सुकमा : नगर वासियों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने में सुकमा नगर पालिका संजीदा नहीं दिख रहा है. एक साल पहले बनकर तैयार हुआ वॉटर एटीम का आज भी लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है. लोगों को पानी जैसी बुनियादी जरूरतों के लिए भी भटकना पड़ रहा है.
छत्तीसगढ़ की तत्कालीन सरकार ने शहरी इलाकों की आम जनता को सस्ती दर पर पीने का पानी मुहैया हो सके. इसके लिए पूरे प्रदेश में लाखों खर्च कर वॉटर एटीएम स्थापित किए गए थे. सुकमा नगर पालिका में भी दो वॉटर एटीएम 16-16 लाख रुपए खर्चकर लगाए गए थे. एक बस स्टैंड के पीछे तो दूसरा जिला अस्पताल के पास लगाया गया. साल भर से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन वॉटर एटीएम से पानी नहीं मिल रहा है.
गर्मी ने दी दस्तक, राहगीरों के कंठ सूखने लगे
जिले समेत आस पास के इलाकों में मार्च के महीने में ही भारी गर्मी का एहसास होने लगा है. इधर जिला मुख्यालय पहुंचने वाले लोगों को पेयजल कि समस्यओं से जूझना पड़ रहा है. नगर के एक मात्र बस स्टैंड में भी पेयजल की किल्लत बनी हुई है. नगर प्रशासन ने बस स्टैंड के पीछे वॉटर एटीम लगाया है. जिससे राहगीर ठंडे पानी की तलाश में वॉटर एटीएम की ओर निहारते है, लेकिन उन्हें मायूसी हाथ लगती है.
क्या कहते हैं नगरवासी
मोबाइल दुकान के संचालक संतोष साहू कहते हैं कि, नगर प्रशासन की सुविधाएं फिसड्डी साबित हो रही है. वॉटर एटीएम एक साल पहले ही बनकर तैयार हो गया था, लेकिन आज तक इसे शुरू नहीं किया गया है. ग्रामीण इलाकों से आने वाले लोग ज्यादा परेशान होते हैं.