कोरबा: नगरीय निकाय चुनाव में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. लोगों की समस्या, क्षेत्र के मुद्दे और प्रत्याशियों का विजन जानने के लिए ETV भारत ने शुक्रवार को कुसमुंडा क्षेत्र में चुनावी चौपाल लगाई. यह क्षेत्र सर्वमंगला नगर जोन के अंतर्गत आता है. जहां नगर पालिका निगम कोरबा के 7 से 8 वार्ड मौजूद हैं. चौपाल में बड़ी संख्या में आम लोगों के साथ चुनाव लड़ रहे पार्षद प्रत्याशी और स्थानीय जनप्रतिनिधि पहुंचे थे. चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों ने जनता के सवालों का जवाब दिया क्षेत्र के विकास के लिए, वह क्या प्रयास करेंगे यह बताया. तो लोगों ने भी क्षेत्र में सालों से बनी हुई समस्याओं को संज्ञान में लाया और इनका समाधान कैसे होगा. इस दिशा में सकारात्मक चर्चा की.
ये प्रत्याशी रहे मौजूद: कांग्रेस की तरफ से ललिता यादव, गीता गभेल, अंजलीना केरकेट्टा तो बीजेपी की तरफ से वरिंदर सिंह कौर, आरती, प्रेम कुमार जैसे प्रत्याशी पहुंचे. निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ग्रेस मार्गरेट टोप्पो ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.
भू विस्थापितों की समस्या का नहीं हुआ समाधान : कुसमुंडा क्षेत्र में एसईसीएल के कॉलोनी के अलावा कई गांव की जमीन खदान के लिए अधिग्रहित की गई है. खदानों में कई कंपनियां काम कर रही हैं. जहां बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल रहा है. चौपाल में आम लोगों ने इसे क्षेत्र का बड़ा मुद्दा बताया. स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा इस दिशा में काम नहीं करने की बात भी कही. भू विस्थापितों को जमीन के बदले में उचित पुनर्वास और मुआवजा राशि क्षेत्र की प्रमुख समस्या है. लोगों ने इसके समाधान के लिए पार्षद को ठोस पहल करने की बात कही. यह भी कहा कि एक पार्षद को इस दिशा में सक्रियता दिखानी चाहिए.
धूल और प्रदूषण क्षेत्र की प्रमुख समस्या : देश की दूसरी सबसे बड़ी कोयला खदान कुसमुंडा इसी क्षेत्र में है. पूरे क्षेत्र में लोग धूल और प्रदूषण से परेशान है. लोगों ने कहा कि पार्षदों को प्रदूषण कम करने की दिशा में प्रयास करना चाहिए. पूर्व के पार्षदों में इसका प्रयास भी किया लेकिन समस्या उससे कहीं ज्यादा है. जो भी पार्षद निर्वाचित होते हैं, उन्हें प्रयास करना चाहिए. कुसमुंडा क्षेत्र के निवासी धूल और प्रदूषण के बीच जीवन व्यतीत करने को विवश हैं. वह बीमार पड़ रहे हैं, लेकिन इन समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है. कई कोयला लदे वाहन दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं. लगातार होने वाली दुर्घटनाएं भी क्षेत्र की बड़ी समस्या है.
एसईसीएल और नगर निगम मिलकर करते हैं क्षेत्र में विकास : स्थानीय जनप्रतिनिधि और आम लोगों ने यह भी कहा कि क्षेत्र में कई इलाके ऐसे हैं, जो एसईसीएल द्वारा अधिग्रहित हैं. क्षेत्र में एसईसीएल की कॉलोनी है, जहां मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराना निगम और एसईसीएल दोनों की जिम्मेदारी है. कॉलोनी में साफ सफाई और नालियों की साफ सफाई भी लोगों ने यह भी कहा कि कुछ क्षेत्र में तो लोग पानी खरीद कर पीते हैं. इस दिशा में जीतकर आने वाले पार्षद को प्रयास करना चाहिये.
प्रत्याशियों ने बताया अपना विजन : ETV भारत की चौपाल में पहुंचे पार्षद प्रत्याशियों ने क्षेत्र के विकास के लिए अपना विजन बताया. यह भी कहा कि क्षेत्र में साफ सफाई करवाना, धूल–प्रदूषण व कंपनियों में बेरोजगारों को नौकरी दिलाने की बात कही.