सक्ती: पुलिस ने एक ऐसे सटोरिया गैंग का खुलासा किया है. जो गैंग मोबाइल फोन के जरिए लोगों को ऑनलाइन सट्टा खिलाता था.पुलिस ने पकड़े गए सटोरिए के पास से लाखों की सट्टा पर्ची बरामद की है. पूछताछ के आधार पर पुलिस ने कई लोगों को जांच के रडार पर भी लिया है. जिससे सट्टा खिलाने वाले लोगों के बीच हड़कंप मच गया है.
सट्टे का खेल, पुलिस ले गई जेल: सक्ती पुलिस के हाथों एक ऐसा सटोरिया लगा है जो मोबाइल फोन के जरिए न सिर्फ लोगों को सट्टा खिलाता था बल्कि लोगों को सट्टे के चेन से एभी जोड़ता था. पुलिस की पकड़ में आए सटोरिए ने पूछताछ में जहां कई बड़े खुलासे किए हैं. वहीं ये भी बताया है कि कैसे वो लोगों को मोबाइल फोन पर सट्टा खेलने के लिए पहले तो जोड़ता था फिर दूसरे लोगों को भी सट्टे में फंसाने के प्रोत्साहित करता था. पकड़े गया सटोरिया अंकित अग्रवाल उर्फ कालू लंबे वक्त से क्रिकेट में सट्टेबाजी के जरिए लोगों को पैसा दोगुना करने का पहले तो लालच देता था फिर लोगों को सट्टेबाजी के दलदल में उलझा कर उनको कंगाल बना देता था...पुलिस के मुताबिक अंकित उर्फ कालू के पास जो मोबाइल फोन बरामद किया है. उसमें कई लोगों के नाम शामिल हैं. जो ऑनलाइन सट्टेबाजी में शामिल थे.
नंबर खोलेगा खेल का राज : सक्ती पुलिस अब अंकित के मोबाइल फोन से मिले तमाम नंबरों को खंगाल रही है जो सट्टेबाजी के कारोबार से जुड़े थे. साथ ही पुलिस बरामद की गई सट्टा पर्चियों के तार भी सट्टे के खेल में पैसा लगाने वालों के नाम से तलाश रही है. पुलिस ने जिस वक्त सट्टे के अड्डे पर रेड की उस वक्त वहां कई सटोरिए मौजूद थे. लेकिन पुलिस के पहुंचते ही कई सटोरिए मौके से गिरते पड़ते भाग निकले. लेकिन पुलिस ने अंकित से पूछताछ के बाद कई लोगों को हिरासत में लिया है जो सट्टे के काले कारोबार में साझीदार थे. पुलिस की पूछताछ में सटोरियों ने कोई भी सुराग सट्टे से जुड़े नहीं उगले हैं. पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही हिरासत में लिए गये शख्स भी सट्टे में शामिल होने का गुनाह पूछताछ के दौरान कबूल कर लेंगे.
सट्टा किंग राधे एक्सचेंज से जुड़े तार : क्रिकेट वर्ल्ड कप का जैसे जैसे परवान चढ़ता जा रहा है वैसे वैसे सक्ती शहर में सटोरिए तेजी से सट्टे का नेटवर्क फैलाने में जुट गए हैं. जहां कभी ये शहर शांति के लिए जाना जाता था वहीं अब ये शहर सट्टे के नेटवर्क के तौर पर जाना जाने लगा है. पुलिस की पूछताछ और जांच में जो सबसे बड़ा खुलास हुआ है वो ये है कि पकड़े गए सटोरिए अंकित अग्रवाल के मोबाइल फोन में जो सट्टे का एप मिला है वो राधे एक्सचेंज के नाम से है. और राधे एक्सचेंज एप को चलाने वाला सटोरिया भी सक्ती शहर का ही बताया जा रहा है. पुलिस ने संदेह के आधार पर भले ही कई लोगों को हिरासत में लिया है लेकिन अभी ये पता नहीं चल पाया है कि आखिर राधे एक्सचेंज के नाम से सट्टा एप चलाने वाला मास्टरमाइंड आखिर कौन है. लोगों की मानें तो सट्टे के नेटवर्क से कई युवा जुड़े हैं. जो अपना भविष्य तो खराब कर ही रहे हैं. अपनी जमा पूंजी भी गंवा रहे हैं.
राधे एक्सचेंज के नाम से चल रहा सट्टा एप कोई पहला सट्टा एप नहीं है. इसके पहले महादेव एप के चक्कर में पड़कर कई लोगों अपना सबकुछ गंवा चुके हैं. सट्टेबाजी का ये काला कारोबार सिर्फ छत्तीसगढ़ तक ही सीमित नहीं है. इस धंधे के तार ओडिशा से लेकर दूसरे शहरों तक से जुड़े हैं. कुछ दिन पहले ही ओडिशा के एक युवक ने सट्टेबाजी के धंधे में धमकी मिलने के बाद खुदकुशी की कोशिश की थी. पुलिस की जांच की रडार में जब तारों को जोड़ा गया तो पता चला कि सटोरिए अंकित के कनेक्शन ओडिशा के सटोरियों से भी जुड़ा था. जिससे से साफ हो जाता है कि अंकित न सिर्फ सक्ती में राधे एक्सचेंज के जरिए लोगों का पैसा फंसा रहा था बल्कि दूसरे राज्य और शहरों में तक भी उसका धंधा फल फूल रहा था. पुलिस की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ेगी वैसे वैसे नए नए खुलासे राधे एक्सचेंज को लेकर हो सकते हैं.