राजनांदगांव: कोरोना वायरस के संक्रमण से रोकथाम के लिए पूरे देश को लॉकडाउन किया गया है. इस दौरान शासन-प्रशासन दोनों ही युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं. कोशिश की जा रही है कि किसी भी जगह पर ज्यादा लोग जमा नहीं हों. इसी कड़ी में राजनांदगांव जेल प्रशासन ने भी 140 बंदियों को रिहा किया है.
जेल प्रशासन ने पहली बार इतने कम समय में इतनी संख्या में पैरोल पर रिहाई की है. हालांकि इसके बाद भी जेल में अभी क्षमता से 55 अधिक कैदी बंद हैं. जिला जेल की क्षमता 156 बंदियों की है, लेकिन लॉकडाउन के पहले यह संख्या करीब 300 थी. ऐसे में कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए सबसे अहम सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करा पाना बेहद मुश्किल हो रहा था. प्रशासन ने पैरोल पर बंदियों को छोड़ने की उनकी अर्जियों को मंजूरी दे दी, साथ ही मान्य जमानत के जरिए भी विचारीधीन कैदियों को रिहा कर दिया है. मार्च के अंत से मई के पहले हफ्ते तक करीब 140 बंदियों की रिहाई हो गई थी, इनमें 52 को पैरोल पर छोड़ा गया है.
नए कैदी भी जेल पहुंचे
ऐसा नहीं है कि लॉकडाउन के दौरान जेल में बंद लोगों को रिहा ही किया गया, बल्कि कुछ नए कैदियों को जेल दाखिल भी किया गया है. जेल प्रशासन के अनुसार करीब 25 नए कैदी हैं, जिन्हें मारपीट, चोरी, दहेज प्रताड़ना जैसे अपराधों में शामिल होने के कारण जेल की सजा हुई है. शनिवार तक की स्थिति में कुल 211 कैदी बंद हैं, जिनमें पांच सजायाफ्ता और बाकी विचाराधीन हैं.
मुलाकातों का सिलसिला थमा
जेल में कैदियों से मुलाकात का सिलसिला फिलहाल बंद कर दिया गया है. सामान्य दिनों में रविवार और सरकारी अवकाश के दिनों को छोड़कर बाकी दिन मुलाकात कराई जाती है, लेकिन कोरोना संकट के बाद यह बंद कर दिया गया है. ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि कैदियों को बाहरी व्यक्तियों के संपर्क से दूर रखा जा सके. स्थिति सामान्य होने के बाद ही मुलाकात का सिलसिला फिर शुरू कराया जा सकता है.
संक्रमण का खतरा
लॉकडाउन के पहले जेल में जितने कैदी थे, उनसे कोरोना संक्रमण का कोई खास खतरा नहीं था, लेकिन लॉकडाउन अवधि में दाखिल हुए करीब 25 बंदियों से उन्हें संक्रमण का खतरा है. जेल प्रशासन ने इसी के मद्देनजर कैदियों की संख्या कम करके हाल में उन्हें अस्थायी तौर पर रखा है. शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कराने पर विशेष जोर दिया जा रहा है, साथ ही नए बंदियों की ट्रैवल हिस्ट्री भी ली गई है.
जेल अधीक्षक एसजे नेताम ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर शासन से जारी सभी दिशा-निर्देशों का पालन कराया जा रहा है. लॉकडाउन अवधि में करीब 140 बंदी रिहा हुए हैं, इनमें 52 को पैरोल पर छोड़ा गया है. इस दौरान करीब 25 नए बंदी भी जेल में दाखिल हुए हैं.
आंकड़ाें में जिला जेल का हाल
कुल क्षमता 156
आज की स्थिति 211
लॉकडाउन में रिहा 140
सजायाफ्ता कैदी 05
विचाराधीन बंदी 206
पैराेल पर बाहर हैं 52