सरगुजा: मैनपाट के केसरा गांव में स्थित बालको (भारत एल्युमिनियम कंपनी) के स्थाई मैगनीज हाउस से बारूद नष्टीकरण के दौरान मंगलवार की देर शाम अचानक विस्फोट हो गया. जिससे आस पास में खड़ी कुछ गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई. वहीं इस हादसे में एक घर मे दरार पड़ने और एक व्यक्ति के जख्मी होने की भी खबर है. हालांकि अब तक इस मामले में कोई शिकायतकर्ता सामने नहीं आया है.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक विस्फोटक फटने से धमाका हुआ है. और इस धमाके में गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. दरअसल मैनपाट में बालको संस्था बॉक्साइट उत्खनन का कार्य कर रही थी. लेकिन कंपनी की पॉलिसी की वजह से बाल्को ने मैनपाट में काम बंद करने का निर्णय ले लिया था. धीरे-धीरे मैनपाट से स्टाफ सहित मशीनरी भी वापस ले जाई जा चुकी हैं. इसी क्रम में मैगजीन हाउस में रखे विस्फोटक को भी नष्ट करने का काम किया जा रहा था. इसी प्रक्रिया के दौरान घटना हुई है. हालांकि खदान का प्रतिबंधित क्षेत्र होने की वजह से वहां बसाहट या भीड़-भाड़ नहीं रहती. जिस वजह से एक बड़ा हादसा टल गया है.
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कोरबा में हुआ था हादसा
23 सितंबर 2009 को कोरबा में ब्रिटिश कंपनी वेदांता-स्टरलाईट के बाल्को पावर प्लांट की 240 मीटर ऊंची चिमनी भरभरा कर गिर गई थी. बता दें इस हादसे में करीब 40 मजदूरों की मौत हो गई थी. इसे छत्तीसगढ़ में हुए बड़े हादसों में से एक माना जाता है.