जानकारी के मुताबिक एकलव्य आवासीय परिसर में बच्चों की जनसंख्या 391 है. इसके बावजूद संस्था द्वारा 420 बच्चों के नाम पर चावल मंगवाया जाता था. इस अनुसार लगभग हर महीने 63 क्विंटल चावल का घोटाला किया जाता था. खाद्य विभाग को जब इस मामले की शिकायत मिली तो विभाग ने टीम बनाकर गुरुवार को रामनगर स्थित पवन किराना स्टोर में छापामार कार्रवाई की. इस दौरान खाद्य विभाग की टीम को 83 बोरी चावल जब्त करने में सफलता मिली. इस छापामार कार्रवाई में घोटाले का खुलासा हुआ.
बता दें कि एकलव्य आवासीय परिसर में अध्ययनरत बच्चों के लिए सरकारी चावल की सप्लाई राशन दुकान से की जाती थी. मिली इस जानकारी के अनुसार खाद्य विभाग की टीम को जांच में परिसर के स्टोर रूम से 65 क्विंटल चावल में से 61 किलो चावल कम मात्रा में मिला. इसके बाद टीम ने राशन दुकान के रिकॉर्ड भी खंगाले. जहां सिलाई भंडारण केंद्र नंबर 3 और 5 से विद्यालय को चावल की सप्लाई की गई थी. इस दौरान सरकारी चावल के कोटे में हो रही हेराफेरी का खुलासा हुआ.
अन्य आरोपियों पर भी दर्ज होगी FIR
चावल में हो रहे इस घोटाले की फाइल कलेक्टर को सौंपी गई. इस मामले पर कलेक्टर ने एकलव्य आवासीय परिसर की मनीषा मंडावी पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया. वहीं इस मामले में शामिल अन्य आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए गए.