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राजनांदगांव : हिंदी मीडियम में छात्राओं के एडमिशन पर रोक, बालक मिडिल स्कूल में जाने की दी हिदायत

डोंगरगांव ब्लॉक के कन्याओं को इंग्लिश मीडियम में एडमिशन लेने के लिए दबाव डाला जा रहा है. छात्राओं का कहना है कि वे हिंदी मीडियम स्कूल में ही पढ़ना चाहती हैं.

छात्राएं
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Published : Jul 9, 2019, 12:00 AM IST

राजनांदगांव : जिले के डोंगरगांव ब्लॉक में संचालित कन्या मिडिल स्कूल की प्राचार्य ने एक अनोखा फरमान जारी किया है. प्राचार्य ने हिंदी मीडियम में पढ़ने वाले बच्चों को इस साल स्कूल में एडमिशन नहीं देने का निर्देश दिया है. साथ ही उन छात्रों को बालक मिडिल स्कूल में प्रवेश लेने की हिदायत दी गई है.

school girl reached collector office at rajnandgaon

दरअसल, हाल यह है कि कन्या मिडिल स्कूल में हिंदी मीडियम में छात्राओं को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. साथ ही उन्हें बालक मिडिल स्कूल में प्रवेश लेने की हिदायत दी जा रही है. इस बात से नाराज 100 से अधिक छात्राओं ने कलेक्टर के पास पहुंचकर शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है. वहीं छात्राओं ने साफ तौर पर कहा है कि अगर हिंदी मीडियम में उन्हें प्रवेश नहीं मिला, तो वह पढ़ाई छोड़ देंगी.

'हिंदी मीडियम स्कूल में ही पढ़ना चाहती हैं'
बता दें कि डोंगरगांव ब्लॉक के कन्याओं को इंग्लिश मीडियम में एडमिशन लेने के लिए दबाव डाला जा रहा है. छात्राओं का कहना है कि वे हिंदी मीडियम स्कूल में ही पढ़ना चाहती हैं, लेकिन प्राचार्य के आदेश के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि आस-पास के 5 किलोमीटर तक आवागमन दिक्कतें है. जिस इलाके में स्कूल है वहां पर पहुंचने के लिए उन्हें काफी हैवी ट्रैफिक से होकर गुजरना पड़ता है.

100 से अधिक छात्राएं पहुंची कलेक्टोरेट
तकरीबन 100 से अधिक छात्राएं कलेक्टर के पास शिकायत लेकर पहुंची हुई थी. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को भी स्पष्ट रूप से इस समस्या को जल्द से जल्द हल नहीं किए जाने पर पढ़ाई छोड़ने की बात कही है.

राजनांदगांव : जिले के डोंगरगांव ब्लॉक में संचालित कन्या मिडिल स्कूल की प्राचार्य ने एक अनोखा फरमान जारी किया है. प्राचार्य ने हिंदी मीडियम में पढ़ने वाले बच्चों को इस साल स्कूल में एडमिशन नहीं देने का निर्देश दिया है. साथ ही उन छात्रों को बालक मिडिल स्कूल में प्रवेश लेने की हिदायत दी गई है.

school girl reached collector office at rajnandgaon

दरअसल, हाल यह है कि कन्या मिडिल स्कूल में हिंदी मीडियम में छात्राओं को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. साथ ही उन्हें बालक मिडिल स्कूल में प्रवेश लेने की हिदायत दी जा रही है. इस बात से नाराज 100 से अधिक छात्राओं ने कलेक्टर के पास पहुंचकर शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है. वहीं छात्राओं ने साफ तौर पर कहा है कि अगर हिंदी मीडियम में उन्हें प्रवेश नहीं मिला, तो वह पढ़ाई छोड़ देंगी.

'हिंदी मीडियम स्कूल में ही पढ़ना चाहती हैं'
बता दें कि डोंगरगांव ब्लॉक के कन्याओं को इंग्लिश मीडियम में एडमिशन लेने के लिए दबाव डाला जा रहा है. छात्राओं का कहना है कि वे हिंदी मीडियम स्कूल में ही पढ़ना चाहती हैं, लेकिन प्राचार्य के आदेश के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि आस-पास के 5 किलोमीटर तक आवागमन दिक्कतें है. जिस इलाके में स्कूल है वहां पर पहुंचने के लिए उन्हें काफी हैवी ट्रैफिक से होकर गुजरना पड़ता है.

100 से अधिक छात्राएं पहुंची कलेक्टोरेट
तकरीबन 100 से अधिक छात्राएं कलेक्टर के पास शिकायत लेकर पहुंची हुई थी. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को भी स्पष्ट रूप से इस समस्या को जल्द से जल्द हल नहीं किए जाने पर पढ़ाई छोड़ने की बात कही है.

Intro:राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव ब्लॉक में संचालित कन्या मिडिल स्कूल की प्राचार्य ने एक अनोखा फरमान जारी कर दिया है प्राचार्य ने हिंदी मीडियम में पढ़ने वाले बच्चों को इस साल स्कूल में एडमिशन नहीं देने को लेकर निर्देश दे दिए हैं इससे सैकड़ों बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं हाल यह है कि कन्या मिडिल स्कूल में हिंदी मीडियम में छात्राओं को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है उल्टे उन्हें बालक मिडिल स्कूल में प्रवेश लेने की हिदायत दी जा रही है इस बात से नाराज छात्राओं ने कलेक्टर से इस मामले में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है वहीं छात्राओं ने साफ तौर पर कहा है कि अगर हिंदी मीडियम में उन्हें प्रवेश नहीं मिला तो वह पढ़ाई छोड़ देंगी.


Body:डोंगरगांव ब्लॉक के कन्या मिडिल स्कूल में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है हिंदी मीडियम में छात्राओं को एडमिशन नहीं दिया जा रहा है वहीं उन्हें ही इंग्लिश मीडियम में एडमिशन लेने के लिए दबाव डाला जा रहा है इस बात से नाराज छात्राओं ने कलेक्टर से इस मामले में शिकायत की है छात्राओं का कहना है कि वे हिंदी मीडियम स्कूल में ही पढ़ना चाहती हैं लेकिन प्राचार्य के आदेश के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा है वहीं उन्हें कन्या मिडिल स्कूल में दाखिला भी नहीं मिल पा रहा है. कई तरह की तकलीफ है छात्राओं का कहना है कि प्राचार्य द्वारा बालक मिडिल स्कूल में उन्हें एडमिशन लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है जबकि यह स्कूल काफी दूर स्थित है छात्राओं का कहना है कि वे आसपास के 5 किलोमीटर इलाके से ऐसे में उन्हें आवागमन में काफी दिक्कतें होंगी क्योंकि जिस इलाके में स्कूल है वहां पर पहुंचने के लिए काफी हैवी ट्रैफिक से होकर गुजरना पड़ता है.


Conclusion:छोड़ देंगी पढ़ाई छात्राओं ने साफ तौर पर कहा है कि अगर उन्हें हिंदी मीडियम स्कूल में प्रवेश नहीं दिया गया तो वे पढ़ाई छोड़ देंगे बता दें कि तकरीबन 100 से अधिक छात्राएं कलेक्टर के पास शिकायत लेकर पहुंची हुई थी इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को भी स्पष्ट रूप से इस समस्या को जल्द से जल्द हल नहीं किए जाने पर पढ़ाई छोड़ने की बात कही है. बाइट दो छात्राएं और एक पालक
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