राजनांदगांवः डोंगरगढ़ के ग्राम रोजगार सहायक शनिवार से काम बंद कलम बंद के तहत अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. उनका आरोप है कि सरकार बस वादा खिलाफी कर रही है. इससे पहले पंचायत सचिव संघ भी पिछले कुछ दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. अब रोजगार सहायक भी हड़ताल पर चले गए हैं.
ग्राम रोजगार सहायक संघ ने अपनी मांगों से कराया था अवगत
ग्राम रोजगार सहायक संघ ने पूर्व में ही विधायक, सांसद और पंचायत प्रतिनिधियों को अपनी मांग को लेकर ज्ञापन सौपा था. सांसद, विधायकों ने बाकायदा अपने लेटरपैड पर मांगों के समर्थन में मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था. बावजूद इसके नतीजा शून्य रहा. ग्राम रोजगार सहायक संघ का प्रांतीय प्रतिनिधि मण्डल भी मंत्री टी एस सिंहदेव से लगातार संपर्क कर अपनी मांगों से अवगत करवाया, लेकिन दो वर्षों से सिर्फ आश्वासन ही मिला. पंचायत मंत्री से कोई स्पष्ट आश्वसन और अपेक्षित सहयोग न मिलने से रोजगार सहायकों ने हड़ताल की घोषणा कर दी है.
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रोजगार सहायकों की प्रमुख मांग
14-15 वर्षों से संविदा पर कार्यरत ग्राम रोजगार सहायकों को उनके सेवा के बदले सिर्फ 5 से 6 हजार रुपये मानदेय दिया जाता है. जबकि मनरेगा के समस्त अधिकारी कर्मचारियों को वेतनमान दिया जाता है. रोजगार सहायकों से करवाये गए कार्यों के खर्च से मिलने वाली कन्टेंजेन्सी राशि से ही सभी अमले को वेतन मिलता है. साथ ही रोजगार सहायक मानव दिवस जनरेट कर खर्च नहीं करेंगे तो किसी भी कर्मचारी को वेतन नहीं दिया जा सकता. मनरेगा में इस निधि से मिलने वाले 6 प्रतिशत राशि से ही सभी स्तर के कर्मचारियों के लिए वेतन का प्रावधान है.
क्या है मांग ?
1. वेतनमान निर्धारण नियमितीकरण
2. पंचायत सचिव पद पर शत प्रतिशत सीधी भर्ती
3. नगरीय निकाय में सम्मिलित ग्राम पंचायत के रोजगार सहायकों को उसी निकाय में समायोजित करना
शनिवार को डोंगरगढ़ में रोजगार सहायक संघ और पंचायत सचिव संघ दोनों संयुक्त रूप से एक ही मंच से आवाज बुलंद किये. दोनों संगठनों की ओर से प्रांतीय नेतृत्व ने बैठक कर रानीनिति तैयार की है. वहीं दोनों एक दूसरे के पूरक है इसलिए इस बार आर पार की लड़ाई की तैयारी है. जबतक सचिव और रोजगार सहायक दोनों की मांग पूरी नहीं होगी तबतक कोई भी संगठन आंदोलन वापस नहीं लेगा.