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SBI के फील्ड ऑफिसर ने ठगे डेढ़ करोड़ रुपए, ग्राहकों के अकाउंट से निकाली लोन की राशि

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Published : Aug 18, 2019, 2:57 PM IST

जिला मुख्यालय की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की शाखा में फील्‍ड अफसर का ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. जिसमें फील्‍ड अफसर ने खाताधारकों के खातों से लाखों रुपए निकाल लिया.

SBI के फील्ड अफसर ने खाताधारकों के साथ की धोखाधड़ी

सुकमा : जिला मुख्यालय की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. SBI के फील्‍ड अफसर विश्वजीत सिसोदिया ने ग्राहकों को विश्वास में लेकर ब्‍लैंक पीडीसी चेक के माध्यम से ग्राहकों के खाते से उनके लोन की पूरी राशि के अलावा उनकी जमा-पूंजी भी दूसरे खातों में ट्रांसफर कर पैसे निकाल लिए. इस तरह आरोपी ने करीब डेढ़ करोड़ रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है.

SBI के फील्ड अफसर ने खाताधारकों के साथ की धोखाधड़ी

धोखाधड़ी के आरोपी का प्रमोशन
धोखाधड़ी का शिकार होने वाले ज्यादातर ग्राहकों ने पर्सनल लोन लिया था. कुछ ने मकान बनाने, तो कुछ ने छोटे कामों के लिए लोन लिया था. धोखाधड़ी की शिकायत करने में पुलिस के जवान भी शामिल हैं. ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करने के बाद जून महीने में फील्‍ड अफसर विश्‍वजीत सिसोदिया का बतौर डिप्‍टी मैनेजर प्रमोशन होने के बाद भोपाल की मैन ब्रांच में तबादला भी हो गया.

SBI के वर्तमान मैनेजर सिन्हाराव ने फोन पर बताया कि, उन्हें लगभग 12 ग्राहकों ने लिखित शिकायत कर अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी दी है. उन्होंने इस पूरे मामले से जगदलपुर के रीजनल बिजनेस कार्यालय को अवगत करा दिया है. शिकायतों की मूल कॉपी भी जगदलपुर आरबीओ को भेज दी गई है.

आरक्षकों को लगाई लाखों की चपत
दोरनापाल में पदस्थ प्रधान आरक्षक सोड़ी भीमा ने जिला मुख्यालय के SBI शाखा में पर्सनल लोन के लिए आवेदन दिया था. 6 लाख 80 हजार का लोन स्वीकृत हुआ. इसके बाद अलग-अलग तारीख को सोड़ी भीमा के खाते में बैंक से 6 लाख 80 हजार रुपए क्रेडिट किए गए. फील्‍ड ऑफिसर विश्वजीत सिसोदिया ने भीमा से 6 ब्लैंक पीडीसी चेक लिए, जिनमें भीमा के हस्ताक्षर थे.

19 मार्च को चेक क्रमांक 202076 से फील्ड अफसर ने लोन राशि से 20 हजार ज्यादा यानि 7 लाख रुपए भीमा के खाते से निकाल लिए. एसबीआई को की गई लिखित शिकायत में भीमा ने बताया कि, 'उसने मकान बनाने के लिए पर्सनल लोन लिया था. खाते से राशि निकालने के बाद उसने फील्‍ड अफसर से संपर्क किया तो विश्वजीत सिसोदिया आज-कल में राशि लौटाने की बात कहकर उसे अब तक घूमा रहा है'.

वहीं टेटराई क्षेत्र के रहने वाले सहायक आरक्षक मडक़ाम जोगा ने 3 लाख 86 हजार रुपए के पर्सनल लोन के लिए एसबीआई के जिला मुख्यालय स्थित मैन ब्रांच में आवेदन किया था. लोन स्वीकृत होने के बाद उसके बचत खाते से बैंक की तरफ से 86 हजार रुपए क्रेडिट हुए. जोगा ने लोन प्रक्रिया के वक्त फील्‍ड अफसर विश्वजीत सिसोदिया को हस्ताक्षर किए हुए तीन ब्लैंक पीडीसी चेक दिए थे. 6 मई को पीडीसी चेक क्रमांक 88410 से फील्‍ड अफसर ने 3 लाख रुपए निकाल लिए. जोगा ने भी मकान बनाने के लिए लोन लिया था.

पढ़ें- हाथियों के उत्पात पर लगेगी लगाम, जल्द गले में बंधेगी डिजिटल घंटी

शिक्षक का पैसा भी किया गबन
जिला मुख्यालय के सम्राट नगर निवासी गंगा बहादुर सिंह शिक्षक हैं. उन्होंने 6 लाख रुपए पर्सनल लोन के लिए SBI के सुकमा स्थित मैन ब्रांच में आवेदन किया था. ऋण स्वीकृती के बाद फरवरी में डेढ़ और मई में दो लाख रुपए गंगा बहादुर सिंह के बचत खाता में बैंक की तरफ से क्रेडिट किए गए. फील्‍ड अफसर ने हस्ताक्षर किए हुए 6 ब्लैंक चेक शिक्षक से लिए थे और लोन की शेष राशि ढाई लाख रुपए जल्द ही खाते में क्रेडिट होने की बात कही थी.

फील्ड अफसर ने मई में शिक्षक के चेक क्रमांक 571817 से दो लाख रुपए निकाल लिए. शिक्षक के पूछने पर फील्‍ड अफसर विश्वजीत सिसोदिया ने जल्द ही राशि लौटाने की बात कही पर अब तक नहीं लौटाई. इस तरह आरोपी ने करीब डेढ़ करोड़ रुपए की धोखाधड़ी ग्राहकों के साथ की है.

सुकमा : जिला मुख्यालय की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. SBI के फील्‍ड अफसर विश्वजीत सिसोदिया ने ग्राहकों को विश्वास में लेकर ब्‍लैंक पीडीसी चेक के माध्यम से ग्राहकों के खाते से उनके लोन की पूरी राशि के अलावा उनकी जमा-पूंजी भी दूसरे खातों में ट्रांसफर कर पैसे निकाल लिए. इस तरह आरोपी ने करीब डेढ़ करोड़ रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है.

SBI के फील्ड अफसर ने खाताधारकों के साथ की धोखाधड़ी

धोखाधड़ी के आरोपी का प्रमोशन
धोखाधड़ी का शिकार होने वाले ज्यादातर ग्राहकों ने पर्सनल लोन लिया था. कुछ ने मकान बनाने, तो कुछ ने छोटे कामों के लिए लोन लिया था. धोखाधड़ी की शिकायत करने में पुलिस के जवान भी शामिल हैं. ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करने के बाद जून महीने में फील्‍ड अफसर विश्‍वजीत सिसोदिया का बतौर डिप्‍टी मैनेजर प्रमोशन होने के बाद भोपाल की मैन ब्रांच में तबादला भी हो गया.

SBI के वर्तमान मैनेजर सिन्हाराव ने फोन पर बताया कि, उन्हें लगभग 12 ग्राहकों ने लिखित शिकायत कर अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी दी है. उन्होंने इस पूरे मामले से जगदलपुर के रीजनल बिजनेस कार्यालय को अवगत करा दिया है. शिकायतों की मूल कॉपी भी जगदलपुर आरबीओ को भेज दी गई है.

आरक्षकों को लगाई लाखों की चपत
दोरनापाल में पदस्थ प्रधान आरक्षक सोड़ी भीमा ने जिला मुख्यालय के SBI शाखा में पर्सनल लोन के लिए आवेदन दिया था. 6 लाख 80 हजार का लोन स्वीकृत हुआ. इसके बाद अलग-अलग तारीख को सोड़ी भीमा के खाते में बैंक से 6 लाख 80 हजार रुपए क्रेडिट किए गए. फील्‍ड ऑफिसर विश्वजीत सिसोदिया ने भीमा से 6 ब्लैंक पीडीसी चेक लिए, जिनमें भीमा के हस्ताक्षर थे.

19 मार्च को चेक क्रमांक 202076 से फील्ड अफसर ने लोन राशि से 20 हजार ज्यादा यानि 7 लाख रुपए भीमा के खाते से निकाल लिए. एसबीआई को की गई लिखित शिकायत में भीमा ने बताया कि, 'उसने मकान बनाने के लिए पर्सनल लोन लिया था. खाते से राशि निकालने के बाद उसने फील्‍ड अफसर से संपर्क किया तो विश्वजीत सिसोदिया आज-कल में राशि लौटाने की बात कहकर उसे अब तक घूमा रहा है'.

वहीं टेटराई क्षेत्र के रहने वाले सहायक आरक्षक मडक़ाम जोगा ने 3 लाख 86 हजार रुपए के पर्सनल लोन के लिए एसबीआई के जिला मुख्यालय स्थित मैन ब्रांच में आवेदन किया था. लोन स्वीकृत होने के बाद उसके बचत खाते से बैंक की तरफ से 86 हजार रुपए क्रेडिट हुए. जोगा ने लोन प्रक्रिया के वक्त फील्‍ड अफसर विश्वजीत सिसोदिया को हस्ताक्षर किए हुए तीन ब्लैंक पीडीसी चेक दिए थे. 6 मई को पीडीसी चेक क्रमांक 88410 से फील्‍ड अफसर ने 3 लाख रुपए निकाल लिए. जोगा ने भी मकान बनाने के लिए लोन लिया था.

पढ़ें- हाथियों के उत्पात पर लगेगी लगाम, जल्द गले में बंधेगी डिजिटल घंटी

शिक्षक का पैसा भी किया गबन
जिला मुख्यालय के सम्राट नगर निवासी गंगा बहादुर सिंह शिक्षक हैं. उन्होंने 6 लाख रुपए पर्सनल लोन के लिए SBI के सुकमा स्थित मैन ब्रांच में आवेदन किया था. ऋण स्वीकृती के बाद फरवरी में डेढ़ और मई में दो लाख रुपए गंगा बहादुर सिंह के बचत खाता में बैंक की तरफ से क्रेडिट किए गए. फील्‍ड अफसर ने हस्ताक्षर किए हुए 6 ब्लैंक चेक शिक्षक से लिए थे और लोन की शेष राशि ढाई लाख रुपए जल्द ही खाते में क्रेडिट होने की बात कही थी.

फील्ड अफसर ने मई में शिक्षक के चेक क्रमांक 571817 से दो लाख रुपए निकाल लिए. शिक्षक के पूछने पर फील्‍ड अफसर विश्वजीत सिसोदिया ने जल्द ही राशि लौटाने की बात कही पर अब तक नहीं लौटाई. इस तरह आरोपी ने करीब डेढ़ करोड़ रुपए की धोखाधड़ी ग्राहकों के साथ की है.

Intro:एसबीआई के फील्‍ड अफसर ने पीडीसी चेक लेकर ग्राहकों के खाते से डेढ़ करोड़ से ज्यादा निकाले, डिप्टी मैनेजर का प्रमोशन भी ले लिया 

सुकमा.जिला मुख्यालय की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में ग्राहकों के साथ बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी करने का मामला प्रकाश में आया है। एसबीआई के फील्‍ड अफसर विश्वजीत सिसोदिया ने ग्राहकों को विश्वास में लेकर ब्‍लैंक पीडीसी चेक के माध्यम से ग्राहकों के खाते से उनके लोन की पूरी राशि के अलावा उनकी जमा पूंजी भी आहरण या बाहरी अन्य खातों में ट्रांसफर कर पैसे निकाल लिए। ग्राहकों द्वारा एसबीआई से की गई लिखित शिकायत व etv bharat की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि यह मामला दो दर्जन से ज्‍यादा ग्राहकों के साथ डेढ़ करोड़ रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी का है।

धोखाधड़ी का शिकार होने वाले ज्यादा ग्राहकों ने पर्सनल लोन लिया था। कुछ ने मकान बनाने तो कुछ ने दिगर काम के लिए लोन लिया। शिकायतों में पुलिस के जवान शामिल भी हैं। ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करने के दौरान जून माह में फील्‍ड अफसर विश्‍वजीत सिसोदिया का बतौर डिप्‍टी मैनेजर प्रमोशन होने के बाद भोपाल के मेन ब्रांच में तबादला भी हो गया।

Body:एसबीआई के वर्तमान मैनेजर सिन्हाराव ने दूरभाष पर बताया कि उन्हें लगभग 12 ग्राहकों ने लिखित शिकायत कर अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी दी है। उन्होंने इस पूरे मामले से जगदलपुर की रीजनल बिजनेस कार्यालय को अवगत करा दिया है। शिकायतों को मूल कॉपी भी जगदलपुर आरबीओ को भेज दी गई है।

प्रधान आरक्षक के खाते से लोन से ज्यादा राशि आहरण कर ली...
दोरनापाल में पदस्थ प्रधान आरक्षक सोड़ी भीमा ने जिला मुख्यालय के एसबीआई शाखा में पर्सनल लोन के लिए आवेदन दिया था। 6 लाख 80 हजार का लोन स्वीकृत हुआ। अलग-अलग तारीख को सोड़ी भीमा के खाते में बैंक से 6 लाख 80 हजार रुपए क्रेडिट किए गए। फील्‍ड ऑफिसर विश्वजीत सिसोदिया ने भीमा से 6 ब्लैंक पीडीसी चेक लिए। जिनमें भीमा के हस्ताक्षर थे। 19 मार्च को चेक क्रमांक 202076 से फिल्ड अफसर ने लोन राशि से 20 हजार ज्यादा 7 लाख रुपए भीमा के खाते से निकाल लिए। एसबीआई को किए गए लिखित शिकायत में भीमा ने बताया है कि उसने मकान बनाने के लिए पर्सनल लोन लिया था। खाते से राशि निकालने के बाद उसने फील्‍ड अफसर से संपर्क किया तो विश्वजीत सिसोदिया आज-कल में राशि लौटाने की बात कहकर उसे अब तक घूमा रहा है।

शिक्षक के खाते से दो लाख निकाल लिए अब तक नहीं लौटाए
जिला मुख्यालय के सम्राट नगर निवासी गंगा बहादुर सिंह शिक्षक हैं। उन्होंने 6 लाख रुपए पर्सनल लोन के लिए एसबीआई के सुकमा स्थित मेन ब्रांच में आवेदन किया था। ऋण स्वीकृती के बाद फरवरी में डेढ़ और मई में दो लाख रुपए गंगा बहादुर सिंह के बचत खाता क्रमांक 30299719995 में बैंक की ओर से क्रेडिट किए गए। फील्‍ड अफसर ने हस्ताक्षर किए हुए 6 ब्लैंक चेक शिक्षक से लिए थे। लोन की शेष राशि ढाई लाख रुपए जल्द ही खाते में क्रेडिट होने की बात फील्‍ड अफसर ने शिक्षक से कही थी। फिल्ड अफसर ने मई में शिक्षक के चेक क्रमांक 571817 से दो लाख रुपए आहरण कर लिए। शिक्षक द्वारा पूछने पर फील्‍ड अफसर विश्वजीत सिसोदिया ने जल्द ही राशि लौटाने की बात कही पर अब तक नहीं लौटाई।
Conclusion:टेटराई निवासी सहायक आरक्षक मडक़ाम जोगा ने 3 लाख 86 हजार रुपए के पर्सनल लोन के लिए एसबीआई के जिला मुख्यालय स्थित मेन ब्रांच में आवेदन किया था। लोन स्वीकृत होने के बाद उसके बचत खाता क्रमांक 32257758102 में बैंक की ओर 86 हजार रुपए क्रेडिट हुए। जोगा ने लोन प्रक्रिया के दौरान फील्‍ड अफसर विश्वजीत सिसोदिया को तीन हस्ताक्षर किए हुए ब्लैंक पीडीसी चेक दिए थे। 6 मई को पीडीसी चेक क्रमांक 88410 से फील्‍ड अफसर ने 3 लाख रुपए आहरण कर लिए। जोगा ने भी मकान बनाने के लिए लोन लिया था।

Etv bharat की शुरुआती पड़तात में यह बात सामने आई है कि तत्‍कालीन फील्‍ड अफसर विश्‍वजीत सिसोदिया ने दो दर्जन से ज्‍यादा बैंक के ग्राहकों के साथ इस तरह की धोखाधड़ी की है। इनमें कुछ व्‍यवसायी भी शामिल हैं। जिनसे 15 से 20 लाख रुपए लोन देने के बाद उनके ही हस्‍ताक्षर किए हुए ब्‍लैंक पीडीसी चेक से फील्‍ड अफसर ने नगद या दूसरे अन्‍य के खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए। धोखाधड़ी का शिकार हुए ज्‍यादातर ग्राहकों ने पैसे डूब जाने के डर से अब तक शिकायत दर्ज नहीं कराई है। उन्‍हें फील्‍ड अफसर की पैसे लौटाने की बात पर अब भी भरोसा है। तो कुछ ग्राहकों द्वारा एजीएम से सीधे लिखित शिकायत करने की जानकारी मिली है।

बाइट 01: मड़कम जोगा, सहायक आरक्षक
बाइट 02: सोढ़ी भीमा, प्रधान आरक्षक
बाइट 03: दिरदो हुंगा, प्रधान आरक्षक

फ़ोटो : विश्वजीत शिशोदिया, फील्ड ऑफिसर
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