सुकमा: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में स्थित मुतोड़ी ग्राम के आश्रम में अधीक्षक की लापरवाही से एक 9 वर्ष के छात्र की मलेरिया से मौत हो गई. छात्र चौथी कक्षा में अध्ययरत था. पिछले कुछ दिनों से छात्र की तबीयत अत्यधिक खराब चल रही थी. लेकिन अधीक्षक और डॉक्टर की लापवाही की वजह से सही समय पर इलाज नहीं मिल पाने के चलते छात्र की मौत हो गई. परिजनों ने आरोप लगाया है कि अगर छात्र की तबीयत खराब होने की सूचना उन्हें जल्दी मिलती तो परिजन उसे इलाज के लिए बाहर ले जाते लेकिन न ही अधीक्षक ने छात्र के तबीयत को लेकर परिजनों को कोई सूचना दी और ना ही छात्र का सही समय पर इलाज कराया जिसके चलते उसकी मलेरिया से मौत हो गयी
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इधर परिवार में छात्र के मौत के बाद मातम का माहौल है. दरसअल छात्र लोकेश कमलू के परिजन कुछ ही दिन पहले उसे आश्रम में छोड़ के गए थे और उसके बाद आज परिजनों को उसके मौत की सूचना मिली. इधर अब तक छात्र की मौत को लेकर शिक्षा विभाग के किसी बड़े अधिकारी या प्रशासन के अधिकारी का कोई बयान सामने नहीं आया है.
इस मामले में अधीक्षक का कहना है कि उन्हें जानकारी मिलने के बाद छात्र को गादीरास अस्पताल ले जाया गया था. लेकिन ड्यूटी में तैनात डॉक्टर ने छात्र को भर्ती नहीं किया. उल्टे वापस भेज दिया और अस्पताल में दवाई नहीं मिलने के चलते उसकी मौत हो गयी. परिजनों ने संबधित डॉक्टर और आश्रम अधीक्षक पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है