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सुकमा: जिले में 1462 शिक्षकों के पद रिक्त, AISF का प्रदर्शन

जिले में कुल 1462 शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हैं. इन पदों पर नियुक्ति नहीं होने के खिलाफ ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन रैली निकालकर प्रदर्शन किया.

AISF का विरोध प्रदर्शन.
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Published : Aug 8, 2019, 1:32 PM IST

सुकमा : जिले की शैक्षणिक संस्थानों में फैली अव्यवस्थाओं के निराकरण, हाई स्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति की मांग को लेकर ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया. बड़ी संख्या में फेडरेशन के कार्यकर्ताओं और छात्राओं ने शहर में जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध स्वरूप रैली निकाली. AISF ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर जल्द की समस्याओं के निराकण की मांग की है.

AISF ने किया प्रदर्शन

AISF के जिला अध्यक्ष महेश कुंजाम ने बताया कि, 'इस क्षेत्र के विकास के लिए हर साल करोड़ों रुपए का आवंटन किया जा रहा है, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में कोई कारगर उपाय नहीं किए जा रहे हैं. हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल के अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं को बीते 2 साल से छात्रवृत्ति नहीं मिली है. अधिकांश बच्चे बहुत ही गरीब परिवार से आते हैं ऐसी स्थिती में रुपए की कमी के कारण उन्हें पढ़ाई से दूर होना पड़ता है'.

होगा उग्र आंदोलन
महेश कुंजाम ने कहा कि, 'जिले में कुल 1462 शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हैं. शासन के जिम्मेदारों के रवैये से लगता है कि, 'शैक्षणिक संस्थाओं की समस्याओं का समाधान नहीं करना चाहते हैं'. हमारी लगातार शिकायतों के बावजूद विभाग इन समस्याओं के निराकरण पर ध्यान नहीं दे रहा है. अगर 15 दिनों के अंदर इन समस्याओं का निराकरण नहीं होता है को AISF उग्र आंदोलन करेगा.

AISF की प्रमुख मांगें

  • कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की लंबित छात्रवृत्ति का जल्द भुगतान हो.
  • जिले के शैक्षिक संस्थाओं में शिक्षकों के रिक्त पदों में स्थानीय बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता दी जाए.
  • जिले के स्कूल, आश्रम और छात्रावासों में मनमाने ढंग से शिक्षकों के स्थानांतरण को रोका जाए.
  • आश्रम-छात्रावासों में व्याप्त समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाए.
  • तोंगपाल, कुकानार, गदूरस और केरलापाल में बालक और बालिकाओं के लिए पोस्ट मैट्रिक छात्रावास की व्यवस्था किया जाए.
  • जिले के आईटीआई संस्थाओं में ट्रेडवॉर शिक्षकों की नियुक्ति और प्रायोगिक सामग्री की व्यवस्था किया जाए.

सुकमा : जिले की शैक्षणिक संस्थानों में फैली अव्यवस्थाओं के निराकरण, हाई स्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति की मांग को लेकर ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया. बड़ी संख्या में फेडरेशन के कार्यकर्ताओं और छात्राओं ने शहर में जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध स्वरूप रैली निकाली. AISF ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर जल्द की समस्याओं के निराकण की मांग की है.

AISF ने किया प्रदर्शन

AISF के जिला अध्यक्ष महेश कुंजाम ने बताया कि, 'इस क्षेत्र के विकास के लिए हर साल करोड़ों रुपए का आवंटन किया जा रहा है, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में कोई कारगर उपाय नहीं किए जा रहे हैं. हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल के अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं को बीते 2 साल से छात्रवृत्ति नहीं मिली है. अधिकांश बच्चे बहुत ही गरीब परिवार से आते हैं ऐसी स्थिती में रुपए की कमी के कारण उन्हें पढ़ाई से दूर होना पड़ता है'.

होगा उग्र आंदोलन
महेश कुंजाम ने कहा कि, 'जिले में कुल 1462 शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हैं. शासन के जिम्मेदारों के रवैये से लगता है कि, 'शैक्षणिक संस्थाओं की समस्याओं का समाधान नहीं करना चाहते हैं'. हमारी लगातार शिकायतों के बावजूद विभाग इन समस्याओं के निराकरण पर ध्यान नहीं दे रहा है. अगर 15 दिनों के अंदर इन समस्याओं का निराकरण नहीं होता है को AISF उग्र आंदोलन करेगा.

AISF की प्रमुख मांगें

  • कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की लंबित छात्रवृत्ति का जल्द भुगतान हो.
  • जिले के शैक्षिक संस्थाओं में शिक्षकों के रिक्त पदों में स्थानीय बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता दी जाए.
  • जिले के स्कूल, आश्रम और छात्रावासों में मनमाने ढंग से शिक्षकों के स्थानांतरण को रोका जाए.
  • आश्रम-छात्रावासों में व्याप्त समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाए.
  • तोंगपाल, कुकानार, गदूरस और केरलापाल में बालक और बालिकाओं के लिए पोस्ट मैट्रिक छात्रावास की व्यवस्था किया जाए.
  • जिले के आईटीआई संस्थाओं में ट्रेडवॉर शिक्षकों की नियुक्ति और प्रायोगिक सामग्री की व्यवस्था किया जाए.
Intro: शैक्षणिक संस्थाओं मैं फैली अव्यवस्था के निराकरण को लेकर एआईएसएफ ने घेरा कलेक्ट्रेट

सुकमा. जिले के समस्त शैक्षणिक संस्थानों में अव्यवस्था के निराकरण और हाई स्कूल व हायर सेकेंडरी स्कूल के छात्र-छात्राओं के छात्रवृत्ति की मांग को लेकर बुधवार को एआईएसएफ ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया। बड़ी संख्या में फेडरेशन के कार्यकर्ता और विद्यार्थियों ने नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए विशाल रैली निकाली। शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सभी कलेक्ट्रेट पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन कलेक्टर सुकमा को सौंपा और जल्द से जल्द निराकरण करने की मांग की।

कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन से पूर्व कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर एआईएसएफ कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान डिप्टी कलेक्टर रवि साहू और सहायक आयुक्त ट्राईबल पीएल रामटेके मौके पर पहुंचकर कार्यकर्ताओं से चर्चा किया। कार्यकर्ता कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की जिद्द पर अड़े रहे। अधिकारियों की समझाइश के बाद भी कार्यकर्ता नहीं माने। करीब आधे घंटे के प्रदर्शन के बाद एआईएसएफ का 10 सदस्य दल कलेक्टर से मिलने को तैयार हुआ। इसके बाद दल कलेक्टर से मिलकर समस्याओं के निराकरण को लेकर ज्ञापन सौंपा और जल्द से जल्द शिक्षण संस्थाओं में मूलभूत व्यवस्था करने की मांग की।



Body: विकास के लिए करोड़ों का आवंटन...
एआईएसएफ के जिला अध्यक्ष महेश कुंजाम ने कहां की सुकमा जिला अति पिछड़ा होने के साथ ही आदिवासी बहुल क्षेत्र है। इस क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिवर्ष करोड़ों का आबंटन शासन से प्राप्त हो रहा है। लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार कोई कारगर उपाय नहीं किया जा रहा है। हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी के अनुसूचित जनजाति के छात्र छात्राओं को विगत 2 वर्षों से छात्रवृत्ति नहीं मिली है। अधिकांश बच्चे अत्यंत गरीब परिवार से संबंध रखते हैं। छात्रवृत्ति नहीं मिलने से विद्यार्थियों को शिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है।

होगा उग्र आंदोलन...
जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए महेश कुंजाम ने कहा कि प्रशासन शिक्षा के स्तर को सुधारने को गंभीर नहीं है। जिले में मनमानी ढंग से शिक्षकों और अधीक्षकों का स्थानांतरण किया जा रहा है। सुकमा जिले में कुल 1462 शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हैं। शासन के जिम्मेदारों के रवैए से लगता है कि शैक्षणिक संस्थाओं में बने समस्याओं का समाधान नहीं करना चाहते हैं। लगातार फेडरेशन द्वारा शैक्षणिक संस्थाओं में निर्मित समस्याओं को लेकर जिम्मेदारों को अवगत कराया गया है। उसके बावजूद समस्या का निराकरण नहीं हो रहा है। आने वाले 15 दिनों में यदि आश्रम शाला एवं छात्रावासों मैं समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो एआईएसएफ उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी।


Conclusion: एआईएसएफ की प्रमुख मांगे...
कक्षा 9 वीं कक्षा से कक्षा 12वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों का लंबित छात्रवृत्ति जल्द से जल्द दिया जाये। जिले के शैक्षिक संस्थाओं में शिक्षकों के रिक्त पदों में स्थानीय बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता दिया जाए जिले के स्कूल और आश्रम-छात्रावासों में मनमानी ढंग से शिक्षकों के स्थानांतरण को रोका जाये। आश्रम-छात्रावासों में मूलभूत समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाये तोंगपाल, कुकानार, गदूरस और केरलापाल में बालक और बालिकाओं के लिए पोस्ट मैट्रिक छात्रावास की व्यवस्था किया जाए। जिले की आईटीआई संस्थाओं में ट्रेडवॉर शिक्षकों की नियुक्ति और प्रायोगिक सामग्री की व्यवस्था किया जाए।

बाइट 01: महेश कुंजाम, अध्यक्ष एआईएसएफ
बाइट 02 : डी सोमैया, जिला शिक्षा अधिकारी, सुकमा
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