राजनांदगांव: मदनवाड़ा कोरकुट्टी में हुए नक्सली हमले में एसपी वीके चौबे और 29 जवानों की शहादत का बदला 3 अगस्त को दर्रेकसा दलम को खत्म कर राजनांदगांव पुलिस ने ले लिया है. जिला पुलिस बल डीआरजी और सीएएफ की शनिवार को हुई संयुक्त कार्रवाई में दर्रेकसा दलम के सात प्रमुख नक्सलियों को पुलिस ने मार गिराया है.
इस कार्रवाई ने दर्रेकसा दलम की कमर तोड़कर रख दी है. राजनांदगांव पुलिस के आला अधिकारियों सहित डीआईजी रतनलाल डांगी और आईजी हिमांशु गुप्ता का भी यह मानना है कि यह मदनवाड़ा कोरकुट्टी में शहीद हुए जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि है. जिला पुलिस बल और डीआरजी सहित सीएएफ की चार पार्टियों ने दर्रेकसा दलम में शहीद सप्ताह मनाने के लिए मौजूद रहे नक्सलियों को घेरकर मौत के घाट उतारा है. पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई इस मुठभेड़ में 7 नक्सली मौके पर ढेर हो गए हैं.
बांटी गई इनाम की राशि
मारे गए नक्सलियों पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पुलिस ने अलग-अलग तकरीबन 50,00000 का इनाम रखा था. छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से नक्सलियों पर रखी गई इनाम की राशि डीआईजी रतनलाल डांगी और आईजी हिमांशु गुप्ता की मौजूदगी में जवानों को मौके पर दी गई है.
राजनांदगांव पुलिस की सबसे बड़ी उपलब्धि
राजनांदगांव पुलिस के लिए यह सबसे बड़ी उपलब्धि के तौर पर सामने आई है पुलिस ने शेरपार और सीतागोटा के जंगल में सात नक्सलियों को मार गिराया है इनमें 5 महिला नक्सली है और दो पुरुष नक्सली शामिल है. इन नक्सलियों पर छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश दोनों ही सरकार ने तकरीबन 50,00000 का इनाम रखा था. मारे गए नक्सली में सुखदेव उर्फ लक्ष्मण दर्रेकसा एरिया कमेटी का सचिव था. उस पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 80,0000 का इनाम घोषित किया था. वहीं इस एरिया कमेटी के सदस्य प्रमिला को भी पुलिस ने मार गिराया था. इस पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 50, 0000 का इनाम घोषित किया था. प्रमिला सुखदेव की पत्नी थी, जो लंबे समय से दर्रेकसा दलम में सक्रिय थी. इसके अलावा पुलिस ने सीमा, मीना, रितेश, ललिता और शिल्पा नामक नक्सलियों को मार गिराया है. इनमें सीमा, मीना और रितेश पर पांच 50,0000 और ललिता और शिल्पा पर 20, 0000 का इनाम छत्तीसगढ़ सरकार ने रखे थे.
बड़ी मात्रा में हुए हथियार बरामद
मुठभेड़ के बाद सर्चिंग टीम को मौके से सात नक्सलियों के शव सहित एक नग एके-47, एक नग कार्बाइन, एक नग 303 राइफल, 2 नग 315 बोर बंदूक, एक नग 12 बोर बंदूक एवं एक नग सिंगल शॉट सहित एके-47 के 21 नग कारतूस मौके पर मिले हैं. इसके अलावा थ्री नॉट थ्री राइफल के 24 नग कारतूस, 315 बोर के बंदूक के 40 नग कारतूस, 9mm के चार नग कारतूस और एक नग 5 किलो का कुकर आईईडी सहित 7 पिट्टू और एक मोटोरोला वायरलेस सेट भी बरामद किया है. मौके पर पुलिस को भारी मात्रा में नक्सली साहित्य सहित दवाइयां भी मिली है.
मौके से भाग खड़े हुए नक्सली
सर्चिंग पार्टी ने सूचना के आधार पर शेरपार के पहाड़ियों पर सुबह 4 टीम बनाकर सर्चिंग स्टार्ट की थी. इस बीच सुबह तकरीबन 8 बजे सीतागोटा एवं शेरपार के बीच पहाड़ी में माओवादियों के तीन टेंट लगे मिले, जहां माओवादियों ने पुलिस को अपनी और आगे बढ़ता देख जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी. इस बीच पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की और मौके पर पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली पहाड़ी का फायदा उठाकर गोंदिया सीमा की ओर भागने में सफल हो गए. पुलिस के अनुसार तकरीबन 60-70 की संख्या में नक्सली पहाड़ी में उस दौरान मौजूद थे. तकरीबन 1 घंटे चली फायरिंग में पुलिस ने 7 नक्सलियों को मार गिराया है.
पहाड़ सिंह बंटी और कोमल ने की शवों की पहचान
मौके से पुलिस जवानों ने तकरीबन 3 बजे शव को सर्चिंग में लगी गाड़ियों में भरकर सीधे पुलिस लाइन पहुंचे. इस दौरान आत्मसमर्पित नक्सली पहाड़ सिंह बंटी और कोमल ने शव की पहचान की.