सुकमा: लोकसभा चुनाव से पहले जिले की फोर्स एक्शन मूड में है. मंगलवार की सुबह नक्सलियों के मिलिट्री बटालियन पर हमला करते हुए सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम ने दो महिला समेत चार वर्दीधारी नक्सलियों को मार गिराया. मौके से जवानों ने एक इंसास राइफल, दो 303 राइफल और एक भरमार बंदूक भी बरामद किया है.
मारे गए चारों नक्सलियों के शव मंगलवार दोपहर को वायु सेना की हेलीकाप्टर से जिला मुख्यालय लाया गया. मृत नक्सलियों में से दो की शिनाख्त हो गई है. इनमें एक पुरुष नक्सली की पहचान दूधी हिड़मा बटालियन-2 के सेक्शन-B में डिप्टी कमांडर के रूप में और महिला नक्सली की शिनाख्त इसी बटालियन के सीएनएम सदस्य के रूप की गई है. बता दें कि दोनों नक्सलियों के ऊपर 8-8 लाख रुपए का इनाम था.
पुख्ता सूचना पर फोर्स नक्सलियों के ठिकाने पर पहुंची
सीआरपीएफ डीआईजी संजय यादव ने घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि लोकसभा चुनाव में बड़ी नक्सल वारदात को अंजाम देने नक्सलियों की गतिविधियां इलाके में बढ़ गई थी. नक्सलियों की कई कंपनियों के एक साथ 40-50 की संख्या में चिंतावगु नदी किनारे दुलेड और चिन्नाबोड़केल इलाके में होने की सूचना मिल रही थी. नक्सल गतिविधियों को देखते हुए पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा ऑप्स प्लान किया गया. प्लान के तहत सोमवार शाम 5 बजे चिन्तागुफा, बुरकापाल, चिंतलनार और नरसापुरम से अलग-अलग दिशाओं से डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा की कंपनियां ऑप्स के लिए रवाना की गई. दो दिशाओं में निकली पार्टियों में से एक पार्टी में कोबरा, डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम थी, जिसे दुलेड की ओर रवाना किया गया था. वहीं दूसरी पार्टी कोबरा 201 को करकणगुडा और भीमपुराम के जंगल की ओर रवाना किया गया था.
साथियों के शव और हथियार छोड़ भागे नक्सली
35 किमी दूर पैदल चलकर सुरक्षाबल के जवान नक्सलियों के ठिकाने तक पहुंचे और चार नक्सलियों को मार गिराया. जवानों की दूसरी पार्टी मंगलवार की सुबह 6 बजे जैसे ही करकनगुडा और भिमालवरम के जंगल में पहुंची, वैसे ही घात लगाए नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी. करीब 20-25 मिनट तक चली फायरिंग में नक्सली कमजोर पड़ गए और जंगल का फायदा उठाते हुए भाग निकले. वहीं इस एनकाउंटर के बाद सर्चिंग में दो महिला समेत चार काली वर्दी में नक्सलियों के शव बरामद किए गए.
वायुसेना ने दिखाई दिलेरी, जंगल में कराई आपातलैंडिंग
करीब 13 घंटे तक चले इस लंबे आपरेशन के बाद जवान पूरी तरह थक गए थे और ऊपर से उमस से जवान बेहाल थे. इस बीच जवानों की परिस्थितियों को देखते हुए वायु सेना ने दिलेरी दिखाई और घने जंगलों के बीच चॉपर की आपातलैंडिंग कराई.
शांतिपूर्ण चुनाव के जारी रहेगा ऑपरेशन
डीआईजी संजय यादव ने बताया कि नक्सली लोकसभा चुनाव से पहले बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में हैं. फोर्स का मुख्य उद्देष्य शांतिपूर्व चुनाव सम्पन्न कराना है. चुनाव के संपन्न होने तक फोर्स नक्सलियों के खिलाफ लगातार ऑपरेशन जारी रखेगी.
सीआरपीएफ और पुलिस में बेहतर तालमेल का नतीजा
एसपी डीएस मरावी ने कहा कि सीआरपीएफ और पुलिस के बेहतर तालमेल व सटीक रणनीति की वजह से नक्सलियों को बड़ा नुकसान हुआ है. नक्सल मोर्चे पर त्वरित कार्रवाई के लिए नया प्लान तैयार किया गया है. सीआरपीएफ के साथ बेहतर समन्वय स्थापित कर नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाये जाएंगे. इससे भविष्य में और भी सफलताएं मिलेंगी.