राजनांदगांव: प्रदेश का जल संसाधन विभाग कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है. विभाग से बड़ी संख्या में सेवानिवृत्ति होने के बाद मैनपावर की कमी परेशानी बनी हुई है. इसका एक मुख्य कारण बड़ी संख्या में अधिकारी कर्मचारियों का दूसरे विभागों में संलग्न होना है.
अभियंता की ओर से लिखा गया था पत्र
इसे लेकर दिसंबर 2020 में विभाग के प्रमुख अभियंता की ओर से एक पत्र लिखा गया था. पत्र में विभाग के अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता, उप अभियंता पंचायत और ग्रामीण सड़क विकास विभाग की प्रतिनियुक्ति की बात कही गई है. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत ये सब काम किए जा रहे हैं. इनमें अधीक्षण अभियंता मुकेश संतोषी सहित कार्यपालन अभियंताओं में केआर शास्त्री, एसएन शुक्ला, वायपी साव, आरके गर्ग, एके साय के नाम शामिल थे.
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कलेक्टर को नहीं है मामले की जानकारी
जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता की तरफ से विभाग के अपर मुख्य सचिव को लिखे गए इस पत्र को निरस्त कर दिया गया. इस मामले में कार्यपालन अभियंता पी पी खरे ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. कलेक्टर टीके वर्मा का कहना है कि जानकारी लेकर आदेश का पालन कराया जाएगा.