सरगुजा: संभाग में स्वसहायता समूह की महिलाओं और ग्रामीणों से माइक्रो फाइनेंस बैंक के ठगी के मामले में जांच शुरू कर दी गई है. एक ही समूह को कई बैंकों से जारी किए गए लोन के मामले में माइक्रो फाइनेंस बैंकों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे है. ऐसे में अब कलेक्टर व जिला दंडाधिकारी संजीव कुमार झा ने जांच टीम का गठन कर दिया है. जांच के लिए माइक्रो फाइनेंस बैंक को नोटिस जारी किया गया है. नोटिस जारी होने के बाद जांच में सहयोग नहीं करने वाले बैंकों पर FIR की भी चेतावनी दी गई है.
जांच शुरू हुई तो ग्रामीणों में भी हड़कंप
माइक्रो फाइनेंस बैंक से लोन निकालकर की गई ठगी की जांच पुलिस ने भी शुरू कर दी है. ग्रामीणों को पूछताछ के लिए थाने में बुलवाया जा रहा है, लेकिन पुलिस की पूछताछ की प्रक्रिया से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया है. डरे हुए ग्रामीण पुलिस से शिकायत करने थाने पहुंचे. दरिमा क्षेत्र से पहुंचे ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें पूछताछ के नाम पर थाने में घंटों बैठाया जा रहा है. सूचना के बाद मौके पर पहुंची एसडीओपी चंचल तिवारी ने ग्रामीणों को समझाया कि उन्हें परेशान नहीं किया जाएगा लेकिन पूछताछ की प्रक्रिया पूरी करना जरुरी है. बड़ी संख्या में लोगों से ठगी के मामले में सभी से पूछताछ की जानी है. उन्होंने कहा कि इसमें समय भी लग सकता है, इसलिए उन्हें भी जांच में सहयोग करना चाहिए.
जांच टीम का गठन
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी संजीव कुमार झा के द्वारा जिले में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को माइक्रो फाइनेंस कम्पनियों द्वारा लोन की राशि में हेराफेरी की शिकायत की जांच के लिए टीम गठित कर दिया गया है. जांच टीम के समक्ष उपस्थित नहीं होने वाले माइक्रो फाइनेंस कम्पनी के विरूद्ध FIR दर्ज कराने के बाद विधि अनुरूप कार्यवाही की जाएगी. जांच टीम में अनुविभागीय दण्डाधिकारी अम्बिकापुर, लीड बैंक अधिकारी एवं जिला कोषालय अधिकारी को शामिल किया गया है. अनुविभाय दण्डाधिकारी अजय त्रिपाठी ने बताया कि शिकायत की जांच के लिए गठित समिति के समक्ष माइक्रो फाइनेंस कम्पनियों की सुनवाई के लिए 5 नवम्बर को सुबह 11 बजे का समय निर्धारित किया गया है.
अब तक 25 को नोटिस
मामले में जिला सरगुजा अंतर्गत संचालित समस्त माइक्रो फाइनेंस के शाखा प्रबंधकों को जिन समूहों को लोन स्वीकृत किया गया है, उससे संबंधित समस्त दस्तावेज सहित अन्य जानकारी के साथ उपस्थित होने कहा गया है. उपस्थित नहीं पर यह माना जाएगा कि उनके द्वारा विधि विरूद्ध कार्य किया जा रहा है. जिस कारण उनके विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर विधि अनुरूप कार्यवाही की जाएगी. अब तक 25 माइक्रो फाइनेंस कम्पनियों के शाखा प्रबंधकों को नोटिस जारी किया गया है.