सुकमा: पुलिस को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है. राज्य शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर पांच लाख के इनामी समेत चार नक्सलियों ने समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला लिया है. इन नक्सलियों में दो महिला नक्सली भी शामिल हैं. सरेंडर नक्सली कई बड़ी घटनाओं में शामिल रह चुके हैं. सुकमा DSP अनिल विश्वकर्मा ने नक्सलियों के सरेंडर की पुष्टि की है.
सरेंडर नक्सली कई साल से संगठन के साथ जुड़कर काम कर रहे थे. इन नक्सलियों में माड़वी गंगी नाम की नक्सली भी शामिल है, जिसपर पांच लाख रुपए का इनाम रखा गया था. माड़वी गंगी को 2006 में नक्सली कमांडर सतिषन्ना ने संगठन से जोड़ा था.
नक्सली संगठन से परेशान होकर किया सरेंडर
नक्सलियों ने बताया कि सभी ने नक्सल उन्मूलन अभियान और शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सरेंडर करने का फैसला लिया है. नक्सलियों ने संगठन पर भेदभाव और हिंसा करने का आरोप लगाया है.