राजनांदगांव : जिले के डोंगरगांव ब्लॉक में संचालित कन्या मिडिल स्कूल की प्राचार्य ने एक अनोखा फरमान जारी किया है. प्राचार्य ने हिंदी मीडियम में पढ़ने वाले बच्चों को इस साल स्कूल में एडमिशन नहीं देने का निर्देश दिया है. साथ ही उन छात्रों को बालक मिडिल स्कूल में प्रवेश लेने की हिदायत दी गई है.
दरअसल, हाल यह है कि कन्या मिडिल स्कूल में हिंदी मीडियम में छात्राओं को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. साथ ही उन्हें बालक मिडिल स्कूल में प्रवेश लेने की हिदायत दी जा रही है. इस बात से नाराज 100 से अधिक छात्राओं ने कलेक्टर के पास पहुंचकर शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है. वहीं छात्राओं ने साफ तौर पर कहा है कि अगर हिंदी मीडियम में उन्हें प्रवेश नहीं मिला, तो वह पढ़ाई छोड़ देंगी.
'हिंदी मीडियम स्कूल में ही पढ़ना चाहती हैं'
बता दें कि डोंगरगांव ब्लॉक के कन्याओं को इंग्लिश मीडियम में एडमिशन लेने के लिए दबाव डाला जा रहा है. छात्राओं का कहना है कि वे हिंदी मीडियम स्कूल में ही पढ़ना चाहती हैं, लेकिन प्राचार्य के आदेश के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि आस-पास के 5 किलोमीटर तक आवागमन दिक्कतें है. जिस इलाके में स्कूल है वहां पर पहुंचने के लिए उन्हें काफी हैवी ट्रैफिक से होकर गुजरना पड़ता है.
100 से अधिक छात्राएं पहुंची कलेक्टोरेट
तकरीबन 100 से अधिक छात्राएं कलेक्टर के पास शिकायत लेकर पहुंची हुई थी. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को भी स्पष्ट रूप से इस समस्या को जल्द से जल्द हल नहीं किए जाने पर पढ़ाई छोड़ने की बात कही है.