सुकमा: नक्सलियों ने एक बार फिर आम लोगों को निशाना बनाया है. जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र (Jagargunda Sukma) के कुंदेड़ गांव से नक्सलियों ने 7 ग्रामीणों का अपहरण कर (Naxalites kidnap 7 villagers) लिया है. सुकमा एसपी ने इसकी पुष्टि की है. नक्सलियों की इस करतूत से आसपास के इलाके में दहशत का माहौल है. सर्व आदिवासी समाज ने नक्सलियों से सभी ग्रामीणों को सुरक्षित छोड़ने की अपील की है.
बताया जा रहा है कि वारदात के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. यहां रहने वाले ग्रामीण गांव में मौजूद नहीं हैं. एसपी ने बताया कि नक्सलियों ने 7 युवकों का अपहरण किया है. किस कारण नक्सलियों ने अपहरण किया है, इसका पता लगाया जा रहा है. इन 7 युवकों को नक्सलियों की चंगुल से छुड़ाने के लिए गए 34 ग्रामीण भी अभी तक वापस नहीं लौटे हैं. हालांकि पुलिस फिलहाल 7 ग्रामीण युवकों के अपहरण की बात कह रही है.
नारायणपुर में पुलिस-नक्सली मुठभेड़
नारायणपुर में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में आईटीबीपी की 45वीं बटालियन का एक जवान शहीद हो गया है. एनकाउंटर में एक कॉन्स्टेबल घायल है. शहीद जवान का नाम कॉन्स्टेबल शिव नारायण मीणा है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने घटना की पुष्टि की है. ओरछा मार्ग पर आमदई शिव मंदिर के पास सड़क पर ही ये वारदात हुई है. बताया जा रहा है कि नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप का दौरा इस इलाके में है. इस के मद्देनजर जवान रोड-ओपनिंग कर रहे थे, तभी शिव मंदिर के पास नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. सुरक्षा बलों की तरफ से भी इस गोलीबारी का माकूल जवाब दिया गया. जानकारी मिली है कि विधायक चंदन कश्यप नारायणपुर से निकल कर ओरछा पहुंचे, उनके आमदई से गुजरने के बाद ये मुठभेड़ हुई है.
ओरछा को एक तरह से अबूझमाड़ का गेट माना जाता है. अबूझमाड़ के बीहड़ को नक्सलियों का सुरक्षित इलाका माना जाता है. ऐसे में किसी जनप्रतिनिधि के इस इलाके में दौरे को नक्सली पसंद नहीं करते. हालांकि पिछले कुछ दिनों से इस क्षेत्र में लाल आतंक ने आम लोगों को निशाना बनाने और दहशत कायम करने की कोशिश की है.