सरगुजा: कैंसर यानी कर्क रोग. ये एक ऐसी बीमारी है जिसे सुनते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं. यह बीमारी इतनी भयानक होती है कि इंसान को तोड़ देती है. कैंसर का इलाज बड़े शहर जैसे रायपुर, मुंबई, दिल्ली में होता है. राज्य सरकार और स्वास्थ्य मंत्री के पहल से सरगुजा जिले में यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम को बढ़ाया जा रहा है. जिसके तहत अंबिकापुर के शहरी स्वास्थ्य केंद्र नवापारा में कैंसर पीड़ितों के लिए कीमोथेरेपी की शुरूआत की गई है. इस हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कैंसर मरीजों की कीमोथेरेपी मुफ्त में होगी.
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव करेंगे उद्घाटन
जिले में इस कीमोथेरपी वार्ड की स्थापना नवापारा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में की जा रही है. हालांकि प्रदेश में यह योजना पूर्व में शुरू हो चुकी है, लेकिन किसी पीएचसी में इस योजना को संचालित करने वाला सरगुजा पहला जिला होगा. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव जल्द ही इसका उद्घाटन करेंगे. शासन की पहल पर अब सरगुजा में कैंसर मरीजों के लिए दीर्घायु योजना के तहत कीमोथेरेपी वार्ड की स्थापना की जा रही है.
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थोड़ी सी चूक और जान को खतरा
डॉक्टरों के मुताबिक कीमोथेरेपी जटिल प्रक्रिया है. कैंसर मरीजों के लिए यह काफी दर्दभरा होता है. इसमें मरीज को कीमोथेरेपी का इंजेक्शन ड्रिप के जरिए दिया जाता है और थोड़ी सी चूक हुई तो मरीज की जान को खतरा होता है. ऐसे में कीमोथेरेपी के लिए प्रशिक्षित नर्सों की जरूरत पड़ती है और इस लिए स्वास्थ्य विभाग ने कीमोथेरेपी के लिए नर्सिंग स्टाफ को उज्जैन भेजकर डेढ़ महीने की विशेष ट्रेनिंग मुहैया कराई है, ताकि वे कैंसर के मरीजों का इलाज कर सकें.
वार्ड का हो रहा निर्माण
कीमोथेरेपी के लिए एक नवापारा शहरी पीएचसी का चयन किया गया जिसमें दो बिस्तरीय वार्ड का निर्माण भी किया जा चुका है और अगले दो से तीन दिनों में इसका उद्घाटन भी किया जाएगा.
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निःशुल्क होगी कीमोथेरेपी
डॉक्टरों के मुताबिक कीमोथेरेपी में लगने वाले इंजेक्शन 10 से 25 हजार में आते हैं और इसके इंजेक्शन स्वास्थ्य विभाग निशुल्क मुहैया कराएगा. इसके साथ ही कोरोना संक्रमण के खतरे के बाद बाहर से डॉक्टर्स की टीम बुलाकर कैंप लगाने की प्लानिंग है. उसमें मरीजों के लिए कैंसर के स्टेज के मुताबिक कीमोथेरेपी का डोज निर्धारित किए जाएगा.
कैंसर से जंग में मिलेगी मदद
बहरहाल सरगुजा जैसे आदिवासी बाहुल्य इलाके में जहां अक्सर स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी रहती है. वहां कीमोथेरेपी जैसी सौगात मरीजों के लिए फायदेमंद साबित होगी.