सरगुजा: किसी भी आयोजन के बाद देखा जाता है कि कचरे का अंबार लगा हुआ है. चाहे रैली हो, जुलूस हो, कोई सांस्कृतिक या धार्मिक कार्यक्रम हो. कार्यक्रम में अगर अल्पाहार की भी व्यवस्था रहती है तब भी कचरे का ढेर लग जाता है. इस बीच सरगुजा के अंबिकापुर में जय मां दुर्गे परिवार ने 7 दिवसीय श्रीमदभागवद ज्ञान सप्ताह का आयोजन किया, जिसकी चारों तरफ चर्चा हो रही है. जीरो वेस्ट थीम पर पूरा कार्यक्रम आयोजित किया गया.
22 अप्रैल तक कथा वाचन: अंबिकापुर के गांधी चौक स्थित दुर्गा मंदिर प्रांगण में श्रीमदभागवद ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन जय मां दुर्गे परिवार की ओर से किया गया है. यह आयोजन 15 अप्रैल से 22 अप्रैल तक रहेगा. स्वामी करपात्री जी महाराज की गुरु परंपरा के भागवताचार्य परम पूज्य गुरुदेव पंडित रवीश पांडेय जी कथावाचन कर रहे हैं. बड़ी बात यह है कि जिले में पहली बार कोई धार्मिक आयोजन जीरो वेस्ट की थीम पर हो रहा है.
जीरो वेस्ट थीम पर इवेंट: जय मां दुर्गे परिवार के सदस्य ने ईटीवी भारत से कहा कि, स्वच्छता में ही ईश्वर का वास होता है. इसलिए 7 दिवसीय आयोजन को कचरा मुक्त कराने आयोजन में प्लास्टिक और डिस्पोजल का उपयोग नहीं किया जा रहा है. विकल्प के लिये समिति ने पत्ते के दोने, कुल्हड़ और स्टील के बर्तनों की व्यवस्था की है. पूरा आयोजन जीरो वेस्ट थीम पर हो रहा है. कहीं पर भी कचरा फेंकने की मनाही है. भंडारा वितरण के दौरान भी लोगों को दोना डस्टबीन में डालने को कहा जा रहा है.
प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा: सनातन धर्म में पर्यावरण और प्रकृति का विशेष महत्व है. ऐसा पहली बार देखा जा रहा है कि धर्म के साथ-साथ वास्तव में प्रकृति और पर्यावरण की चिंता की जा रही है. यह आयोजन अंबिकापुर शहर में आयोजित हो रहा है. ये शहर पहले से ही स्वच्छता के क्षेत्र में कई उदाहरण प्रस्तुत कर चुका है.
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कलश यात्रा भी जीरो वेस्ट: आयोजन के पहले दिन शाम 5:30 बजे कलश यात्रा आकाशवाणी चौक स्थित गायत्री मंदिर से शुरू हुई. नगर निगम कार्यालय के सामने से गुजर कर घड़ी चौक होते हुये. शाम करीब 6:30 बजे गांधी चौक स्थित दुर्गा मंदिर में कलश यात्रा खत्म हुई. इस कलश यात्रा में पैदल चल रही महिलाओं को प्लास्टिक की बोतल या पाउच में पानी नहीं दिया गया. बल्कि समिति के लोग रास्ते मे भी कागज की गिलास के पानी पिला रहे थे. खाली गिलास को सड़क पर ना फेक कर साथ चल रहे वालंटियर्स अपने पास जमा करते नजर आए.
लगातार 5 वर्षों से हो रहा आयोजन: शाम 7 बजे से व्यास पीठ पूजा के बाद श्रीमद भागवद कथा का शुभारंभ हुआ. हर दिन कथा वाचन शाम 4 बजे से 7 बजे तक चलता है. इससे पहले भी जय मां दुर्गे परिवार अम्बिकापुर में लगातार 5 सालों तक विश्व कल्याणार्थ शतचंडी महायज्ञ का आयोजन करा चुका है. जय मां दुर्गे परिवार एक बार फिर शहर में श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ कथा का आयोजन करा रहा है.