राजनांदगांव: केंद्रीय राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा अपने दो दिवसीय दौरे पर राजनांदगांव पहुंचे है. केंद्रीय मंत्री ने जिला पंचायत सभा कक्ष में केन्द्रीय योजनाओं की समीक्षा बैठक ली. इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री ने धीरी प्रोजेक्ट गड़बड़ी मामले को लेकर कहा कि हम जांच करेंगे. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई (Union Minister of State Bhanu Pratap Singh Verma ) होगी.
क्या है धीरी प्रोजेक्ट: दरअसल, धीरी प्रोजेक्ट में 24 गांव को पानी देना था. 28 करोड़ 77 लाख की लागत की योजना थी, लेकिन पीएचई ने 42 करोड़ खर्च किये. जिसके बाद भी कई गांव को पानी नहीं मिल रहा है. इस बैठक में सांसद संतोष पाण्डेय, कलेक्टर, स्व सहायता समूह कि महिलाओं, एनजीओ हिताग्राहियों सहित जिले भर के तमाम अधिकारी बैठक में मौजूद थे.
केन्द्रीय योजनाओं की जानकारी ली: केंद्रीय मंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा प्रदेश में संचालित जल जीवन मिशन सहित अन्य योजनाओं की जानकारी ली. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केन्द्र की सभी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना और जनता की खुशी और हित में काम करना ही मोदी की सोच है. केंद्रीय योजनाओं को धरातल पर देखने के लिए आये है और जमीन पर योजनाओं को देखने जाएंगे.
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सांसद संतोष पांडेय ने लोकसभा में उठाया मुद्दा: बता दें कि राजनांदगांव में 24 गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए पीएचई द्वारा धीरी प्रोजेक्ट चल रही है, जिसकी लागत 28 करोड़ थी, जिसे बढ़कर 42 करोड़ रुपये की गई है. बावजूद इसके इस योजना में बड़ी गड़बड़ी हुई है, जिसको सांसद संतोष पांडेय ने लोकसभा में उठाया है. मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इस मामले में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा संचालित जल जीवन मिशन के तहत गांव-गांव में लोगो को पानी पहुंचाया जा रहा है.