित गांव का जायजा लिया. इस दौरान ग्रामीण अपने उजड़े आशियानों सुधार करते दिखे. कई घरों के खपरे उड़ गए थे, कई घर धाराशाई हो गए, जिसे ग्रामीण चेहरे में मायूसी लिए मरम्मत करते नजर आए.
कई क्विंटल धान और जरूरी दस्तावेज बर्बाद
पुजारीपाल के ग्रामीणों ने बताया कि अचानक तेज आवाजें गूंजने लगी, जिसे सुनकर घर से बाहर निकले तो बाहर का नजारा देख आंखें फटी की फटी रह गई. आंधी इतनी तेज थी कि कुछ मिनट में ही सब कुछ तहस-नहस हो गया. घर मे रखा कई क्विंटल धान बारिश से भीग गया. इतना ही नहीं आधार कार्ड, राशन कार्ड समेत अन्य जरूरी दस्तावेज भी बारिश में भीगकर बर्बाद हो गए.
ग्रामीणों को दी जा रही राहत राशि
मामले में छिंदगढ़ तहसीलदार उत्तम प्रसाद रजक से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि आंधी से हुए नुकसान का आंकलन कर पीड़ितों को पांच हजार से 60 हजार रुपये तक आर्थिक मदद दी जा रही है. अब तक 40 से ज्यादा घरों को आंशिक क्षति आई है. वहीं 5 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं.