राजनांदगांव/डोंगरगांव: रूदगांव में आदिवासी महिलाओं के साथ मारपीट की घटना के बाद ध्रुव गोड़ आदिवासी महासभा के पदाधिकारियों सहित समाज के वरिष्ठ लोग डोंगरगांव थाने पहुंचे थे. इस दौरान उचित कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
9 अक्टूबर 2020 को ग्राम रूदगांव के निजी जमीन पर पूर्व सरपंच से साथ समुदाय भवन निर्माण को लेकर वाद विवाद की स्थिति और मारपीट की घटना हुई थी. इस संदर्भ में समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि बीते शुक्रवार को ग्राम रूदगांव में आदिवासी परिवार के साथ जो मारपीट की घटना हुई थी, उस वीडियो में देखा जा सकता है घटना को किसने अंजाम दिया था. पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के खिलाफ केस दर्ज किया है. थाने में पहुंचे समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना का जायजा घटना स्थल पर पहुंचकर लिया गया है और घटना के तथ्यों को ध्यान में रखते हुए डोंगरगांव पुलिस ने अबतक जो कार्रवाई की है, वह नाकाफी है.
उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
इस संबंध में समाज प्रमुख मदनलाल नेताम, तहसील अध्यक्ष छुरिया महासभा संचालक ओडारबांध ने कहा है कि बहु-बेटियों के साथ इस प्रकार का कृत्य बर्दास्त नहीं है. यदि पुलिस की ओर से उचित कार्रवाई नहीं हुई तो मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से की जाएगी. साथ ही उचित न्याय नहीं मिलने पर समाज को उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा.
पदाधिकारी और समाज के वरिष्ठ लोग उपस्थित
इस दौरान अखिल भारतीय आदिवासी ध्रुव गोड़ समाज महासभा ओड़ारबांध के पदाधिकारियों में रमेश उईके, लादूराम उमरेती, मदन नेताम, मोचीराम पड़ौती, जगेश्वर उईके, राजेश ध्रुवे, योगीराम कुमरे, लीलाराम मण्डवी, विजय ओटी, दिलीप नेताम, मयाराम मंडलोई, लोमन सिंह ओटी, प्रेमलाल सेवता, रघुवीर सेवता, भगत कोर्राम, सुमरित बाई खुड़श्याम, कुलदीप कोर्राम सहित बड़ी संख्या में समाज के पदाधिकारी और समाज के वरिष्ठ लोग उपस्थित रहे.