धमतरी : धमतरी जिले के कुरूद में नौकरी से निकाले गए बीएड डिग्री धारी सहायक शिक्षक सड़क पर ठेला लगाकर पकौड़े बेच रहे हैं. शासन ने ऐसे 29 सौ शिक्षकों को हाईकोर्ट के आदेश के बाद बर्खास्त किया है. जिसके बाद शिक्षकों के सामने रोजीरोटी की समस्या पैदा हो गई.जिसके बाद कुछ शिक्षक सड़क किनारे ठेला लगाकर पकौड़े बेचने लगे हैं.
युवाओं को अफसर बनाने वाला शिक्षक बेच रहा पकौड़ा : ऐसे ही सहायक शिक्षक का एक ठेला कुरूद क्षेत्र में लगा है. इस सहायक शिक्षक का नाम गौरव गुप्ता है. इनका चयन 2019 में भौतिकी के व्याख्याता के रूप में हुआ था, उसके बाद वे साल 2023 में सहायक शिक्षक बने. गौरव गुप्ता आईआईटी, एमबीबीएस, और यूपीएससी में छात्रों को सफलता दिला चुके हैं. लेकिन वे खुद कुरूद में चाय-पकौड़े बेचने को मजबूर हैं.
![Fired teachers selling pakodas](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/06-02-2025/cg-rpr-bedsahayakshikshakchay-rto-7204363_06022025154245_0602f_1738836765_4.jpg)
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हजारों शिक्षकों के सामने रोजी रोटी की समस्या :आपको बता दें कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद सरकार ने बीएड डिग्री धारी शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है. जिससे इनके सामने परिवार के भरण पोषण की समस्या उत्पन्न हो गई.साथ ही जिन सहायक शिक्षकों ने बैंक से लोन ले रखा है वो किस्त नहीं चुका पा रहे हैं. उन्हें बैंक लोन चुकाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा हैं. ये स्थिति सिर्फ एक शिक्षक की नहीं बल्कि हजारों शिक्षकों की है. जिनके सामने आज परिवार के भरण पोषण की समस्या उत्पन्न हो गई है.
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सरकार से शिक्षक ने मांगा जवाब : इन सहायक शिक्षकों का सरकार से सवाल है कि क्या सरकार इनके पुनर्वास की कोई योजना बनाएगी या ये योग्य शिक्षक यूं ही सड़क पर संघर्ष करेंगे? इसको लेकर सरकार ने अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं की है.ये सहायक शिक्षक नौकरी वापस दिलाने और समायोजन की मांग को लेकर लगातार संघर्ष करते आ रहे हैं. उनके द्वारा रैली, धरना, प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया गया, बावजूद अब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हुई है. बहरहाल नगरी निकाय चुनाव चल रहा है. आचार संहिता के कारण इनका आंदोलन स्थगित है.चुनाव के बाद हो सकता है एक बार फिर यह सभी सहायक शिक्षक अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आए. लेकिन तब तक यह चाय पकौड़े बेचकर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करेंगे.
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