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सरगुजा: कोरोना संक्रमण को लेकर डोर-टू-डोर सर्वे, सामने आए चौकाने वाले सच

सरगुजा में कोरोना वायरस संक्रमितों का पता लगाने के लिए डोर-टू-डोर सर्वे कराया जा रहा है. जिले में एंटीजन के माध्यम से 2420 लोगों के सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से अब तक 93 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है. एंटीजन निगेटिव आने पर 859 लोगों के आरटीपीसीआर सैंपल लिए गए हैं. इनमें से 48 की रिपोर्ट भी पॉजिटिव है.

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कोरोना संक्रमण को लेकर डोर-टू-डोर सर्वे
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Published : Oct 8, 2020, 9:35 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा: कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शुरू कराए गए डोर-टू-डोर सर्वे में चौकाने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं. पिछले तीन दिनों में जिले में 3952 ऐसे लोगों की पहचान हुई है, जिनमें कोरोना के संभावित लक्षण पाए गए हैं. इनमे से 814 लोग हाई रिस्क वाले भी हैं. तीन दिनों के भीतर सर्वे के दौरान कराए गए 93 लोगों की रिपोर्ट एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव पाई गई है. जबकि 48 लोगों की रिपोर्ट RTPCR टेस्ट में पॉजिटिव आई है.

कोरोना संक्रमण को लेकर डोर-टू-डोर सर्वे

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए शासन ने लोगों के घर-घर जाकर जांच और सर्वे के निर्देश दिए थे. ताकि अधिक से अधिक संक्रमितों की पहचान की जा सके और उन्हें समय रहते उपचार मुहैय्या कराया जा सके. बड़ी संख्या में लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं, लेकिन डर के कारण बीमारी छिपा रहे थे. बिना लक्षण वाले संक्रमित शहर में घूम-घूम कर संक्रमण फैला रहे थे. ऐसे में 2 अक्टूबर से डोर-टू-डोर सर्वे चालू कराया गया. ताकि संक्रमितों की पहचान की जा सके. प्रशिक्षण शुरू होने के बाद सरगुजा जिले में भी मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में घर-घर जाकर सर्वे किया है.

पढ़ें: छत्तीसगढ़ में इस साल नहीं मनाया जाएगा राज्योत्सव, भूपेश कैबिनेट का फैसला

हाई रिस्क संक्रमितों को खतरा अधिक

सर्वे में हाई रिस्क के अंतर्गत गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों की पहचान, सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों की पहचान कर उनका पहले एंटीजन टेस्ट कराना है. एंटीजन रिपोर्ट निगेटिव आने पर उनका आरटीपीसीआर के लिए सैंपल लिया जाना है. सांस शुगर और बीपी जैसी बीमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए कोरोना संक्रमण खतरनाक है. ऐसे में इन मरीजों की पहचान के लिए प्रशासन पहल कर रहा है.

आंकड़ों ने किया हैरान

5 अक्टूबर से जिले में शुरू किए गए सर्वे के आंकड़ों पर नजर डालें तो, आंकड़ें चौकाने वाले हैं. सरगुजा में तीन दिनों के भीतर 91 हजार 360 घरों का सर्वे किया गया है. सर्वे में 3 हजार 952 लोग ऐसे मिले है जिनमें कोरोना के संभावित लक्षण हैं. वहीं इनमें से 814 लोग ऐसे हैं जो उच्च जोखिम वाले हैं. उच्च जोखिम के अंतर्गत पूर्व से गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति के साथ ही 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग शामिल हैं.

सर्वे के बाद 141 संक्रमितों की पहचान

सर्वे का मुख्य उद्देश्य कोरोना संक्रमितों की पहचान करना है. इसके लिए संक्रमितों के एंटीजन और आरटीपीसीआर टेस्ट किए जाने हैं. तीन दिनों में टेस्ट के माध्यम से 141 संक्रमितों की पहचान भी हुई है. सर्वे के दौरान जिले में एंटीजन के माध्यम से 2420 लोगों के सैंपल लिए गए हैं. जिनमें से अब तक 93 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है. जबकि कई लोगों की रिपोर्ट अब तक नहीं आई है. सर्वे में संभावित मरीज की एंटीजन रिपोर्ट निगेटिव आने पर उनके आरटीपीसीआर सैंपल लेने का प्रावधान हैं. एंटीजन निगेटिव आने पर 859 लोगों के आरटीपीसीआर सैंपल लिए गए हैं. इनमें से 48 की रिपोर्ट भी पॉजिटिव है.

सरगुजा: कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शुरू कराए गए डोर-टू-डोर सर्वे में चौकाने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं. पिछले तीन दिनों में जिले में 3952 ऐसे लोगों की पहचान हुई है, जिनमें कोरोना के संभावित लक्षण पाए गए हैं. इनमे से 814 लोग हाई रिस्क वाले भी हैं. तीन दिनों के भीतर सर्वे के दौरान कराए गए 93 लोगों की रिपोर्ट एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव पाई गई है. जबकि 48 लोगों की रिपोर्ट RTPCR टेस्ट में पॉजिटिव आई है.

कोरोना संक्रमण को लेकर डोर-टू-डोर सर्वे

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए शासन ने लोगों के घर-घर जाकर जांच और सर्वे के निर्देश दिए थे. ताकि अधिक से अधिक संक्रमितों की पहचान की जा सके और उन्हें समय रहते उपचार मुहैय्या कराया जा सके. बड़ी संख्या में लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं, लेकिन डर के कारण बीमारी छिपा रहे थे. बिना लक्षण वाले संक्रमित शहर में घूम-घूम कर संक्रमण फैला रहे थे. ऐसे में 2 अक्टूबर से डोर-टू-डोर सर्वे चालू कराया गया. ताकि संक्रमितों की पहचान की जा सके. प्रशिक्षण शुरू होने के बाद सरगुजा जिले में भी मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में घर-घर जाकर सर्वे किया है.

पढ़ें: छत्तीसगढ़ में इस साल नहीं मनाया जाएगा राज्योत्सव, भूपेश कैबिनेट का फैसला

हाई रिस्क संक्रमितों को खतरा अधिक

सर्वे में हाई रिस्क के अंतर्गत गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों की पहचान, सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों की पहचान कर उनका पहले एंटीजन टेस्ट कराना है. एंटीजन रिपोर्ट निगेटिव आने पर उनका आरटीपीसीआर के लिए सैंपल लिया जाना है. सांस शुगर और बीपी जैसी बीमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए कोरोना संक्रमण खतरनाक है. ऐसे में इन मरीजों की पहचान के लिए प्रशासन पहल कर रहा है.

आंकड़ों ने किया हैरान

5 अक्टूबर से जिले में शुरू किए गए सर्वे के आंकड़ों पर नजर डालें तो, आंकड़ें चौकाने वाले हैं. सरगुजा में तीन दिनों के भीतर 91 हजार 360 घरों का सर्वे किया गया है. सर्वे में 3 हजार 952 लोग ऐसे मिले है जिनमें कोरोना के संभावित लक्षण हैं. वहीं इनमें से 814 लोग ऐसे हैं जो उच्च जोखिम वाले हैं. उच्च जोखिम के अंतर्गत पूर्व से गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति के साथ ही 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग शामिल हैं.

सर्वे के बाद 141 संक्रमितों की पहचान

सर्वे का मुख्य उद्देश्य कोरोना संक्रमितों की पहचान करना है. इसके लिए संक्रमितों के एंटीजन और आरटीपीसीआर टेस्ट किए जाने हैं. तीन दिनों में टेस्ट के माध्यम से 141 संक्रमितों की पहचान भी हुई है. सर्वे के दौरान जिले में एंटीजन के माध्यम से 2420 लोगों के सैंपल लिए गए हैं. जिनमें से अब तक 93 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है. जबकि कई लोगों की रिपोर्ट अब तक नहीं आई है. सर्वे में संभावित मरीज की एंटीजन रिपोर्ट निगेटिव आने पर उनके आरटीपीसीआर सैंपल लेने का प्रावधान हैं. एंटीजन निगेटिव आने पर 859 लोगों के आरटीपीसीआर सैंपल लिए गए हैं. इनमें से 48 की रिपोर्ट भी पॉजिटिव है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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