सरगुजा: जल संसाधन विभाग में पदस्थ ईई (EE) की मौत, अब एक रहस्य बन चुका है. ईई की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मल्टीपल इंजरी की बात कही गई थी. जिससे पुलिस को कोई खास मदद नहीं मिल पाई है. ऐसे में अब एसपी ने ईई की मौत के मामले में SIT का गठन किया है जो मौत के कारणों का पता लगाने का प्रयास करेगी.
मैनपाट टाइगर प्वाइंट में मिला था शव
जशपुर निवासी विजय मिंज कोरिया बैकुंठपुर के जल संसाधन विभाग में ईई के पद पर पदस्थ थे. EE विजय मिंज 8 अक्टूबर को अपनी पत्नी और बच्चों से मिलने के लिए घर निकल रहे थे, लेकिन वे घर नहीं पहुंचे. इस दौरान 9 अक्टूबर की देर शाम मैनपाट टाइगर प्वाइंट में झरने के नीचे एक शव की सूचना मिली थी और 10 अक्टूबर को जब मौके पर पुलिस पहुंची तब पुलिस ने शव को बहार निकाला और मृतक की पहचान ईई विजय मिंज के रूप में की गई. जिसके बाद जल संसाधन विभाग के ईई की संदिग्ध मौत से सनसनी फैल गई थी.
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मल्टीपल इंजरी के कारण हुई मौत
शुरुआती जांच में ईई के ड्राइवर का बयान संदेहास्पद था. ड्राइवर ने पुलिस को बताया था कि टायगर प्वाइंट में घूमने के बाद ईई ने उसे यह कहकर वापस भेज दिया था कि वे स्वयं टाइगर प्वाइंट से लौट आएंगे और ईई के आदेश के बाद ड्राइवर वापस बैकुंठपुर आ गया था. लेकिन जब पुलिस ने ड्राइवर के मोबाइल लोकेशन की जांच की तो उसके बयान में थोड़ी सत्यता नजर आ रही थी. ऐसे में पुलिस की पूरी जांच सिर्फ पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर आकर अटक गई थी. अब ईई विजय मिंज की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है और मौत का कारण मल्टीपल इंजरी को बताया गया है. रिपोर्ट के अनुसार उनकी मौत, शरीर में कई जगहों पर चोट लगने के कारण हुई है. लेकिन मौत के विशेष कारण का पता नहीं चल सका है, इस लिए पुलिस की जांच एक बार फिर से अटक गई है.
ASP के नेतृत्व में टीम का गठन
विजय मिंज की मौत के मामले में कोई खास सुराग नहीं मिलने पर आईजी रतन लाल डांगी के निर्देश पर एसपी टीआर कोशिमा ने एएसपी ओम चंदेल के नेतृत्व में SIT का गठन किया है. ASP के नेतृत्व में SDOP सीतापुर ऐश्वर्य चंद्राकर और दरिमा, सीतापुर टीआई और अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया है. पुलिस के अनुसार घटना के पहले ईई विजय मिंज मैनपाठ टाइगर प्वाइंट के दूसरी तरफ भी घूमने गए थे. इस दौरान उन्होंने ड्राइवर के साथ नाला के दूसरी तरफ 20 से 25 मिनट का समय भी बिताया था.
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संदेहों पर बनी SIT
पुलिस की जांच में अब तक जो बातें सामने आई है. उसके मुताबिक मृतक के पास उसका एक बैग घटना स्थल पर पड़ा हुआ था, जबकि हाथ में ही मोबाइल फोन था. वहीं एक मोबाइल फोन बैग में पड़ा हुआ था. पुलिस के अनुसार मृतक ईई के पैर में जूते नहीं थे. पुलिस अधिकारियों को यही बातें खटक रही है, जबकि पुलिस का कहना है कि अगर ईई को आत्महत्या करनी थी तो उन्होंने अपने जूते क्यों उतारे और ऊंचाई से गिरने पर भी जूते निकलना संभव नहीं है.