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SPECIAL: डॉक्टर्स डे आज, नगर की सेहत के साथ लोगों की भी सेहत बना रहे मेयर डॉ. अजय तिर्की

मानवता के प्रति किए जा रहे डॉक्टरों के काम को याद करते हुए उन्हें धन्यवाद देने के लिए हर साल 1 जुलाई को भारत में नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है.

doctors day
मेयर के साथ डॉक्टर भी
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Published : Jul 1, 2020, 1:54 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा: आज नेशनल डॉक्टर्स डे है. हर साल 1 जुलाई को भारत रत्न डॉ. विधानचंद्र राय की स्मृति में 'नेशनल डॉक्टर्स डे' मनाया जाता है. इस समय पूरी दुनिया कोरोना से जूझ रही है. ऐसे समय में ETV भारत की टीम एक ऐसे डॉक्टर के पास पहुंची जो न सिर्फ शहर की सेहत सुधारने का काम करते है बल्कि शहरवासियों की सेहत का भी खास ख्याल रख रहे हैं.

डॉक्टर्स डे आज

मेयर के साथ डॉक्टर भी

आज डॉक्टर्स डे पर हम बात कर रहे हैं, अंबिकापुर के महापौर डॉ. अजय तिर्की की, जो मेयर होने के साथ-साथ अजय तिर्की डॉक्टर भी हैं. हड्डी रोग स्पेशलिस्ट डॉ. अजय तिर्की महापौर बनने के बाद भी अपने डॉक्टरी पेशे से दूर नहीं हैं. इस समय भी तिर्की अपने घर पर मरीजों का उपचार कर रहे हैं.

ajay tirkey treats people at home
घर में लोगों का इलाज करते हैं अजय तिर्की

पढ़ें: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 'डॉक्टर्स डे' पर चिकित्सकों को दी शुभकामनाएं

1999 से शुरू हुआ तिर्की का सफर

महापौर डॉ. अजय तिर्की ने अपने डॉक्टरी पेशे की शुरुआत साल 1999 से की है. शुरुआती दौर में उन्हें बलरामपुर जिले के सनवाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ किया गया जो उस दौरान पहुंच विहीन क्षेत्र था, जहां अपने डॉक्टरी पेशे के प्रति समर्पण भाव और लोगों की सेवा भावना के कारण जल्द ही तिर्की लोगों के बीच लोकप्रिय हो गए. साल 2004 में उन्होंने बतौर BMO रामानुजगंज में ज्वाॉइन किया. इसके बाद साल 2011 में जिला अस्पताल अंबिकापुर में भेजे गए.

सेवाभाव ने दिलाई लोकप्रियता

बलरामपुर जिले से लेकर सरगुजा तक उनकी लोकप्रियता और काम के प्रति समर्पणभाव के कारण ही कांग्रेस ने उन्हें महापौर पद का उम्मीदवार बनाया और साल 2014 दिसंबर में उन्होंने निगम चुनाव में जीत दर्ज कर महापौर की जिम्मेदारी संभाली और इस लगातार दूसरी पारी में भी वे महापौर के पद पर काबिज हैं.

पढ़ें: राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस

इलाज के साथ ऑपरेशन भी करते हैं तिर्की

डॉक्टर से महापौर तक के सफर के दौरान डॉ. अजय तिर्की की सबसे बड़ी खासियत ये रही कि उन्होंने अपने डॉक्टरी पेशे से कभी समझौता नहीं किया. उनके दरवाजे आज भी अपने मरीजों के लिए खुले हुए हैं. यही कारण है कि लोग उनके पास बेहिचक पहुंचते हैं. डॉ. अजय तिर्की का अपने पेशे के प्रति ऐसा जज्बा है कि आधी रात भी अगर कोई मरीज फोन करे तो वे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उसके उपचार के लिए पहुंचते हैं और खुद ऑपरेशन भी करते हैं. जबकि सुबह उनके घर में मरीजों की भीड़ लगी रहती है. मेयर और डॉक्टर दोनों पदों की जिम्मेदारी निभाने वाले डॉ अजय तिर्की न सिर्फ कर्तव्यनिष्ठ हैं बल्कि उनकी सौम्यता भी लोगों को खूब भाती है. यहीं वजह है कि दूसरी बार भी तिर्की अंबिकापुर की मेयर की कुर्सी पर काबिज हैं, और शहरवासियों की सेवा में लगे हुए हैं.

सरगुजा: आज नेशनल डॉक्टर्स डे है. हर साल 1 जुलाई को भारत रत्न डॉ. विधानचंद्र राय की स्मृति में 'नेशनल डॉक्टर्स डे' मनाया जाता है. इस समय पूरी दुनिया कोरोना से जूझ रही है. ऐसे समय में ETV भारत की टीम एक ऐसे डॉक्टर के पास पहुंची जो न सिर्फ शहर की सेहत सुधारने का काम करते है बल्कि शहरवासियों की सेहत का भी खास ख्याल रख रहे हैं.

डॉक्टर्स डे आज

मेयर के साथ डॉक्टर भी

आज डॉक्टर्स डे पर हम बात कर रहे हैं, अंबिकापुर के महापौर डॉ. अजय तिर्की की, जो मेयर होने के साथ-साथ अजय तिर्की डॉक्टर भी हैं. हड्डी रोग स्पेशलिस्ट डॉ. अजय तिर्की महापौर बनने के बाद भी अपने डॉक्टरी पेशे से दूर नहीं हैं. इस समय भी तिर्की अपने घर पर मरीजों का उपचार कर रहे हैं.

ajay tirkey treats people at home
घर में लोगों का इलाज करते हैं अजय तिर्की

पढ़ें: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 'डॉक्टर्स डे' पर चिकित्सकों को दी शुभकामनाएं

1999 से शुरू हुआ तिर्की का सफर

महापौर डॉ. अजय तिर्की ने अपने डॉक्टरी पेशे की शुरुआत साल 1999 से की है. शुरुआती दौर में उन्हें बलरामपुर जिले के सनवाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ किया गया जो उस दौरान पहुंच विहीन क्षेत्र था, जहां अपने डॉक्टरी पेशे के प्रति समर्पण भाव और लोगों की सेवा भावना के कारण जल्द ही तिर्की लोगों के बीच लोकप्रिय हो गए. साल 2004 में उन्होंने बतौर BMO रामानुजगंज में ज्वाॉइन किया. इसके बाद साल 2011 में जिला अस्पताल अंबिकापुर में भेजे गए.

सेवाभाव ने दिलाई लोकप्रियता

बलरामपुर जिले से लेकर सरगुजा तक उनकी लोकप्रियता और काम के प्रति समर्पणभाव के कारण ही कांग्रेस ने उन्हें महापौर पद का उम्मीदवार बनाया और साल 2014 दिसंबर में उन्होंने निगम चुनाव में जीत दर्ज कर महापौर की जिम्मेदारी संभाली और इस लगातार दूसरी पारी में भी वे महापौर के पद पर काबिज हैं.

पढ़ें: राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस

इलाज के साथ ऑपरेशन भी करते हैं तिर्की

डॉक्टर से महापौर तक के सफर के दौरान डॉ. अजय तिर्की की सबसे बड़ी खासियत ये रही कि उन्होंने अपने डॉक्टरी पेशे से कभी समझौता नहीं किया. उनके दरवाजे आज भी अपने मरीजों के लिए खुले हुए हैं. यही कारण है कि लोग उनके पास बेहिचक पहुंचते हैं. डॉ. अजय तिर्की का अपने पेशे के प्रति ऐसा जज्बा है कि आधी रात भी अगर कोई मरीज फोन करे तो वे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उसके उपचार के लिए पहुंचते हैं और खुद ऑपरेशन भी करते हैं. जबकि सुबह उनके घर में मरीजों की भीड़ लगी रहती है. मेयर और डॉक्टर दोनों पदों की जिम्मेदारी निभाने वाले डॉ अजय तिर्की न सिर्फ कर्तव्यनिष्ठ हैं बल्कि उनकी सौम्यता भी लोगों को खूब भाती है. यहीं वजह है कि दूसरी बार भी तिर्की अंबिकापुर की मेयर की कुर्सी पर काबिज हैं, और शहरवासियों की सेवा में लगे हुए हैं.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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