राजनांदगांव: राजनांदगांव शहर की सेवाभावी संस्था संस्कार श्रद्धांजलि की ओर से ब्रेल लिपि के अविष्कारक सर लुईस ब्रेल की जयंती मनाई गई. इस मौके पर 3 जनवरी से दो दिवसीय दृष्टिहीन राष्ट्रीय महासम्मेलन का आयोजन किया गया. इस आयोजन में विभिन्न जिले और राज्यों से नेत्रहीन लोग शामिल हुए. इन सभी दृष्टिहीनों को इस दौरान सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई.
दृष्टिहीनों के लिए दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित: दरअसल, हर साल राजनांदगांव शहर की सेवाभावी संस्था संस्कार श्रद्धांजलि की ओर से नेत्रहीनों के लिए इस महासम्मेलन का आयोजन किया जाता है. राष्ट्रीय सम्मेलन ब्रेल लिपि के अविष्कारक सर लुइस ब्रेल की जयंती हर साल किया जाता है. साल 2006 से आयोजित हो रहे इस राष्ट्रीय दृष्टिबाधित दो दिवसीय सम्मेलन का बुधवार को शुभारंभ हुआ. इस राष्ट्रीय दृष्टिबाधित महासम्मेलन में देशभर के विभिन्न राज्यों से दृष्टिबाधित शामिल हुए.
साल में एक बार हम सब यहां एक जगह पर मिलते हैं. इससे हमें बेहतर अनुभूति होती है. इस आयोजन से शासकीय योजनाओं की जानकारी मिल जाती है, लेकिन हमें योजनाओं का जो लाभ मिलना चाहिए, वो नहीं मिल पाता है.- दृष्टिहीन व्यक्ति
लावारिश शवों का अंतिम संस्कार भी करती है ये संस्था: बता दें कि जिले में दो दिवसीय दृष्टिहीन राष्ट्रीय महासम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. इसमें दृष्टिबाधितों के लिए विभिन्न खेल और प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है. इस दौरान गीत, संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है. इसके अलावा ये संस्था लावारिस शवों को लीगल तरीके से अंतिम संस्कार भी करती है. यही कारण है कि इस संस्था द्वारा किए गए नेक कार्यों की सभी सराहना करते हैं.