राजनांदगांव : छत्तीसगढ़ से नक्सली समस्या को खत्म करने के लिए केंद्र से हरी झंडी मिलने के बाद वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार राजनांदगांव प्रवास पर रहे. इस दौरान उन्होंने 2 राज्यों की पुलिस के साथ बैठक कर समन्वय बनाने पर फोकस किया. नक्सल मोर्चे पर पुलिस को सफल बनाने के लिए तगड़ी रणनीति तैयार की. बताया जा रहा है कि इस बार महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ पुलिस नक्सल प्रभावित इलाकों पर फोकस करते हुए एकजुट होकर काम करेंगे.
वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार ने राजनांदगांव दौरे के दौरान नक्सल मोर्चे को लेकर तगड़ी रणनीति तैयार की है. उन्होंने एसपी दफ्तर में तकरीबन 3 घंटे मैराथन बैठक लेकर जिम्मेदार अफसरों से वन टू वन चर्चा की. इसके अलावा नक्सल प्रभावित इलाकों को चिन्हित कर फोकस करते हुए काम करने की पूरी रणनीति को बारीकी से परखा. जानकारी के अनुसार वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार ने इस बार महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ पुलिस को समन्वय बनाकर काम करने के निर्देश दिए हैं.
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राजनांदगांव पुलिस के हाथ हैं खाली
बीते 2 सालों में नक्सल मोर्चे पर राजनांदगांव पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. तकरीबन आठ नक्सलियों को पुलिस ने मार गिराया था. वहीं दर्रेकसा दलम के खूंखार नक्सली डेविड को पकड़ने में सफलता हासिल की. लेकिन अब तक राजनांदगांव पुलिस नक्सली डेविड से कुछ भी उगलवा नहीं पाई है. ऐसी स्थिति में पुलिस की कार्यशैली को लेकर सवाल उठ रहे हैं. यही कारण है कि वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार को राजनांदगांव पुलिस ने मीडिया से दूर रखा. ताकि पुलिस की नक्सल मोर्चे पर पोल न खुल सके.